New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये देशभर के 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि प्रधानमंत्री ने जिन रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी, उनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 55-55, बिहार के 49, महाराष्ट्र के 44, पश्चिम बंगाल के 37, मध्य प्रदेश के 34, असम के 32, ओडिशा के 25, पंजाब के 22, गुजरात एवं तेलंगाना के 21-21, झारखंड के 20, आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु के 18-18, हरियाणा के 15 व कर्नाटक के 13 स्टेशन शामिल हैं।
पीएमओ ने बताया था कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ रुपये होगी और इसके तहत यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उसने बताया था कि स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।
पीएमओ ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते हैं और रेलवे लोगों के लिए परिवहन का पसंदीदा साधन है। उसने कहा था कि मोदी ने रेलवे स्टेशन पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है।
New Delhi: पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री के इस दृष्टिकोण के मद्देनजर 1,309 स्टेशन के पुनर्विकास के लिए ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ शुरू की गई है। उसने कहा कि ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत प्रधानमंत्री ने रविवार को 508 स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये अमृत भारत स्टेशन योजना को लॉन्च किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत, जो विकसित होने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, अपने अमृत काल की शुरुआत में है। नई ऊर्जा, नई प्रेरणा और नए संकल्प हैं और इसी भावना के साथ, भारतीय रेलवे के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने रिमोट का बटन दबाकर 508 स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव रख दी है।
पीएम मोदी ने एक ट्वीट करके कहा कि ‘6 अगस्त रेलवे क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। ‘508 अमृत भारत रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास पर काम आज से शुरू हो रहा है। लगभग 25,000 करोड़ इन 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्विकास पर खर्च किया जाएगा। आप कल्पना कर सकते हैं कि बुनियादी ढांचे, रेलवे और सबसे महत्वपूर्ण रूप से मेरे देश के आम लोगों के लिए यह कितना बड़ा अभियान होगा।Ó
पीएम मोदी ने कहा कि ‘पिछले कुछ वर्षों में रेलवे में बहुत सारे काम हुए हैं। पिछले नौ वर्षों में दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन में रेलवे नेटवर्क से भी अधिक रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं। आप काम के पैमाने की कल्पना कर सकते हैं। भारत मे आज आधुनिक ट्रेनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आज देश का लक्ष्य है कि रेलवे की यात्रा हर यात्री के लिए, हर नागरिक के लिए सुलभ हो और सुखद भी हो। अब ट्रेन से लेकर स्टेशन तक आपको बेहतर अनुभव देने का प्रयास है।
New Delhi: हर व्यक्ति और नागरिक के लिए रेल यात्रा को आरामदायक और संतोषजनक बनाना
पीएम मोदी ने कहा कि देश का लक्ष्य हर व्यक्ति और नागरिक के लिए रेल यात्रा को आरामदायक और संतोषजनक बनाना है। यह लोगों को ट्रेन से स्टेशन तक बेहतरीन अनुभव देने का एक प्रयास हैज्आज देश के हजारों रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाईफाई कनेक्शन है। रेलवे को हमारे देश की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसके साथ ही हमारे शहरों की पहचान भी उनके रेलवे स्टेशन से जुड़ी होती है।
पीएम मोदी ने कहा कि शहरों की सारी गतिविधियां रेलवे स्टेशन के आसपास ही होती हैं। इसलिए, हमारे रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और आधुनिकीकरण करना और रेलवे के क्षेत्र का इष्टतम उपयोग करना महत्वपूर्ण है। सरकार ने स्टेशनों को शहर और राज्यों की पहचान से जोडऩे के लिए वन स्टेशन- वन प्रोडक्ट योजना भी शुरू की है, इससे पूरे इलाके के लोगों को, कामगारों-कारीगरों को फायदा होगा साथ ही जिले की ब्रांडिंग भी होगी।
