USA News : भारत तथा रूस के रिश्तों को लेकर अमेरिका (USA) ने बड़ी बात कही है। अमेरिका ने साफ-साफ कहा है कि भारत तथा रूस अब पहले जैसे दोस्त नहीं रहे हैं। अमेरिका का मत है कि रूस पूरी तरह से चीन को गोदी में बैठ गया है। इस कारण भारत के लिए रूस की उपयोगिता समाप्त हो गई है। अमेरिका की इस टिप्पणी की दुनिया भर में खूब चर्चा हो रही है।
क्या बोला अमेरिका ?
दरअसल अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने बड़ी बात कही है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने कहा कि भारत और रूस के संबंध भविष्य में प्रगाढ़ नहीं होने वाले। सुलिवन कोलोराडो में एस्पेन सिक्योरिटी फोरम में हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान उनसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल की रूस यात्रा के बारे में सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने जोर देकर जूनियर पार्टनर बन गया है। जरूरी नहीं कि रूस भविष्य में भारत का महान और विश्वसनीय मित्र हो। उनसे पूछा गया कि, जब प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की, तो आप कितने चिंतित थे।
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सुलिवन ने कहा, ठीक है मोदी के पास विश्व नेताओं का अभिवादन करने का एक अपना तरीका हैं। मैंने इसे करीब से और व्यक्तिगत रूप से देखा है। उन्होंने कहा कि बाइडन प्रशासन कभी नहीं चाहता कि अमेरिका के साझेदार और मित्र देश रूस में जाकर पुतिन को गले लगाएं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या हमें इसके ठोस सबूत मिलते हैं कि भारत रूस के साथ अपने सैन्य और प्रौद्योगिकी संबंधों को गहरा कर रहा है। मुझे तो वे नहीं मिले।
सुलिवन ने कहा, भारत के साथ अमेरिका अपने संबंधों में प्रौद्योगिकी, अर्थशास्त्र, हिंद- प्रशांत क्षेत्र, भू-राजनीति में अपार अवसर देखता है। हम इस संबंध को दो संप्रभु देशों के रूप में गहरा करना चाहते हैं। लेकिन यह बात भी सच है कि भारत का रूस के साथ ऐतिहासिक संबंध है, जिसे वह इतनी जल्द खत्म नहीं करने जा रहा है। लेकिन मैं यह भीं कह सकता हूं कि रूस चीन के करीब होता जा रहा है। रूस भविष्य में किसी भी संकट में भारत के लिए एक महान और विश्वसनीय मित्र नहीं साबित होने वाला है। USA News
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