भारत के हर मतदाता के लिए खास है 25 जनवरी का दिन

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National Voters Day
locationभारत
userचेतना मंच
calendar25 Jan 2025 05:57 PM
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National Voters Day : भारत के हर नागरिक के लिए 25 जनवरी का दिन बेहद खास दिन है। 25 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters Day) मनाया जाता है। अगर हम बात करें राष्ट्रीय मतदाता के अर्थ की तो राष्ट्रीय मतदाता का सीधा अर्थ है कि, देश के हर नागरिक को मतदान के महत्तव को समझना चाहिए। क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रीय मतदाता भारत के मतदाताओ को जागरुक बनाने का दिन भी माना जाता है। हम सबको ये पता है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। ऐसे में राष्ट्रीय दिवस का महत्तव और अधिक बढ़ जाता है।

क्या है राष्ट्रीय मतदाता दिवस?

राष्ट्रीय मतदाता दिवस भारत के चुनाव आयोग के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में इसे मंजूरी दी गई थी। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य भारत में चुनावों में भागीदारी और लोकतंत्र को मजबूत करना है। प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। पहली बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस (25 जनवरी) 2011 को मनाया गया था। साल 2025 में 15वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन 1950 मे स्थापित हुए निर्वाचन आयोग (इलेक्शन कमिशन) की स्थापना का प्रतीक है।

18 वर्ष की आयु से वोट देने का अधिकार

दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मनमोहन सिंह के कार्यकाल मे 18 वर्ष की आयु प्रकट कर चुके नव युवा मतदाता सूची मे नाम दर्ज कराने में रुचि कम दिखा रहे थे। कुछ मामलो मे तो नामांकन का स्तर 20 से 25 प्रतिशत कम हो चुका था। इस समस्या से निपटने के लिए चुनाव आयोग ने देशभर मे 8.5 लाख मतदान केन्द्रों मे हर साल 1 जनवरी तक 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुके युवाओ की पहचान करने के लिए जोरदार अभ्यास चलाने का फैसला लिया था।

पहचान पत्र दिखाकर मतदान करना जरूरी

बता दें कि, उस दौरान की सूचना एंव प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा था कि, अभियान के दौरान 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके मतदाताओ की पहचान की जाएगी। तथा हर साल 25 जनवरी को उन्हें मतदाता फोटो पहचान पत्र सौंप दिया जाएगा। इसी कारण 25 जनवरी के दिन को राष्ट्रीय मतदाता दिवस घोषित कर दिया गया था। आपको बता दें कि, मतदाता फोटो पहचान पत्र एक पहचान दस्तावेज़ है जो 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले व्यक्तियों का दिया जाता है। मतदाता पहचान पत्र को दिखा कर ही चुनाव मे मतदान किया जा सकता है।

मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी, मुंबई हमले के वांटेड राणा को लाएगी भारत

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मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी, मुंबई हमले के वांटेड राणा को लाएगी भारत

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Tahawwur Hussain Rana
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 01:10 AM
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Tahawwur Hussain Rana : 26/11 मुंबई आतंकी हमले (Mumbai Terror Attack) को आज भी याद करके देशवासियों की आंखें गमगीन हो जाती है। 26 नवंबर साल 2028 में पाकिस्तानी आतंकियों ने मायानगरी मुंबई के अलग-अलग जगहों को निशाना बनाया था और मौका पाते ही इन जगहों पर बम धमाके और गोलाबारी करते हुए आंतकी हमले को अंजाम दिया था। इस आतंकी हमले में कई मासूमों की जान चली गई थी। मुंबई में हुए इस आतंकी हमले मे पूरे देश का हिलाकर रख दिया था। इस आतंकी हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा (Tahawwur Hussain Rana) को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया। बता दें कि, अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद इसे मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने दिया ग्रीन सिग्नल

बता दें कि मुंबई आतंकी हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा (जो काफी समय से अमेरिका  की जेल में बंद है) के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी गई है। ये मंजूरी अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की ओर से दी गई है। बता दें कि, कोर्ट ने मामले में उसकी दोषसिद्धि के खिलाफ समीक्षा याचिका खारिज कर दी है। पाकिस्तानी मूल के कनाडाई बिजनेसमेन तहव्वुर राणा पर भारत में 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में प्रमुख भूमिका निभाने का आरोप है। बताया जा रहा है कि, भारत ने अमेरिका की एजेंसी के साथ डीटेल्स साझा की थी, जो लोवर कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में रखी गई। भारत के इस डिटेल्स को अमेरिकी कोर्ट की ओर से स्वीकार कर लिया गया। बता दें कि, भारत ने जो दस्तावेज दिए थे उसमें 26/11 हमले तहव्वुर के रोल का जिक्र किया गया था।

