मुंबई में समंदर सड़कों पर उतर आया! भारी बारिश से लगातार बिगड़ रहे हालात

मुंबई में समंदर सड़कों पर उतर आया! भारी बारिश से लगातार बिगड़ रहे हालात
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Aug 2025 12:16 PM
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मायानगरी मुंबई में मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर शहर की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। बीती रात से मुंबई में जारी मूसलाधार बारिश ने सड़कों को समंदर बना दिया है न सड़कें दिख रही हैं, न रेल ट्रैक और न ही हाईवे। शहर की कई डरावनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं जिसमें हालात लगातार बिगड़ते हुए नजर आ रहे हैं। Mumbai Rains 

आज सभी सरकारी और अर्ध-सरकारी दफ्तर बंद

मुंबई में हालात को देखते हुए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने बड़ा फैसला लेते हुए मंगलवार को सभी सरकारी और अर्ध-सरकारी दफ्तर बंद रखने का आदेश दिया है। साथ ही सभी निजी कंपनियों से Work From Home की अपील की गई है ताकि लोग अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित रहें।

कहां कितनी बारिश हुई?

द्वीपीय मुंबई 186.43 मिमी, पूर्वी उपनगर 208.78 मिमी, पश्चिमी उपनगर 238.19 मिमी। इन आंकड़ों से साफ है कि मुंबई के सभी हिस्से भीग चुके हैं और पानी निकासी की व्यवस्था फेल होती दिख रही है। रेलवे ट्रैकों पर पानी भरने की शिकायतें दादर, माटुंगा, परेल और सायन जैसे निचले इलाकों से आई हैं। हालांकि रेलवे का दावा है कि पानी ट्रैक के ऊपर नहीं आया लेकिन ट्रेनों की रफ्तार पर असर पड़ा है।

मुख्य लाइन पर लोकल ट्रेनें 10 मिनट लेट

हार्बर लाइन: 5 मिनट की देरी। पश्चिम रेलवे: खराब दृश्यता की वजह से सेवाएं धीमी।

हाई टाइड और जलभराव ने बिगाड़े हालात

सुबह 9:16 बजे समुद्र में 3.75 मीटर ऊंची हाई टाइड आई वहीं को रात 8:53 बजे फिर 3.14 मीटर की टाइड का अनुमान लगाया जा रहा है। हिंदमाता, अंधेरी सबवे, ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, मुंबई-गुजरात हाईवे और ईस्टर्न फ्रीवे इन सभी जगहों से जलभराव की रिपोर्ट्स सामने आई हैं। ट्रैफिक पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है। मौसम विभाग (IMD) ने मुंबई के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। अनुमान है कि दिन भर बारिश बहुत भारी से अत्यंत भारी हो सकती है। साथ ही हवाएं 45–55 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।

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BMC की अपील

शहर के हालात को देखते हुए BMC और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि घरों से बाहर न निकलें जब तक कोई जरूरी काम न हो। आपात सेवाएं सक्रिय हैं लेकिन भारी बारिश की वजह से राहत कार्यों में बाधाएं आ रही हैं। Mumbai Rains 
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INDIA की ओर से कौन लड़ेगा उपराष्ट्रपति की लड़ाई? इन 3 नामों पर चर्चा तेज!

INDIA की ओर से कौन लड़ेगा उपराष्ट्रपति की लड़ाई? इन 3 नामों पर चर्चा तेज!
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 08:34 PM
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देश में अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा? इस पर सियासी हलचल तेज हो गई है। जहां NDA ने अपने पत्ते खोलते हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना दिया है, वहीं विपक्षी गठबंधन INDIA ने अब तक नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन सूत्रों की मानें तो आज दोपहर तक बड़ा ऐलान हो सकता है। Vice President of India 

आज खड़गे के घर होगी अहम बैठक

INDIA गठबंधन में शामिल सभी प्रमुख दलों की एक बैठक आज दोपहर 12:30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर होने वाली है। इसी बैठक में संभावित साझा उम्मीदवार के नाम पर मुहर लग सकती है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष इस चुनाव को सिर्फ एक संवैधानिक पद की लड़ाई नहीं, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का संघर्ष बताकर जनता के सामने पेश करना चाहता है।

किन नामों पर चल रही है चर्चा?

