अक्षय तृतीया का अद्भुत क्षण! पहली बार राम मंदिर पहुंचे हनुमानगढ़ी के महंत, टूटी 121 साल की ये परंपरा

Picsart 25 04 30 16 49 58 213
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 05:21 PM
bookmark
अयोध्या। अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर अयोध्या में एक ऐतिहासिक क्षण सामने आया, जब हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास पहली बार श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंचे और रामलला के दर्शन किए। इस घटना ने 121 वर्षों से चली आ रही परंपरा को विराम दिया और संत समाज के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा।

संतों की सहमति से टूटी सदियों से चली आ रही परंपरा

हनुमानगढ़ी की परंपरा के अनुसार, वहां का गद्दीनशीन महंत अपने जीवनभर मंदिर परिसर की 52 बीघे की सीमा से बाहर नहीं निकलता। यह परंपरा 1904 से चली आ रही थी। राम मंदिर निर्माण के बाद भी महंत प्रेमदास केवल इस मर्यादा के चलते दर्शन से वंचित थे। लेकिन हाल ही में निर्वाणी अखाड़ा के पंचों की बैठक में सर्वसम्मति से इस परंपरा को विशेष अवसर पर बदलने की सहमति दी गई।

शोभायात्रा से मंदिर तक भावनाओं का प्रवाह

बुधवार सुबह 6 बजे महंत प्रेमदास की भव्य शोभायात्रा हनुमानगढ़ी से गाजे-बाजे के साथ निकली। यात्रा सरयू तट तक गई जहां मां सरयू की पूजा और साधुओं का स्नान हुआ। फिर शोभायात्रा राम मंदिर की ओर बढ़ी। इस दौरान हजारों श्रद्धालु और नागा संन्यासी साथ थे।

रामलला के दर्शन और भाव विभोर महंत

राम मंदिर में प्रवेश कर महंत प्रेमदास रामलला के दर्शन करते ही भाव-विभोर हो गए। वहां मौजूद संतों के साथ उन्होंने रामरक्षा स्तोत्र का पाठ किया और रामलला को 56 भोग अर्पित किए गए। राम मंदिर के गर्भगृह की परिक्रमा की शुरुआत भी इसी मौके पर हुई, जिसे संतों के लिए पहली बार खोला गया।

6 किलोमीटर की यात्रा, 7 घंटे का आयोजन

हालांकि हनुमानगढ़ी से राम मंदिर की दूरी केवल 1 किलोमीटर है, लेकिन शोभायात्रा सरयू तट होते हुए कुल लगभग 6 किलोमीटर तक चली और दोपहर 1 बजे समापन हुआ। इस दौरान पूरे नगर में उत्सव जैसा माहौल रहा।

न्यायालय भी करता रहा है परंपरा का सम्मान

गद्दीनशीन महंत के 52 बीघे की सीमा न लांघने की परंपरा का पालन सिविल न्यायालय भी करता रहा है। किसी कानूनी मामले में महंत की बजाय अखाड़े के प्रतिनिधि कोर्ट में उपस्थित होते हैं, और आवश्यकता होने पर कोर्ट स्वयं हनुमानगढ़ी जाकर बयान दर्ज करता है। UP News : योगी सरकार ने दिया प्रदेश के किसानों को बड़ा तोहफा 
अगली खबर पढ़ें

उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा एक्शन "कुंडा के गुंडे" पर

Gulshan gunda
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Apr 2025 07:29 PM
bookmark
UP News : उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा एक्शन सामने आया है। उत्तर प्रदेश सरकार का ताजा एक्शन "कुंडा के गुंडे" पर हुआ है। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर कुंडा के गुंडे को गैंगस्टर एक्ट के तहत गैंग लीडर घोषित कर दिया गया है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर प्रतापगढ़ का जिला प्रशासन गैंग लीडर की 7 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक की प्रॉपर्टी की कुर्की करने वाला है।

कौन है उत्तर प्रदेश में "कुंडा का गुंडा"

उत्तर प्रदेश में रहने वालों ने "कुंडा का गुंडा" शब्द पहले भी सुना होगा। एक समय था जब उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से लेकर लखनऊ तक "कुंडा का गुंडा" शब्द खूब प्रचलित था। उस समय यह सब उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इस बार कुंडा का गुंडा बना है समाजवादी पार्टी का नेता गुलशन यादव। उत्तर प्रदेश पुलिस ने सपा नेता गुलशन यादव को गैंगस्टर एक्ट के तहत गैंग लीडर घोषित कर दिया है। UP News

