Pahalgam Terror Attack : पहलगाम हमले के बाद कश्मीर और भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र को लेकर जो माहौल बना है, वह अभूतपूर्व और चिंताजनक है। इस हमले ने सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता पैदा कर दी है। आइए इस घटनाक्रम और अमेरिका की नई चेतावनी को प्रमुख बिंदुओं में समझते हैं।
हमले के बाद बने हालात और अमेरिका की चेतावनी
-अमेरिका ने की सख्त एडवाइजरी जारी
-अमेरिकी विदेश विभाग ने कश्मीर और भारत-पाकिस्तान सीमा के 10 किलोमीटर दायरे में यात्रा न करने की चेतावनी दी है।
-अमेरिकी नागरिकों को जम्मू-कश्मीर (लेह-लद्दाख को छोड़कर) की यात्रा से परहेज करने को कहा गया है क्योंकि वहां आतंकी हमलों और नागरिक अशांति का खतरा बना हुआ है।
-अमेरिका की सख्त प्रतिक्रिया, इस बात का संकेत है कि भारत को जवाबी कार्रवाई के लिए राजनयिक सहमति मिल सकती है।
भारी पलायन और पर्यटन का नुकसान
कश्मीर में सैलानियों की हत्या के बाद देशभर से जून तक की लगभग सभी बुकिंग कैंसिल हो चुकी हैं। होटल, रिजॉर्ट, फ्लाइट सभी प्रभावित हुए हैं। 26 सैलानियों की मौत के बाद घाटी में शोक और डर का माहौल है, जिससे पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हो रहा है।
अमेरिका ने चेतावनी में यह भी जोड़ा कि सीमा क्षेत्र में हालात बेहद तनावपूर्ण हैं, जिससे सैन्य टकराव की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
भारत की प्रतिक्रिया : सिंधु जल संधि का निलंबन
भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया है और कई अन्य कड़े फैसले लिए हैं। माना जा रहा है कि इस बार की प्रतिक्रिया सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक से भी बड़ी हो सकती है। हमले के बाद सोशल मीडिया पर कश्मीरी लोगों को परेशान किए जाने के वीडियो सामने आए हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपील की है कि कश्मीरी छात्रों और व्यापारियों को निशाना न बनाया जाए, और सभी राज्यों से सहयोग मांगा है।
क्या आने वाला है?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को मिल रही सहानुभूति और समर्थन, जैसे कि अमेरिका की सख्त प्रतिक्रिया, इस बात का संकेत है कि भारत को जवाबी कार्रवाई के लिए राजनयिक सहमति मिल सकती है। वहीं पाकिस्तान में भी सेना की हलचल और घबराहट, जैसे कि रातभर विमानों की गश्त, इशारा करते हैं कि वे किसी बड़ी कार्रवाई की आशंका से सतर्क हैं। Pahalgam Terror Attack
National News : पहलगाम आतंकी हमले पर मुस्लिम समुदाय का आक्रोश
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।