Pakistani Campaign : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों में जल्दीबाजी में किए गए निर्णय के कारण कई आतंकवादियों के साथ आम नागरिक भी मारे गए हैं। साथ ही पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों की भी जान गई है। हालांकि, इन अभियानों में नागरिकों की मौत की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। उदाहरण के लिए, 26 दिसंबर 2024 को खैबर पख्तूनख्वा में तीन अलग-अलग अभियानों में 13 आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तानी सेना के एक मेजर की मौत हुई थी।
सेना आम नागरिकों को भी मार रही
इसी तरह, 20 नवंबर 2024 को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में एक आत्मघाती हमले में 10 सैनिकों की मौत हुई थी, जबकि 7 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी हाफिज गुल बहादुर समूह ने ली थी। इस इलाके में आतंकियों और सैनिकों में बराबर झड़प या गोलीबारी होती रही है। हालात ये है कि सेना इतना त्रस्त हो गई है कि अब आम नागरिकों को भी मारने से परहेज नहीं कर रही है।
इन घटनाओं में नागरिकों की मौत की कोई रिपोर्ट नहीं
हालांकि, इन घटनाओं में नागरिकों की मौत की कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं है। सेना का भी मानना है कि आतंकी आम लोगों के बीच में छिपे होते हैं जिसके कारण ऐसे हादसे होते हैं। जानकारी मिलने पर आतंकियों के मारने के चक्कर में आम लोग भी ड्रोन या सेना के शिकार हो जाते हैं।
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