Bullet Train : जापान की हाई-स्पीड बुलेट ट्रेनों की रीढ़ — दुनिया के सबसे तेज, सुरक्षित और आरामदायक रेल नेटवर्क्स में से एक है। भारत में चल रहे मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए भी जापान से तकनीकी सहयोग मिल रहा है। लेकिन सवाल यह है कि जापान की बुलेट ट्रेन इतनी तेज कैसे चलती है? इसके पीछे कौन सी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का हाथ है? आइए जानते हैं विस्तार से:
1. शिंकानसेन: जापान की हाई-स्पीड रेल का नेटवर्क
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“शिंकानसेन” का अर्थ है नई मेन लाइन।
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यह हाई-स्पीड रेल नेटवर्क है, जिस पर जापान की बुलेट ट्रेनें चलती हैं।
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1964 से शुरू हुई यह सेवा आज भी टेक्नोलॉजी और सुरक्षा के लिहाज से दुनिया में सबसे आगे है।
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भारत में प्रस्तावित बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भी जापान की लेटेस्ट E10 सीरीज ट्रेनों की चर्चा है।
2. कौन बनाता है ये बुलेट ट्रेनें?
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बुलेट ट्रेनों का निर्माण जापान की प्रमुख कंपनियां करती हैं जैसे:
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हिताची (Hitachi)
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कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज (Kawasaki Heavy Industries)
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भारत को मिलने वाली बुलेट ट्रेनों का निर्माण भी हिताची करेगी।
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ये कंपनियां ट्रेन की स्पीड, सेफ्टी, और कंफर्ट तीनों को ध्यान में रखकर एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग करती हैं।
3. ईएमयू (EMU) टेक्नोलॉजी: हर कोच में इंजन
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बुलेट ट्रेनें ईएमयू (EMU) तकनीक से सुसज्जित होती हैं, जिसमें हर डिब्बा खुद एक मोटर की तरह काम करता है।
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इसका मतलब है कि ट्रेन के हर कोच में अपना अलग ट्रैक्शन मोटर होता है।
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इससे ट्रेन तेज़ गति से दौड़ सकती है और अलग से इंजन की आवश्यकता नहीं होती।
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यह तकनीक ट्रेन को न केवल तेज बनाती है, बल्कि सफर को स्मूद और ऊर्जा-कुशल भी बनाती है।
4. मैगलेव टेक्नोलॉजी: जब ट्रेन हवा में दौड़ती है
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चुंबकीय ताकत से लैस मैगलेव टेक्नोलॉजी ट्रेन को पटरियों से ऊपर हवा में दौड़ने में सक्षम बनाती है।
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इसमें ट्रेन के नीचे और ट्रैक में लगे शक्तिशाली चुंबक आपस में आकर्षण और प्रतिकर्षण बल से ट्रेन को हवा में ऊपर उठा देते हैं।
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इससे घर्षण पूरी तरह खत्म हो जाता है और ट्रेन बिजली जैसी रफ्तार पकड़ लेती है।
5. कैसे काम करता है मैगलेव?
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ट्रैक में लगे मेटल लूप्स और ट्रेन में लगे चुंबक एक-दूसरे के विपरीत दिशा में करंट उत्पन्न करते हैं।
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इससे एक मैग्नेटिक फील्ड बनता है जो ट्रेन को ऊपर उठाने और आगे बढ़ाने में मदद करता है।
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यह तकनीक ट्रेन की साउंडलेस ऑपरेशन, कम मेंटेनेंस और ज्यादा स्पीड** सुनिश्चित करती है।
6. शानदार एयरोडायनामिक डिजाइन
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बुलेट ट्रेनें खास तरह के एयरोडायनामिक डिजाइन में बनती हैं जो हवा को चीरते हुए दौड़ने में मदद करता है।
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नोज़ (nose) का शेप तेज रफ्तार में एयर प्रेशर को कम करता है जिससे ट्रेन तेज चल सकती है।
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साथ ही, इससे स्टेशन में एंट्री के समय होने वाला शोर भी कम होता है।
7. सेफ्टी में भी बेमिसाल
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जापानी बुलेट ट्रेनें केवल तेज ही नहीं, बल्कि दुनिया की सबसे सुरक्षित ट्रेनों में से एक हैं।
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अब तक बुलेट ट्रेन से कोई भी जानलेवा हादसा नहीं हुआ है, जो इसकी विश्वसनीयता को दर्शाता है।
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इसमें ऑटोमैटिक ब्रेकिंग सिस्टम, एंटी-अर्थक्वेक टेक्नोलॉजी और ट्रैक मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे फीचर्स हैं। Bullet Train :
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