उत्तर प्रदेश सरकार ने लिया बड़ा एक्शन

यह खबर उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से आई है। साल 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले गुलशन यादव को गैंग लीडर घोषित कर दिया गया है। गुलशन यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के विरुद्ध लड़ा था। चुनाव में गुलशन यादव की बड़ी हार हुई थी। गुलशन यादव के कारण ही उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ राजा भैया के रिश्ते खराब हो गए थे। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रतापगढ़ में जिला प्रशासन ने गुलशन यादव के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है. बता दें कि गैंगस्टर एक्ट के तहत गुलशन यादव को गैंगलीडर घोषित किया गया है. प्रशासन ने उसकी 7 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया है। उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1986 की धारा 14(1) के तहत यह कार्रवाई की गई है. जिला मजिस्ट्रेट की अदालत ने आदेश जारी किया है। इसके तहत गुलशन यादव की लग्जरी गाड़ी और आवासीय जमीन समेत कुल 7 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक की प्रापर्टी जब्त की जाएगी। लंबे समय से जिले में सक्रिय गुलशन यादव सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी नेताओं में से एक है. वह लंबे समय से जिले में सक्रिय है. प्रशासन की इस कार्रवाई से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. बता दें कि सपा विधायक गुलशन यादव उस वक्त सुर्खियों में आए था जब 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उसे कुंडा सीट से राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़वाया था. वो राजा भैया का करीबी भी रह चुका है. हालांकि तब चुनाव में गुलशन यादव को हार का सामना करना पड़ा था. ये भी बता दें कि प्रतापगढ़ के कुंडा मानिकपुर थाने में गुलशन यादव पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट के कई मुकदमे दर्ज हैं। अब आप समझ गए होंगे कि सपा नेता गुलशन यादव "कुंडा का गुंडा" घोषित हो गया है। UP News

उत्तर प्रदेश सरकार में नजर नहीं आएंगे यें दो बड़े चेहरे, होंगे बाहर

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

उत्तर प्रदेश सरकार में नजर नहीं आएंगे यें दो बड़े चेहरे, होंगे बाहर

Monika arun
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 10:23 AM
bookmark
UP News : उत्तर प्रदेश सरकार में बड़े बदलाव होने वाले हैं। बुधवार 30 अप्रैल 2025 के बाद दो बड़े चेहरे उत्तर प्रदेश सरकार में कहीं भी नजर नहीं आएंगे। लम्बे अर्से से उत्तर प्रदेश सरकार का अहम हिस्सा रहे दो बड़े चेहरे बुधवार को सिस्टम से बाहर हो जाएंगे। इन दो बड़े चेहरों के स्थान पर उत्तर प्रदेश सरकार में किसकी तैनाती होगी इस बात पर मंथन शुरू हो गया है।

बुधवार को रिटायर हो जाएंगे उत्तर प्रदेश सरकार के दो बड़े IAS अफसर

आपको बता दें कि बुधवार 30 अप्रैल 2025 को उत्तर प्रदेश सरकार के दो बड़े IAS अधिकारी रिटायर हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश में मुख्य सचिव के बाद कृषि उत्पादन आयुक्त (APC) का पद सबसे बड़ा होता है। APC के पद पर उत्तर प्रदेश की वरिष्ठï महिला IAS अधिकारी मोनिका एस. गर्ग तैनात हैं। मोनिका एस. गर्ग 30 अप्रैल बुधवार को रिटायर हो रही हैं। जब यह समाचार लिखा जा रहा है तब IAS अधिकारी मोनिका एस. गर्ग के रिटायरमेंट की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। आज के बाद IAS अधिकारी मोनिका एस. गर्ग उत्तर प्रदेश सरकार का हिस्सा नहीं रहेंगी। उनके साथ ही उत्तर प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी अरूण सिंघल भी बुधवार को ही रिटायर हो रहे हैं। अरूण सिंघल उत्तर प्रदेश से जाकर प्रतिनियुक्ति पर भारत सरकार में तैनात हैं। आज के बाद IAS अधिकारी अरूण सिंघल भी उत्तर प्रदेश सरकार का हिस्सा नहीं रहेंगे। UP News

कौन बनेगा उत्तर प्रदेश का नया ACP

उत्तर प्रदेश सरकार में ACP के पद पर तैनात IAS अधिकारी मोनिका एस. गर्ग आज भूतपूर्व हो जाएंगी। मोनिका एस. गर्ग के बाद उत्तर प्रदेश का नया APC कौैन होगा? यह बड़ा सवाल बन गया है। उत्तर प्रदेश सरकार में तैनात IAS अधिकारियों में नए APC के नाम पर खूब चर्चा हो रही है। वरिष्ठता क्रम को देखा जाए तो कृषि उत्पादन आयुक्त यानि APC महत्वपूर्ण पद के लिए वरिष्ठता के आधार पर 1989 बैच के IAS अधिकारी एसपी गोयल का नाम सबसे आगे चल रहा है, लेकिन अन्य अधिकारियों की दावेदारी भी कमजोर नहीं मानी जा रही है। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ IAS अधिकारी एसपी गोयल वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपर मुख्य सचिव हैं और APC की कुर्सी के लिए वरिष्ठता क्रम में पहले दावेदार हैं। गोयल का रिटायरमेंट जनवरी 2027 में होना है, जिसके चलते उनके पास इस पद पर लंबा कार्यकाल बाकी है। APC की कुर्सी के लिए दूसरे नंबर पर 1990 बैच के दो IAS अधिकारियों हिमांशु कुमार  तथा वरिष्ठ IAS अधिकारी दीपक कुमार के नाम भी चर्चा में हैं। हिमांशु कुमार का रिटायरमेंट अक्टूबर 2025 में होना है, जबकि दीपक कुमार का रिटायरमेंट अक्टूबर 2026 में होगा। दीपक कुमार का लंबा कार्यकाल तथा उनकी शानदार कार्यशैली उन्हें इस रेस में मजबूत स्थिति प्रदान करता है। दोनों अधिकारियों की प्रशासनिक क्षमता और अनुभव को देखते हुए इनकी दावेदारी को भी कमतर नहीं आंका जा सकता। UP News

यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर शुरू होंगी औद्योगिक गतिविधियां

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।