Europe’s New Superpower : पोलैंड वर्तमान में यूरोप में एक नई महाशक्ति के रूप में उभर रहा है, विशेष रूप से अपने रक्षा बजट और सैन्य विस्तार के माध्यम से 2024 में, पोलैंड ने अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 4.1% रक्षा क्षेत्र में खर्च किया। जो नाटो देशों में सबसे अधिक है, और 2025 में इसे 4.7% तक बढ़ाने की योजना है। पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने संविधान में संशोधन का प्रस्ताव दिया है, जिससे रक्षा खर्च को जीडीपी के कम से कम 4% पर अनिवार्य किया जा सके।
लगातार बढ़ा रहा सैन्य शक्ति
सैन्य विस्तार के संदर्भ में, पोलैंड की सेना में वर्तमान में लगभग 2,16,000 सक्रिय सैनिक हैं, और सरकार ने इसे बढ़ाकर 3,00,000 सैनिकों तक ले जाने की योजना बनाई है। इसके अलावा, पोलैंड ने अमेरिका से 35 फाइटर जेट्स, पैट्रियट मिसाइल सिस्टम और अब्राम्स टैंकों की खरीद के लिए समझौते किए हैं। पोलैंड यूरोप में सबसे बड़ी तोपखाने वाली शक्ति बनने की दिशा में अग्रसर है, जिसमें 1,000 नए टैंक और 600 नई होवित्जर तोपें शामिल की जा रही हैं।
पोलैंड यूरोप का नया शक्ति केंद्र बन रहा
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद, यूरोप का राजनीतिक और सैन्य शक्ति संतुलन पूर्वी दिशा में स्थानांतरित हो रहा है, जिसमें पोलैंड अग्रणी भूमिका निभा रहा है। पोलैंड आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है और सैन्य विस्तार और आधुनिक हथियारों के चलते यूरोप में नया शक्ति केंद्र बन रहा है। आने वाले वर्षों में, पोलैंड नाटो और यूरोपीय संघ में अपनी स्थिति को और मजबूत कर सकता है, जिससे यूरोप की भू-राजनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण परिवर्तन संभव है। पोलैंड की इस नई भूमिका से यूरोप में शक्ति संतुलन में बदलाव आ रहा है, जो आने वाले समय में वैश्विक राजनीति पर भी प्रभाव डाल सकता है।
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