New Delhi: आजादी के अमृतकाल में देश ने अपनी विरासत पर गर्व का भी संकल्प लिया
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में देश ने अपनी विरासत पर गर्व का भी संकल्प लिया है। ये अमृत रेलवे स्टेशन उसके भी प्रतीक बनेंगे। इन स्टेशनों में देश की संस्कृति और स्थानीय विरासत की झलक दिखेगी। हर अमृत स्टेशन, शहर की आधुनिक आकांक्षाओं और प्राचीन विरासत का प्रतीक बनेगा।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी के अनुसार, विश्व के सबसे बड़े और व्यस्ततम रेलवे नेटवर्क्स में से एक है, जो देश के हजारों शहरों और नगरों को परस्पर जोड़ते हुए लाखों लोगों को यातायात का एक महत्वपूर्ण साधन उपलब्ध कराता है। पिछले नौ वर्षों से भारतीय रेल के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया चल रही है। इसके अंतर्गत आधारभूत ढांचे, तकनीक और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों की पुनर्सज्जा, नई रेलवे लाइनें बिछाने, शत-प्रतिशत विद्युतीकरण और यात्रियों एवं परिसंपत्तियों की संरक्षा को बढ़ाने जैसी व्यापक गतिविधियां शामिल हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में बताया कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ होगी और इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान होंगी। प्रधानमंत्री जिन रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे।
New Delhi: विश्व स्तरीय सुविधाएं देना प्राथमिकता
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते हैं और रेलवे लोगों के परिवहन का पसंदीदा साधन है। उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है। इस दृष्टिकोण से 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए ‘अमृत भारत स्टेशन योजनाÓ शुरू की गई। योजना के तहत पीएम मोदी 508 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखेंगे।?
New Delhi: सिटी सेंटर के रूप में होंगे विकसित
पीएमओ ने कहा, इसके तहत शहर के दोनों किनारों के समुचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण शहर के समग्र शहरी विकास के समग्र दृष्टिकोण से प्रेरित है, जो रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित है।
New Delhi: 508 स्टेशनों की बदलेगी सूरत
उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन शामिल हैं।
इसके अलावा, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 और अन्य कई राज्यों के कई स्टेशन शामिल हैं। 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए है।
New Delhi: यूपी में किया जा रहा कई प्रमुख स्टेशनों का नवीनीकरण
उत्तर प्रदेश में लखनऊ का बादशाहनगर, कानपुर सेंट्रल और झांसी राज्य में पुनर्विकसित किए जा रहे प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से हैं। अगले 3 साल के दौरान कानपुर सेंट्रल स्टेशन के पुनर्विकास पर लगभग 767 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जबकि झांसी पर 477 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
New Delhi: इन स्टेशनों का विकास हमारी सरकार का एक प्रमुख फोकस है : अश्विनी वैष्णव
रेल विभाग का लक्ष्य इन स्टेशनों के पुनर्विकास काम को 2025 तक पूरा करना है। प्रधानमंत्री मोदी खुद इस परियोजना के काम की निगरानी कर रहे हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इन स्टेशनों का विकास हमारी सरकार का एक प्रमुख फोकस है। हमारे प्रधानमंत्री निजी रूप से इन रेलवे स्टेशनों की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने इन स्टेशनों के डिजाइन में इनपुट दिए हैं।
योजना का उद्देश्य
स्टेशनों का सिटी सेंटरों के रूप में विकास।
शहर के दोनों छोरों का एकीकरण।
स्टेशन भवनों का सुधार व पुनर्विकास।
आधुनिक यात्री सुविधाओं का प्रावधान।
बेहतर यातायात व्यवस्था और इंटरमोडल इंटीग्रेशन।
मार्गदर्शन के लिए एक-समान और सहायक सूचक चिन्ह।
मास्टर प्लान में उचित संपत्ति विकास का प्रावधान।
लैंडस्केपिंग, स्थानीय कला और संस्कृति।
24470 करोड़ होगी परियोजना की लागत।