आंध्र प्रदेश से आएगा राम मंदिर उद्घाटन के लिए प्रसादम

श्री वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने अयोध्या में भक्तों को लगभग एक लाख लड्डु (Ram Mandir Special Prasad) वितरित करने का निर्णय लिया है

आंध्र प्रदेश से आएगा राम मंदिर उद्घाटन के लिए प्रसादम
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 10:13 AM
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Ram Mandir Special Prasad : बस अब कुछ ही दिनों के इंतजार के बाद बरसों से देखा जा रहा हर भारतीय राम मंदिर का सपना पूरा होने वाला है। 22 जनवरी का दिन पूरे देश के लिए भव्य दिनों में एक बनने वाला है। इस दिन सभी के प्रभु श्रीराम, जो अपने घर लौट रहे हैं। इस खास अवसर पर देश - विदेश से लाखों की सख्यां में भक्त अयोध्या आने वाले हैं। वहीं भगवन श्रीराम (Ram Mandir Special Prasad) के आगमन की खुशी में भव्य प्रसाद का भी प्रबंध किया जा रहा है। यह प्रसाद तिरुमला में भगवान वेंकटेश्वर को चढ़ाए गए प्रसिद्ध प्रसाद तिरुपति लड्डु है। आपको बता दें श्री वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने अयोध्या में भक्तों को लगभग एक लाख लड्डु (Ram Mandir Special Prasad) वितरित करने का निर्णय लिया है। इस बारे में जानकारी देते हुए टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी एवी धर्मा रेड्डी ने बताया कि अयोध्या में रामभक्तों को (Ram Mandir Special Prasad) एक लाख लड्डू बांटे जाएंगे। हर लड्डू 25 ग्राम का होगा। उन्होंने कहा, प्रतिष्ठा समारोह सनातन धर्म के सभी अनुयायियों के लिए ऐतिहासिक क्षण होगा। टीटीडी का उद्देश्य हिंदू धर्म, संस्कृति और मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना है, इसलिए इस समारोह का हिस्सा बनकर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। आपको बता दें 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई लोग शामिल होंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस समारोह में शामिल होने के लिए सात हजार से ज्यादा लोगों को आमंत्रित किया है। इनमें कई राजनेता, बॉलीवुड सेलेब्रिटीज, क्रिकेटर्स और उद्योगपतियों को शामिल किया गया है। सड़क मार्ग से आएगा भव्य प्रसाद Ram Mandir Special Prasad राम मंदिर के लिए बनाया जा रहा भव्य प्रसाद सामान्य तिरुपति लड्डु के विपरीत है जिसका वजन लगभग 170 ग्राम है। मंदिर निकाय सड़क मार्ग से प्रसादम (Ram Mandir Special Prasad) को अयोध्या ले जाने की व्यवस्था की जा रही है। प्रसादम अभिषेक से एक दिन पहले अयोध्या पहुंचाया जाएगा। बनाए जा रहे इस प्रसाद की शेल्फ लाइफ पांच दिनों की होगी। जल्द अयोध्या में बनेगा भगवान वेंकटेश का मंदिर आपको बता दें जल्द भगवान वेंकटेश का मंदिर का निर्माण होने वाला है। फिलहाल तिरुपति ट्रस्ट अयोध्या में भगवान वेंकटेश्वर की प्रतिकृति मंदिर के निर्माण के लिए भूमि आवंटन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। इससे पहले टीटीडी देशभर में भगवान बालाजी का मंदिर बनाने की योजना भी बना चुका है। इससे पहले वे जम्मू, नई दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक में मंदिरों का निर्माण कर चुका है। वहीं अब वह जल्द अयोध्य में भगवान वेंकटेश का मंदिर बनाने वाले हैं।
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अमेरिकी ठगों ने आईआईटी के पूर्व अधिकारी से ठगे 21 लाख

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UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar07 Jan 2024 11:51 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक ठगी का मामला सामने आया है। जहां कानपुर आईआईटी के पूर्व अधिकारी से 21 लाख रुपये की ठगी कर ली गई है। पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से मामले की शिकायत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है। इसके बाद देर रात पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

