उत्तर प्रदेश पुलिस की संवेदनशीलता को दर्शाता अलीगढ़ का यह कदम

उत्तर प्रदेश पुलिस की संवेदनशीलता को दर्शाता अलीगढ़ का यह कदम
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Nov 2025 05:40 PM
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उत्तर प्रदेश पुलिस ने अलीगढ़ में एक मानवीय और सुधारात्मक कदम उठाते हुए 70 वर्ष से अधिक आयु के 158 बुजुर्ग हिस्ट्रीशीटरों की हिस्ट्रीशीटें बंद कर दी हैं। यह पहल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नीरज कुमार जादौन द्वारा की गई, जो न केवल इन बुजुर्गों को मानसिक शांति प्रदान करती है, बल्कि पुलिस की संवेदनशील और सुधारात्मक छवि को भी मजबूत करती है। UP News

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मानवीय दृष्टिकोण को प्राथमिकता 

उत्तर प्रदेश पुलिस के पास कई बार ऐसी शिकायतें आती थीं कि जब पुलिस किसी पुराने हिस्ट्रीशीटर के घर जांच या पूछताछ के लिए जाती थी, तो उनके परिवार के सदस्य विशेष रूप से नाती-पोते पुलिस के आने का कारण पूछते थे। इस स्थिति में बुजुर्ग असहज और मानसिक रूप से परेशान हो जाते थे, क्योंकि वे अब वर्षों से किसी आपराधिक गतिविधि से दूर थे, लेकिन उनका पुराना रिकॉर्ड उन्हें परेशान करता था।

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नई शुरुआत का अवसर

उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नीरज कुमार जादौन ने इस पर ध्यान देते हुए फैसला किया कि जो बुजुर्ग अब किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं हैं, उनकी हिस्ट्रीशीटें बंद कर दी जाएं। यह कदम इन बुजुर्गों को न केवल राहत देता है, बल्कि उन्हें सम्मानपूर्वक जीवन जीने का एक नया अवसर भी प्रदान करता है। एसएसपी जादौन ने इस पहल पर कहा, हमारा उद्देश्य सिर्फ कार्रवाई नहीं, बल्कि सुधार की राह दिखाना है। यदि कोई व्यक्ति अपनी गलतियों को सुधार चुका है और अब शांतिपूर्वक जीवन जी रहा है, तो हमें उसे नई शुरुआत का अवसर देना चाहिए।

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सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण कदम

उत्तर प्रदेश पुलिस का यह कदम समाज में एक सकारात्मक संदेश भेजता है। सामान्यतः, किसी व्यक्ति का नाम हिस्ट्रीशीट में दर्ज होने के बाद वह हमेशा संदेह के घेरे में रहता है, चाहे उसने वर्षों पहले अपराध किया हो। इससे उनकी सामाजिक और व्यक्तिगत ज़िंदगी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अलीगढ़ पुलिस का यह फैसला एक सुधारात्मक पुलिसिंग मॉडल के रूप में देखा जा रहा है, जहां अपराधियों को सिर्फ अपराधी नहीं, बल्कि एक इंसान समझा जाता है जो सुधार का पात्र हो सकता है।

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सामूहिक बैठक में बुजुर्गों का संदेश

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ पुलिस द्वारा आयोजित एक बैठक में इन सभी बुजुर्ग हिस्ट्रीशीटर्स से आग्रह किया गया कि वे अपने अनुभवों और जीवन के सबक को युवाओं के साथ साझा करें। एसएसपी जादौन ने कहा, आप सबके पास जीवन के ऐसे अनुभव हैं जो युवाओं को यह सिखा सकते हैं कि अपराध का अंत हमेशा पश्चाताप में होता है। अगर आप अपने मोहल्ले और गांव में गलत गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे, तो यह समाज के लिए सबसे बड़ा योगदान होगा।

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बुजुर्गों का स्वागत और सहयोग

इस निर्णय को बुजुर्ग हिस्ट्रीशीटरों ने खुले दिल से स्वीकार किया और पुलिस की इस पहल का स्वागत किया। कई बुजुर्गों ने यह भी कहा कि अब वे समाज सेवा करना चाहते हैं और अपने अनुभवों के जरिए युवाओं को अपराध से दूर रखने की कोशिश करेंगे।

समाज के लिए एक नया दृष्टिकोण

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ पुलिस का यह कदम न केवल पुलिसिंग के दृष्टिकोण से एक अनोखी पहल है, बल्कि यह समाज में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हो सकता है। बुजुर्गों को उनकी गलियों और मोहल्लों में फिर से सम्मानित और सुरक्षित जीवन जीने का अवसर मिल रहा है, और साथ ही वे समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की ओर अग्रसर हैं।
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उत्तर प्रदेश के एक गाँव में ड्रोन से मचा बवाल

