Greater Noida News : यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) तथा भट्टा व पारसौल गांव के किसानों के बीच समझौता हो गया है। भट्टा तथा पारसौल के सभी किसानों को जल्दी ही मुआवजा दे दिया जाएगा। इसी कड़ी में जेवर एयरपोर्ट के पास विकसित हो रहे यीडा के सेक्टर-18 तथा सेक्टर-20 में 1326 आवंटियों को कब्जा दे दिया जाएगा।
15 साल बाद पूरा होगा सपना
एक मीडिया रिपोर्ट में बड़ी जानकारी दी गयी है। इस मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जेवर एयरपोर्ट के पास जल्दी ही 1326 प्लॉटों के आवंटियों को कब्जा दे दिया जाएगा। रिपोर्ट में बताया गया है कि किसानों के विरोध से सुर्खियों में आए भट्टा और पारसौल गांव में आवंटित किए गए प्लॉट पर घर बनाने का सपना 15 वर्ष बाद पूरा होने वाला है। यमुना प्राधिकरण (यीडा) दिसंबर तक आवंटियों को यहां पजेशन देने की तैयारी में है। यीडा ने किसानों से सहमति के आधार पर यहां जमीन खरीद ली है। यह यीडा की पहली योजना थी जो 15 वर्ष बाद भी पूरी नहीं हो पाई है।
दरअसल, भट्टा और पारसौल गांव में यीडा ने सेक्टर-18 और 20 के आवासीय क्षेत्र को विकसित करने की योजना बनाई थी। इसके लिए वर्ष 2009 में किसानों की जमीन को धारा-4 और 6 तथा 9 की कार्रवाई करके प्राधिकरण ने अधिग्रहण कर लिया। किसानों के विरोध और मामला न्यायालय में होने की वजह से प्राधिकरण को कब्जा नहीं मिल पाया। इससे 2100 आवंटियों को भुगतान के बाद भी पजेशन नहीं दिया जा सका। यीडा ने किसानों से वार्ता जारी रखकर कुछ वर्ष पहले 800 आवंटियों को कब्जा दिलाया था।
अब यीडा ने शेष 1326 प्लॉटों पर कब्जे की प्रक्रिया पूरी कर किसानों को मुआवजे के लिए राजी कर लिया है। 25 जुलाई से किसानों का मुआवजा जारी होना शुरू हो जाएगा। अहम है कि वर्ष 2009 में योजना बनाते समय यीडा के अधिकारियों ने कार्यालय में बैठकर सेटेलाइट सर्वे कर लिया था। इसमें किसानों की जमीन पर आबादी का ध्यान नहीं रखा गया था।
GST शुल्क को लेकर सीए ने किया बड़ा घोटाला, लाखों रुपये किए गबन
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।