UP News

दरअसल कानपुर के बिठूर थाना इलाके के राम नगर में रह रहे आईआईटी के पूर्व अधिकारी से विदेशी ठगों ने बिजनेस के नाम पर 21 लाख रूपये की ठगी है। ठगों ने मिलकर आईआईटी के पूर्व अधिकारी अभिलाष को जड़ी बूटी बेचने के नाम पर अपने जाल में फसाया था। फिला पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

फेसबुक पर अमेरिका के लोगों से हुई थी दोस्ती

कानपुर के राम नगर निवासी अभिलाष आईआईटी के अधिकारी रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि 23 नवंबर को फेसबुक पर उनकी दोस्ती अमेरिका के नार्थ कैरोलिना निवासी इम्मा विलसन से हुई। जिसके बाद उन लोगों के साथ वाट्सएप के जरिए बात भी होने लगी। विल्सन ने खुद को डॉक्टर और चाचा स्टीव को वैज्ञानिक बताया था। उसने बताया कि उसके चाचा की दवा बनाने की कंपनी है। वह भारत से जड़ी-बूटियां मंगाते हैं। विलसन ने बूटियां मंगाने के लिए झांसी में गुप्ता जी की दुकान का पता भेजा। इस पर वह अभिलाष वहां पहुंचे तो पता चला कि गुप्ता जी की कोरोना काल में मौत हो चुकी है। वह असम से वहां के शांति शर्मा से जड़ी-बूटियां-मंगाते थे। अभिलाष ने यह जानकारी विलसन को दी। इसके बाद स्टीव ने शांति शर्मा का नंबर भेज दिया। दरअसल उन लोगों ने अभिलाष को लालच दिया था कि इन जड़ी बूटियों के जरिए उसकी भी कमाई हो सकती है।

UP News यहां से शुरु हुआ ठगी का खेल

अभिलाष ने सबसे पहले शांति से सम्पर्क कर उन्हें 80 हजार रुपये भेजे। इसके बाद शांति ने 100 ग्राम जड़ी-बूटी का पैकेट अभिलाष को भेजा। अभिलाष ने स्टीव को पैकेट की फोटो भेजी तो स्टीव ने ऐसे 200 पैकेट और मंगवाने की बात कही। अभिलाष ने शांति से दोबारा सम्पर्क किया तो उसने 5 लाख रुपये मांगे। इसके बाद उन्होंने पत्नी के खाते से शांति द्वारा बताई फर्म उमेश इंटरप्राइजेज के खाते में रकम ट्रांसफर कर दी।

विदेशी बैंक में खाता खुलवाने का दिया लालच

5 लाख रुपये भेजने के बाद अभिलाष से शांति ने 200 पैकेट दवाई के एक करोड़ 60 लाख रुपये का 10 प्रतिशत हिस्सा भेजने को कहा। इस पर उन्होंने मना कर दिया। 10 प्रतिशत रकम नहीं भेजने पर शांति ने बाकी रकम डूबने की धमकी दी। इसके बाद अभिलाष ने पूरी बात स्टीव को बताई तो स्टीव ने एक विदेशी बैंक खाते की जानकारी देकर उसमें खाता खुलवाने को कहा। अभिलाष ने उस खाते में देखा था तो 2.5 लाख पाउंड रकम दिख रही थी। हालांकि खाता चालू करने के नाम पर अभिलाष ने 10.73 लाख रुपये और ट्रांसफर किए और उसके अगले दिन से हीं सभी के नंबर स्विच ऑफ और नॉट रिचेबल बताने लगे। अभिलाष ने भी ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। अभिलाष का कहना है कि इस जालसाजी में उनसे कुल 21 लाख की ठगी की गई है।

राकेश टिकैत के नाम पर महिला से की 3.63 लाख की ठगी

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मायावती के इंडिया में शामिल होने के सवाल पर अखिलेश ने की सबकी बोलती बंद

मायावती के इंडिया में शामिल होने के सवाल पर अखिलेश ने की सबकी बोलती बंद
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userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 02:07 PM
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UP News : बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया में दौरे पर आए अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती के इंडिया गठबंधन में शामिल होने के सवाल पर सभी की बोलती बंद कर दी। उन्होंने बसपा सुप्रीमो को लेकर एक बड़ी बात कही है। अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती को लेकर भरोसा कौन दिलाएगा। उन्होंने कहा कि मायावती पर भरोसा नहीं किया जा सकता है कि वह लोकसभा चुनाव के बाद भी गठबंधन में रहेंगी या नहीं।

आपको बता दें सपा सुप्रीमो और यूपी के पूर्व मंत्री अखिलेश यादव शनिवार को यूपी के बलिया में थे। बलिया में उन्होंने पत्रकारों से कई मुद्दों पर अहम बातचीत की। बसपा सुप्रीमो मायावती के इंडिया गठबंधन में आने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि 'उसके बाद का (2024 लोकसभा चुनाव) भरोसा आप दिलाओगे। बात भरोसे का है। अगर वह आती हैं तो आप में से कौन भरोसा दिलाएगा ?'