अब सवाल ये कि INDIA गठबंधन किस नाम पर दांव खेल सकता है? सूत्रों के अनुसार तीन नाम प्रमुख रूप से चर्चा में हैं- मैलस्वामी अन्नादुरई (पूर्व ISRO वैज्ञानिक और चंद्रयान-1 मिशन के प्रमुख) विपक्ष इस चुनाव को एक विज्ञान, सम्मान और राष्ट्रहित से जोड़कर पेश करना चाहता है। तिरुचि सिवा (तमिलनाडु से DMK सांसद, वरिष्ठ नेता और संसदीय राजनीति में लंबा अनुभव) DMK, जो INDIA ब्लॉक का अहम हिस्सा है, उनका नाम मजबूती से आगे बढ़ा रही है। तुषार गांधी (महात्मा गांधी के परपोते और लेखक/इतिहासकार) उनके नाम पर विचार इसलिए भी हो रहा है ताकि ये चुनाव भाजपा के खिलाफ एक वैचारिक और नैतिक संघर्ष के तौर पर दिखाया जा सके। इसके अलावा खबरें हैं कि महाराष्ट्र के किसी दलित बुद्धिजीवी के नाम पर भी मंथन चल रहा है ताकि सामाजिक प्रतिनिधित्व का संदेश भी दिया जा सके।

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एनडीए की चाल तेज

दूसरी ओर एनडीए पहले ही महाराष्ट्र के राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता सी. पी. राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। सोमवार को राधाकृष्णन दिल्ली पहुंचे, जहां भाजपा नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की, जिसे पार्टी का समर्थन और रणनीतिक संकेत माना जा रहा है। अब सबकी निगाहें आज दोपहर होने वाली INDIA ब्लॉक की बैठक पर टिकी हैं। Vice President of India 
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20 साल से चल रही थी फर्जीवाड़े की क्लास! कांग्रेस विधायक पर दर्ज होगी FIR

20 साल से चल रही थी फर्जीवाड़े की क्लास! कांग्रेस विधायक पर दर्ज होगी FIR
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:02 AM
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मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ गंभीर टिप्पणी करते हुए तीन दिनों के भीतर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। मामला भोपाल स्थित इंदिरा प्रियदर्शिनी कॉलेज की मान्यता के लिए कथित रूप से फर्जी सेल डीड जमा करने से जुड़ा है। अदालत ने इसे शुरुआती तौर पर धोखाधड़ी और जालसाजी (IPC की धारा 420, 467, 468) का मामला मानते हुए कड़ा रुख अपनाया है। MLA Arif Masood

क्या कहा कोर्ट ने?

हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच जिसमें जस्टिस अतुल श्रीधरन और जस्टिस प्रदीप मित्तल शामिल थे, ने भोपाल पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिया कि तीन दिन के भीतर आरिफ मसूद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। साथ ही, पुलिस महानिदेशक (DGP) को इस मामले की जांच के लिए SIT (विशेष जांच दल) गठित करने का आदेश दिया गया है। यह टीम 90 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट अदालत में पेश करेगी।

अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाज

कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में यदि किसी विभागीय अधिकारी ने लापरवाही बरती है, तो उसके खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। कोर्ट ने शिक्षा विभाग के उस फैसले को भी उचित ठहराया जिसके तहत 9 जून को कॉलेज की मान्यता रद्द की गई थी। हाईकोर्ट ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चल रहे कॉलेज के संचालन पर सवाल उठाते हुए नए एडमिशन पर रोक भी लगा दी है। अदालत ने कहा कि पिछले 20 सालों से जाली सेल डीड के सहारे कॉलेज का संचालन हुआ, जो प्रशासनिक और राजनीतिक समर्थन के बिना संभव नहीं था।

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क्या था पूरा मामला?

भोपाल स्थित इंदिरा प्रियदर्शिनी कॉलेज की मान्यता रद्द होने के बाद विधायक आरिफ मसूद ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। अदालत ने कॉलेज की जमीन और उससे जुड़े दस्तावेज मांगे। जांच में सामने आया कि 2 अगस्त 1999 को जो सेल डीड प्रस्तुत की गई थी वह फर्जी थी। इसके बाद पेश की गई दूसरी सेल डीड भी राजस्व रिकॉर्ड में मौजूद नहीं थी। मामला जितना शैक्षणिक संस्थान की मान्यता से जुड़ा है, उतना ही राजनीतिक और प्रशासनिक मिलीभगत की ओर भी इशारा करता है। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में न केवल फर्जीवाड़े पर सवाल उठाए बल्कि सिस्टम की नाकामी को भी कटघरे में खड़ा किया है। MLA Arif Masood