उत्तर प्रदेश के एक गाँव में ड्रोन से मचा बवाल
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Nov 2025 04:55 PM
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उत्तर प्रदेश के एक गाँव में रहस्यमयी ड्रोन के कारण बवाल मच गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गाँव में भारी भरकम ड्रोन अचानक आकर गिर गया। गाँव में ड्रोन गिरने की घटना की सूचना मिलने पर उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में भी हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में उत्तर प्रदेश पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रहस्यमी ड्रोन को कब्जे में ले लिया है।  उत्तर प्रदेश पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह ड्रोन उत्तर प्रदेश में कहां से आया ?   UP News

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उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले का है पूरा मामला

आपको बता दें कि यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले का है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गाँव बाड़ली में रविवार की देर रात एक बड़ा ड्रोन गिरने से गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने रात के समय आकाश से ड्रोन को गिरते हुए देखा था। ड्रोन के गिरते ही लोग मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना उत्तर प्रदेश पुलिस को दी। सूचना मिलते ही बाबूगढ़ थाने की पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और ड्रोन की जांच शुरू की। पुलिस ने तुरंत पूरे इलाके को घेर लिया ताकि कोई ग्रामीण ड्रोन के पास जा सके। फॉरेंसिक टीम ड्रोन के मलबे की बारीकी से जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह ड्रोन किसका है और कहां से आया। थाना बाबूगढ़ के उपनिरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि ड्रोन का वजन लगभग 1.5 कुंतल है और इसे उठाने में आठ लोगों की मदद लगी। ड्रोन में बड़े-बड़े कैमरे लगे हुए हैं। पुलिस ने इसे अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि यह ड्रोन किसी सरकारी विभाग या प्राइवेट कंपनी का हो सकता है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ड्रोन कहां से आया और इसका उद्देश्य क्या था। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।    UP News
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उत्तर प्रदेश पुलिस का चर्चित इंस्पेक्टर निकला बड़ा करोड़पति

उत्तर प्रदेश पुलिस का चर्चित इंस्पेक्टर निकला बड़ा करोड़पति
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Nov 2025 04:44 PM
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उत्तर प्रदेश पुलिस का एक चर्चित पुलिस इंस्पेक्टर इन दिनों खूब चर्चा में है। उत्तर प्रदेश के नोएडा, सहारनपुर, शामली तथा मेरठ जिलों में तैनात रहा पुलिस इंस्पेक्टर रिटायर हो चुका है। हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस की विजिलेंस टीम ने इस पुलिस इंस्पेक्टर के ठिकानों पर छापे मारे हैं। छापेमारी के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस के इस इंस्पेक्टर के पास से इतनी दौलत मिली है जितनी दौलत किसी-किसी व्यक्ति के पास ही होती है। उत्तर प्रदेश पुलिस का दावा है कि रिटायर इंस्पेक्टर के पास 14 करोड़ रूपये से अधिक की दौलत होने का प्रमाण मिले हें।  UP News

सैकड़ों करोड़ हो सकती है उत्तर प्रदेश पुलिस के इस इंस्पेक्टर की दौलत

उत्तर प्रदेश पुलिस के विजिलेंस विभाग का दावा है कि छापेमारी में रिटायर पुलिस इंस्पेक्टर के पास से 14 करोड़ रूपए की चल तथा अचल संपत्ति के दस्तावेज मिल गए हैं। विजिलेंस टीम को उम्मीद है कि डिटेल जांच करने पर उत्तर प्रदेश पुलिस के इस इंस्पेकटर के पास सैकड़ों करोड़ की दौलत होने का पता चल सकता है। उत्तर प्रदेश पुलिस के इस रिटायर इंस्पेक्टर का नाम प्रेमवीर सिंह राणा है। प्रेमवीर सिंह राणा उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के निरपुड़ा गाँव का मूल निवासी है। उसने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में शानदार घर तथा बड़ा फार्म हाउस बना रखा है। उत्तर प्रदेश पुलिस की विजिलेंस ने उसके सहारनपुर जिले में मौजूजद ठिकानों पर छापा मारकर 14 करोड़ रूपए से अधिक की चल तथा अचल संपत्ति के दस्तावेज बरामद करने का दावा किया है।  UP News

क्या है उत्तर प्रदेश के रिटायर इंस्पेक्टर प्रेमवीर राणा का पूरा मामला ?

