Online Game : ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) का क्रेज लगातार बढ़ता दिखाई दे रहा है। युवाओं और बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग की पॉपुलैरिटी इतनी ज्यादा बढ़ गई है जिसके आगे लोग किसी को कुछ नहीं समझते हैं। ऑनलाइन गेमिंग की बढ़ती पॉपुलैरिटी को देखते हुए गेमिंग इंडस्ट्री (Gaming Industry) बच्चों और अडल्ट्स के लिए ढ़ेर सारे गेम तैयार कर रही है। इसी बीच एक ऐसे गेम ने फिर से दस्तक दे दी जिसके बारे में जानकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए हैं। ऐसे में अगर आपका बच्चा भी ऑनलाइन गेम खेलता है तो आपको उसे अलर्ट करने की जरूरत है ताकि आपका बच्चा भी इस खतरनाक गेम का शिकार ना हो जाए।
Online Game बनी मौत की वजह
दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर एक खबर खूब वायरल हो रही है। खबर है कि अमेरिका यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक छात्र ने अपनी जान गवां दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आंध्र प्रदेश के 20 वर्षीय छात्र की संदिग्ध हालत में शव मिला है। ये भारतीय छात्र अमेरिका (America) की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था। आपको बता दें 8 मार्च 2024 को इस छात्र का शव मिला था। इस मामले में ब्रिस्टल काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के प्रवक्ता ग्रेग मिलियोट का कहना है कि मामले की जांच स्पष्ट आत्महत्या के रूप में की जा रही है। जबकि पहले इसे हत्या बताया जा रहा था।
Blue Whale Challenge के चलते गई जान
अगर पुरानी रिपोर्ट की मानें तो भारतीय छात्र बोस्टन यूनिर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था। छात्र के साथ जंगल में लूटपाट हुई जिसके बाद उसकी हत्या कर उसके शव को एक कार के अंदर डाल दिया गया था। इस अफवाह के बाद बोस्टन ग्लोब न्यूज़पेपर (Boston Globe Newspaper) ने भारतीय छात्र की पहचान की थी। फिलहाल मौत का सही कारण अब तक पता नहीं चल सका है। लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ (Blue Whale Challenge) से आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ गेम के चक्कर में कई लोग जान से हाथ धो बैठे हैं।
क्या है ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’? What is Blue Whale Challenge
‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ (Blue Whale Challenge) एक खतरनाक ऑनलाइन गेम (Online Game) है, जिसे एक रूसी गेमर ‘फिलिप बुडेकिन’ के द्वारा बनाया गया था। साल 2013 में बनी इस ‘Blue Whale Challenge’ को ‘सुसाइड गेम’ के नाम से भी जाना जाता है। ‘Blue Whale Challenge’ में गेम खेलने वाले को करीब 50 दिनों में 50 अलग-अलग काम करने का टास्क दिया जाता है और गेमर्स को बहादुरी दिखाते हुए खतरनाक काम करने के लिए कहा जाता है। शुरूआत में प्रतिभागियों को छोटे-मोटे टास्क दिए जाते हैं, उदाहरण के तौर पर ‘आधी रात में जागना’, ‘फिल्म देखना’, लेकिन धीरे धीने टास्क खतरनाक दिशा में मुड़ने लगता है। जैसे “टावर ब्लॉक के किनारे पर खड़े होना” या “अपनी बांह पर काटकर एक व्हेल का चित्र बनाना” आदि शामिल है। जैसे-जैसे गेम का लेवल बढ़ता रहता है ठीक वैसे ही गेमर्स को और खतरनाक टास्क करना होता है। ऐसा कहा जाता है कि 50 वां टास्क आत्महत्या करने का होता है।
बच्चे और युवा होते हैं शिकार
Blue Whale Challenge जैसे खतरनाक गेम के सिकंजे में अधिकतर बच्चे और युवाओं को फंसाकर हत्या या आत्यहत्या करने के लिए उकसाया जाता था। इस गेम में एक ‘क्यूरेटर’ होता है जो प्रतिभागियों को अपने हिसाब से चलाता है। Blue Whale Game में ब्लैकमेलिंग और साइबर बुलिंग जैसी कई चीजें शामिल हैं, जो खिलाड़ियों को गेम से बाहर नहीं जाने देती है।
कई लोगों ने गवांई जान
रिपोर्ट के अनुसार ये रूस में शुरूआत हुई ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ गेम धीरे-धीरे यूक्रेन, चीन, अमेरिका और भारत जैसे देशों में फैल गई। जिसके चलते अमेरिका, रूस, चीन और यूक्रेन के कई लोगों को जान गवांनी पड़ी थी।
‘बुलेडिन’ के जाल में फंसे थे कई युवा
ऐसा कहा जाता है कि Blue Whale Challenge के मामले में ‘फिलिप बुडेकिन’ (Philip Budekin) को जब गिरफ्तार किया गया था तब तक उसने करीब 16 किशोरों को अपने जाल में फंसाकर हत्या या आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया था। जिसके बाद बुलेडिन को तीन साल की सजा सुनाकर जेल में बंद कर दिया गया था। वहीं Blue Whale Challenge जैसे खतरनाक गेम को कई बच्चों और युवाओं की आत्महत्या से जोड़ते हुए इसे कई देशों में बैन कर दिया गया था।
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