सूत्रों ने बताया है कि नए साल की शुरुवात होते ही, चीन की सेना ने गलवान घाटी (Galwan valley) में चीनी झंडा फहराने की घटना घटी है।
पर सूत्रों का कहना है की, वह चीनी झंडा फहराने वाली जगह गलवान घाटी के विसैन्यीकृत क्षेत्र (Demilitarized zone) में नहीं है, जहां 2020 में भारतीय सैन्य और चीनी सैनिकों के बिच झड़प हुई थी।
जैसे ही नया साल शुरू हुआ, एक आधिकारिक चीनी मीडिया (Official China Media) हैंडल ने 1 जनवरी को गलवान घाटी (Galwan Valley) में चीनी झंडा (Chinese Flag) फहराते हुए एक वीडियो ट्विटर पर साझा किया।
वीडियो को कैप्शन दिया गया था, “2022 के नए साल के दिन गलवान घाटी के ऊपर चीन का राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। (China’s national flag rise over Galwan Valley on the New Year Day of 2022)”
इस ट्वीट में आगे कहा गया कि “यह राष्ट्रीय ध्वज बहुत खास है क्योंकि, यह एक बार बीजिंग में तियानमेन स्क्वायर पर फहराया था (This national flag is very special since it once flew over Tiananmen Square in Beijing)।”
रिपोर्ट के अनुसार, चीन के कब्जे वाले क्षेत्रों में चीन का झंडा फहराया गया था, न कि उस नदी के मोड़ के पास जहां जून 2020 में भारतीय सैन्य और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी।
वीडियो सामने आने के एक दिन बाद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2 जनवरी को अपने ट्विटर अकाउंट से हिंदी में ट्वीट करते हुए कहा, “गलवान पर हमारा तिरंगा ही अच्छा लगता है। चीन को जवाब देना होगा।”
इसके आगे राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाना लगते हुए कहा की,”मोदी जी, चुप्पी तोड़ो!”
राहुल गाँधी के अलावा अन्य राजनीती दलों के प्रवक्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर कसके निशाना साधा।
राजनीती दलों के प्रवक्ताओं ने कहा प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की चुनाव रैली में व्यस्त है और चीन की सैन्य भारतीय भूभाग पर नए साल के मौके पर झंडा फहरा रहे है।