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की नौकरी में रहते हुए इंस्पेक्टर प्रेमवीर राणा खूब चर्चा में रहा। उत्तर प्रदेश के शामली जिले से रिटायर्ड होने के बाद इसकी शिकायत शासन से की गई थी। आरोप लगाए गए कि प्रेमवीर राणा ने पुलिस में रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए संपत्ति अर्जित की। शासन के निर्देशों के बाद बागपत के दोघट थाना क्षेत्र के गांव निरपुड़ा के रहने वाले रिटायर्ड इंस्पेक्टर प्रेमवीर राणा पर आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने की खुशी में बागपत के निरपुड़ा गांव में सामूहिक दावत का आयोजन भी किया गया था। इस अवसर पर ग्रामीणों ने योगी सरकार का धन्यवाद दिया था। पुलिस में रहते हुए प्रेमवीर राणा सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ और नोएडा समेत पश्चिम यूपी के कई जिलों में थाना प्रभारी रहे। आरोप है कि इसी दौरान इन्होंने करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की। 14 करोड़ 38 लाख नौ हजार की चल-अचल संपत्ति मिली सहारनपुर, संवाददाता। रिटायर्ड इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा यहां छापे की कार्रवाई के बाद विजिलेंस की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया कि बी-80 ब्रिजेशनगर स्थित मकान से ?71,500 मूल्य के फर्नीचर, बैंक पासबुक, एलआईसी पॉलिसियों की रसीदें और शस्त्र खरीद के दस्तावेज मिले।    UP News इस मकान की अनुमानित कीमत लगभग ?1.20 करोड़ है। बी-27 ब्रिजेशनगर स्थित आवास से ?7,18,700 के घरेलू सामान ?20,59,055 की ज्वैलरी और विभिन्न बैंकों के 12 खाते मिले। मकान की वर्तमान कीमत लगभग 1.50 करोड़ आंकी गई। बी-ब्रिजेशनगर स्थित मकान में चार किरायेदार पाए गए। इस मकान की अनुमानित कीमत ?80 लाख है। ग्राम शेखपुरा स्थित फार्म हाउस उससे जुड़ी तीन भूमियों और गोशाला में पाए गए सामान की कुल कीमत 9.60 लाख आंकी गई, जबकि फार्म हाउस की कुल अनुमानित कीमत करीब ?10.50 करोड़ बताई गई है। फार्म हाऊस में बना विशाल हॉल लगभग ?70 लाख की लागत से तैयार कराया गया है। इसके अतिरिक्त 23 बैनामे कृषि एवं आवासीय प्लॉट, स्कॉर्पियो कार, डिजायर कार और बाइक भी पाई गई। विजिलेंस टीम के अनुसार, छापे में अब तक लगभग ?14 करोड़ 38 लाख नौ हजार 255 रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता चला है।    UP News

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सितंबर में दर्ज हुआ था उत्तर प्रदेश पुलिस के इंस्पेक्टर के खिलाफ मामला

आपको बता दें कि 22 सितंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित विजिलेंस थाने में प्रेमवीर सिंह राणा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच में पाया गया था कि उनकी संपत्ति करीब 2.92 करोड़ रुपये है, जो आय से अधिक थी, जिसके बारे में वे कोई ठोस स्पष्टीकरण नहीं दे सके थे। आरोप तो किसी पर भी लग सकते हैं : प्रेमवीर सिंह राणा कार्रवाई के दौरान प्रेमवीर सिंह राणा कुछ देर के लिए घर से बाहर निकले थे, तब मीडियाकर्मियों ने बातचीत करना चाही तो वह बोले कि आरोप तो किसी पर भी लग सकते हैं। उनके पास एक-एक संपत्ति का हिसाब है। इसके बाद प्रेमवीर सिंह राणा दोबारा अपने घर के अंदर चले गए।    UP News मेरठ की विजिलेंस टीम ने छापेमारी की है। स्थानीय पुलिस को सुरक्षा के लिए लगाया गया था। टीमों ने आय से अधिक संपत्ति के आरोप में दस्तावेजों की जांच की है। व्योम बिंदल, एसपी सिटी मीडियाकर्मियों से बनाई दूरी मेरठ विजिलेंस टीम की कार्रवाई एसपी विजिलेंस राजीव कुमार के नेतृत्व में की गई। अधिकारिक रूप से टीमों में शामिल किसी भी अधिकारी ने मीडियाकर्मियो कोई बातचीत नहीं की। टीमों के साथ देहात कोतवाली इंस्पेक्टर सूबे सिंह फोर्स के साथ तैनात रहे। वीडियोग्राफी भी कराई बताया जाता है कि कई दस्तावेजों की फोटो कॉपी भी टीमें साथ ले गई हैं। इसके साथ ही उनके लैपटॉप से डाटा को भी पेनड्राइवि में लिया गया। कार्रवाई के दौरान प्रेमवीर राणा भी मौजूद रहे हैं। टीमों ने उनसे पूछताछ भी की है।छापेमारी के दौरान पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। एक बेटा कर्नल तो दूसरा डॉक्टर प्रेमवीर राणा लंबे समय तक सहारनपुर के थाना कुतुबशेर, देहात कोतवाली, कोतवाली रामपुर मनिहारान, थाना जनकपुरी में तैनात रहे। इसके साथ ही देहात कोतवाली में एक व्यक्ति को पीटने के आरोप में उनको सस्पेंड भी कर दिया था।  UP News