रियाद – सऊदी अरब ने हज यात्रा के मद्देनज़र एक बड़ा कदम उठाते हुए 14 देशों के नागरिकों के लिए कुछ वीजा श्रेणियों पर अस्थायी रोक लगाने का फैसला किया है। इस सूची में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, और कई अन्य देश शामिल हैं। यह निर्णय मुख्य रूप से हज सीजन के दौरान अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने और अनधिकृत तीर्थयात्रियों को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है।
सऊदी अरब के किस वीजा पर प्रतिबंध लगा है?
यह प्रतिबंध विशेष रूप से टूरिस्ट, विजिट, वर्क या बिजनेस वीजा जैसे अन्य सामान्य वीजा श्रेणियों पर लागू किया गया है। यानी वे लोग जो बिना वैध हज परमिट के सऊदी अरब आना चाहते थे, फिलहाल वीजा नहीं ले पाएंगे।
हज वीजा रखने वाले तीर्थयात्रियों के लिए राहत
इस फैसले से उन लोगों को छूट दी गई है जो सिर्फ हज करने के लिए जा रहे हैं और जिनके पास वैध हज वीजा या परमिट है। ऐसे तीर्थयात्रियों को मक्का और मदीना में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी और वे हज की रस्मों में हिस्सा ले सकेंगे।
सऊदी सरकार का क्या है उद्देश्य
सऊदी अधिकारियों के अनुसार, हर साल लाखों लोग हज यात्रा पर आते हैं, जिससे मक्का और मदीना में भारी भीड़ होती है। अनेक लोग बिना पंजीकरण के या अलग वीजा कैटेगरी में आकर हज में हिस्सा लेते हैं, जिससे व्यवस्था पर बोझ बढ़ता है और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इस बार सरकार पहले से ही सतर्क है और केवल अधिकृत तीर्थयात्रियों को अनुमति देना चाहती है।
कब तक लागू रहेगा प्रतिबंध?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह वीजा निलंबन मिड-जून 2025 तक लागू रहेगा — यानी हज यात्रा समाप्त होने तक। इसके बाद स्थिति की समीक्षा कर आगे का फैसला लिया जाएगा।
भारत सहित प्रभावित देश कौन-कौन से हैं?
हालांकि पूरी 14 देशों की सूची आधिकारिक रूप से साझा नहीं की गई है, परन्तु मीडिया रिपोर्ट्स में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसे दक्षिण एशियाई देशों का ज़िक्र प्रमुखता से किया गया है।
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