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आपको बता दें कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में सपा और बसपा ने उत्तर प्रदेश में गठबंधन किया था। इस महागठंधन में आरएलडी भी शामिल थी। बसपा ने 10 सीटें जीती थीं, जबकि सपा के खाते में 5 सीटें आई थीं। आरएलडी कोई सीट नहीं जीत सकी थी। चुनाव बाद मायावती ने गठबंधन तोड़ लिया था और 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव बसपा अकेले लड़ी थी। इतना ही नहीं, मायावती ने सपा का गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ के उपचुनाव में अपना उम्मीदवार भी उतारा था। इसमें भाजपा के दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को जीत मिली थी। सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव यहां हार गए थे।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि मकर संक्रांति तक गठबंधन में सीटों के बंटवारे का निर्णय हो जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सपा पूरी जिम्मेदारी के साथ इंडिया गठबंधन में है। गठबंधन में किसे क्या जिम्मेदारी दी जाएगी, इस पर फैसला जल्द लिया जाएगा। सपा प्रमुख ने कहा, 'एक बात साफ है कि उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की जनता भी बीजेपी को हटाना चाहती है। ग्राम प्रधानों का बजट कम करके विकसित भारत का सपना पूरा नहीं किया जा सकता'।

राम मंदिर मुद्दे पर क्या बोले अखिलेश

अयोध्या में राम मंदिर के उदघाटन पर अखिलेश यादव ने कहा कि धर्म राजनीति का हिस्सा नहीं हो सकता। किसानों की आय दोगुनी हुई या नहीं, युवाओं को रोजगार मिला या नहीं, इन सवालों का जवाब बीजेपी को देना होगा, चूंकि भाजपा के पास इन सवालों का जवाब नहीं है, इसलिए वह धर्म के पीछे छिप जाती है।' राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि 'बीजेपी के लोग कह रहे हैं कि जिनके पास निमंत्रण पत्र होगा केवल वे ही जाएंगे। हमारा रुख है कि जब भगवान (किसी को) बुलाते हैं तो बीजेपी भी उसे नहीं रोक सकती'।

उन्होंने कहा कि अगर हमें मंदिर देखने का मन हो तो क्या कोई हमें रोक पाएगा? भाजपा कैसे तय कर सकती है कि किसे आमंत्रित करना है और किसे नहीं? इसका मतलब यह नहीं की यह भगवान श्रीराम की इच्छा है, बल्कि यह फैसला भाजपा का है'। प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी के बारे में एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा, 'सवाल यह नहीं है कि कौन सा पद कौन संभालेगा आप बलिया से हैं, यहां (चंद्रशेखर) प्रधानमंत्री रहे हैं। आप इन बातों को समझते हैं और सभी परिस्थितियों को भी समझते हैं। कई बार कम सीट वाले भी प्रधानमंत्री बन जाते है, लेकिन हमारे लिए मुख्य बात यह है कि भाजपा हार जाए'।

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राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि अभी यह कांग्रेस की न्याय यात्रा है। यह अच्छी बात है कि यात्रा हो रही है, लेकिन सभी पार्टियां चाहती हैं कि टिकट और सीटों का बंटवारा यात्रा से पहले हो जाना चाहिए। जब सीटों का बंटवारा हो जाएगा तो कई लोग अपने आप सहयोग के लिए सामने आएंगे, क्योंकि चुनाव लड़ने वाला उम्मीदवार पूरी जिम्मेदारी के साथ सामने आएगा। यात्रा में शामिल होने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। UP News

कौन होगा ‘INDIA’ का पीएम चेहरा, कांग्रेस और सपा ने कितनी सीटें मांगी ?

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