मुंबई हमलों के मामले में वॉन्टेड था तहव्वुर राणा

भारत, राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था क्योंकि वह 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के मामले में वॉन्टेड था। इससे पहले, वह सैन फ्रांसिस्को में उत्तरी सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय सहित कई संघीय अदालतों में कानूनी लड़ाई हार गया था। 13 नवंबर को तहव्वुर राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में मामले के रिव्यू के लिए याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया। तहव्वुर राणा को फिलहाल लॉस एंजिल्स के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में हिरासत में रखा गया है।

Waqf Bill पर JPC की बैठक में जमकर हुआ हंगामा, 10 विपक्षी सांसद निलंबित

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Waqf Bill पर JPC की बैठक में जमकर हुआ हंगामा, 10 विपक्षी सांसद निलंबित

Waqf Bill
Waqf Bill
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:22 AM
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Waqf Bill : वक्फ संशोधन अधिनियम पर चल रही चर्चा में हाल ही में जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) में जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद विपक्षी दलों के दस सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। हंगामे के दौरान असदुद्दीन ओवैसी, कल्याण बनर्जी, इमरान मसूद सहित कई अन्य विपक्षी नेताओं ने गंभीर आरोप लगाया है। वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) में हुई हंगामे की घटना ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। बता दें कि, JPC की बैठक में दोनों पक्षों के बीच हंगामा इतना अधिक बढ़ गया कि मार्शल को बुलाना पड़ा। इस दौरान सांसदों द्वारा जमकर नारेबाजी की गई। विपक्ष ने 27 जनवरी को क्लॉज बाई क्लॉज पर चर्चा करने से ऐतराज जताया है। इसके खिलाफ विपक्ष ने जोर से हंगामा किया। इस विवाद के बाद, विपक्षी दलों के 10 सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। जिसमें टीएमसी के कल्याण बनर्जी, टीएमसी के नदीम उल हक, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी, समाजवादी पार्टी के मोबीबुल्लाह, कांग्रेस के नासिर हुसैन, कांग्रेस के इमरान मसूद, मोहम्मद जावेद, शिवसेना यूबीटी के अरविंद सावंत, डीएमके के ए राजा और अब्दुल्ला शामिल हैं।

आज की बदतमीजी नहीं सही जाएगी

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बयान देते हुए कहा है कि, 'मैंने विपक्ष को कभी नहीं रोका। आज तक जब भी मीटिंग हुई मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया। आज जिस तरह से बदतमीजी की गई, वो किसी भी तरह से स्वीकार नहीं है।' इस बीच तृणमूल पार्टी के सांसद कल्याण बनर्जी का भी बयान सामने आया है। कल्याण बनर्जी का कहना है कि, बीजेपी सांसदों के जो मन में आ रहा है वह बोल रहे हैं। बताया जा रहा है कि जेपीसी के सदस्य (विपक्षी सांसद) इस बात पर सवाल उठा रहे थे कि एड-हॉक मीटिंग क्यों बुलाई जा रही है। अब सभी 27 तारीख की मीटिंग में आएंगे।

विपक्षी सदस्य लोकसभा स्पीकर को लिख रहे पत्र

सूत्रों के मुताबिक वक्फ जेपीसी में शामिल विपक्षी सदस्य चेयरमैन की शिकायत लोकसभा के स्पीकर से करेंगे। वक्फ की जेपीसी में शामिल विपक्षी सदस्य लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखने जा रहे हैं। पत्र में शिकायत करेंगे कि जेपीसी की बैठक को अलोकतांत्रिक तरीके से चलाया जा रहा है। जल्दबाजी की जा रही है, रात में अचानक बैठक की तारीख और एजेंडा में बदलाव किया जा रहा है। पिछले महीने वक्फ संशोधन विधेयक की समीक्षा कर रही एक संसदीय समिति ने कर्नाटक, राजस्थान और मध्य प्रदेश द्वारा वक्फ संपत्तियों की स्थिति पर दिए गए जवाबों को असंतोषजनक बताया था। समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा था कि इन राज्यों के प्रतिनिधियों को जवाब प्रस्तुत करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।

बाढ़ कोर्ट में बाहुबली अनंत सिंह ने किया सरेंडर, बेऊर जेल भेजा

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