Gautam Adani : देश के दूसरे सबसे अमीर उद्योगपति और अडानी ग्रुप (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल गौतम अडानी पर इस वक्त एक बड़ा आरोप लगाया गया है। अडानी पर लगे आरोप के मुताबिक, गौतम अडानी (Gautam Adani) ने अमेरिका में अरबों डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी की है। अडानी पर लगे इन आरापों के बाद गुरुवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है। बता दें कि इससे पिछले कारोबारी के दिन मंगलवार को शेयर बाजार में हरियाली आई थी लेकिन Gautam Adani पर लगे आरापों के बाद शेयर बाजार धड़ाम से गिर गया।
अडानी पर लगा रिश्वतघोरी का आरोप
बता दें कि अमेरिका से अडानी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई जिसमें अडानी ग्रुप की कंपनी पर झूठ बोलने और कॉन्ट्रेक्ट हासिल करने के लिए रिश्वत देने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए। रिपोर्ट्स की मानें तो गौतम अडानी पर US में उनकी कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd) को सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के लिए 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने और इसे छिपाने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, अभियोजकों ने आरोप लगाया है कि इस कॉन्ट्रेक्ट के जरिए अडानी ग्रुप को 20 सालों में करीब 2 अरब डॉलर से ज्यादा का मुनाफा होने की उम्मीद थी। अधिकारियों को ये रिश्वत 2020 से 2024 के बीच दिए जाने का आरोप लगाया गया है। आरोप ये भी लगाए गए हैं कि, अडानी द्वारा इस मुनाफे के लिए अमेरिका सहित अन्य देशों के निवेशकों और बैंकों से झूठ बोला गया।
अडानी और उनके भतीजे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी
जानकारी के मुताबिक, अडानी और सात अन्य लोगों पर अमेरिका में अरबों डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में अमेरिका की कोर्ट में सुनवाई हुई। अडानी और उनके भतीजे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुए हैं। इस मामले के पर अब अडानी ग्रुप का भी बयान सामने आया है, अडानी ग्रुप के बयान के मुताबिक, अमेरिकी न्याय विभाग और SEC ने हमारे बोर्ड के सदस्यों गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने एक अभियोग जारी किया है। यूएस स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (US States Department of Justice) ने हमारे बोर्ड के सदस्य विनीत जैन को भी इसमें शामिल किया है। इन घटनाक्रमों के मद्देनजर, हमारी सहायक कंपनियों ने फिलहाल प्रस्तावित USD नामित बॉन्ड पेशकशों के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है। इसके अलावा ब्लूमबर्ग के मुताबिक, अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों ने अमेरिका से लगे आरोपों के बाद 600 मिलियन डॉलर के बॉन्ड को रद्द कर दिया है।