Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित ऐस सिटी सोसाइटी की एओए पर वित्तीय अनियमितता का आरोप सोसाइटी के लोगों ने लगाया है। जिसके बाद एओए के कार्यकाल का वित्तीय आॅडिट होगा। इस संबंध में डिप्टी रजिस्ट्रार ने आदेश जारी कर जांच अधिकारी की नियुक्ति की है। जांच अधिकारी 4 सप्ताह में रिपोर्ट पेश करेंगे। निवासियों ने सोसाइटी में बरती गई लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाकर डिप्टी रजिस्ट्रार से शिकायत की थी।
एओए ने निवासियों को खर्चे का हिसाब नहीं दिया
सोसाइटी में रहने वाले आत्माराम राठौर और हिमांशु सिंह ने बताया कि फरवरी में चुनाव होना है, लेकिन अभी तक एओए ने निवासियों को खर्चे का हिसाब नहीं दिया है। सोसाइटी में बरती गई लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाकर डिप्टी रजिस्ट्रार से शिकायत की गई थी। निवासियों का आरोप था कि सोसाइटी में अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन (एओए) की ओर से लगातार वित्तीय अनियमितताएं बरती जा रही है। जिसके बाद निर्णय लिया गया है कि एओए के पूरे कार्यकाल का आॅडिट किया जाएगा।
पर्सनल खाते में ट्रांसफर किए जा रहे हैं पैसे
इसे लेकर निवासियों ने 15 अक्टूबर 2024 को जिलाधिकारी और डिप्टी रजिस्ट्रार से शिकायत की थी। अब डिप्टी रजिस्ट्रार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए वित्तीय आॅडिट करने के निर्देश दिए हैं। जिसके लिए दिल्ली की एक कंपनी को चुना गया है। जो 4 सप्ताह में आॅडिट को पूरा कर रिपोर्ट पेश करेगी। निवासियों का आरोप है कि सोसाइटी अकाउंट से पैसे निकाल कर अपने पर्सनल खाते में ट्रांसफर किए जा रहे हैं। अब आॅडिट किए जाने का निर्णय लेने के बाद से सोसाइटी के लोगों ने राहत की सांस ली है।
जांच अधिकारी को देने होंगे दस्तावेज
डिप्टी रजिस्ट्रार ने एओए के पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जांच अधिकारी विवेक तिवारी की ओर से मांगे गए सभी दस्तावेज पेश करने होंगे। इसके साथ ही सोसाइटी के हित में किए गए कार्यों पर खर्च हुए रुपये का हिसाब किताब भी देना होगा। यदि एओए की ओर से जांच में मदद नहीं की गई तो उनके ऊपर कार्रवाई होगी। अब सोसाइटी के लोगों को उम्मीद है कि सोसाइटी में एओए द्वारा की गई अनियमितता का राजफाश होगा।
एफडी के डेढ़ करोड़ खर्च करने का आरोप
विजय सिंह, हरीश कुमार और अमित सिंह ने बताया कि बिल्डर से पूर्व एओए ने हैंडओवर लेते समय 6 करोड़ रुपये की धनराशि ली थी। इस एफडी की धनराशि को आपदा जैसे लिफ्ट में आग लगने या कोई बड़े कार्यों के लिए रखा गया था, लेकिन वर्तमान एओए के पदाधिकारियों छोटे-मोटे कामों में खर्च कर रहे हैं। और इसका हिसाब किताब भी नहीं बताया जा रहा। दूसरी ओर वरुण, उपाध्यक्ष ऐस सिटी सोसाइटी ने एओए पर लगाए गए सभी आरोप गलत बताए हंै। सोसाइटी के हित में किए गए सभी कार्य निवासियों की सहमति से किए गए हैं। सोसाइटी की एफडी को तोड़ा नहीं गया है। बल्कि एफडी के जो भी ब्याज के पैसे आए थे। उसका इस्तेमाल सोसाइटी के कार्यों के लिए किया गया है। एओए द्वारा वित्तीय आॅडिट में पूरा सहयोग दिया जाएगा। Greater Noida News
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