Nuh Accused Encounter: नूंह में हुई हिंसा के बाद लगातार सवाल उठ रहे है कि इस हिंसा के पीछे कौन मास्टरमाइंड है। हरियाणा पुलिस भी लगातार एक्शन में दिखाई दे रही है । नूंह हिंसा में 10 दिन बाद पुलिस ने दो आरोपियों का एनकाउंटर किया है। एनकाउंटर के दौरान एक आरोपी के पैर में गोली लगी है । आरोपी को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है । बताया जा रहा है कि पुलिस ने दो आरोपियों मुनसैद और सैकुल को एनकाउंटर में गिरफ्तार किया है । दोनों आरोपी मुनसेद और सैकुल सिलखो गांव में छिपे थे। कहा जा रहा है कि इन आरोपियों ने पहले क्राइम ब्रांच तावडू के प्रभारी संदीप मोर की टीम पर गोली चलाई थी जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया।
Nuh Accused Encounter
Nuh Violence Update पुलिस ने जिसके पैर में गोली मारी है वो आरोपी सैकुल ही है । नूंह हिंसा में अब तक 140 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हो चुकी है तो वहीं 300 से ज्यादा लोग गिरफ्तार भी किए जा चुके है । इस मामले में 106 लोगों को एहतियातन हिरासत में भी लिया गया है लेकिन बार बार ये भी आरोप लग रहे है कि इसमें बेगुनाह लोग भी पिस रहे है । कई लोग नूंह और गुरुग्राम जैसे इलाकों से पलायन भी कर चुके है जहां स्तिथि ज्यादा तनावपूर्ण बनी हुई है । कई इलाकों में अभी भी इंटरनेट सुविधा प्रतिबंधित है ।
Noida Hindi News Desk जिसकी वजह से लोगों के मन मे अभी भी डर बसा हुआ है । हरियाणा के मुख्यमंत्री के आदेशों पर नूंह में कई अवैध निर्माण पर बुलडोजर भी चलाए गए जिसका लोगों ने विरोध भी किया उसके बावजूद भी उनके घरों और दुकानों की एक झटके में उजाड़ दिया गया । हालाकिं उसके अगले ही दिन हरियाणा और पंजाब हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी और हरियाणा सरकार से जवाब मांगा कि किस आधार पर सरकार ने बुलडोजर चलाया है । कोर्ट ने कहा कि जब इस तरीके की कार्रवाई होती है तो लोगों को एक नोटिस दिया जाता है लेकिन हरियाणा सरकार ने ऐसा बिल्कुल नहीं किया । कोर्ट ने कहा कि क्या सरकार किसी एक समुदाय को हटाने के लिए बल या धमकी का इस्तेमाल कर रही है । इसके बाद कोर्ट ने सरकार को हलफनामा दायर करने को कहा कि हरियाणा सरकार बताइए कि पिछले दो हफ्ते में कितने इमारतें गिराई गई है ।
बुलडोजर पर स्थानीय लोगों का रोष
Nuh Accused Encounter नूंह मामले में सरकार व पुलिस प्रशासन को दोषियों को पकड़ने के लिए कहा गया था लेकिन सरकार ने सीधा अंधाधुंध बुलडोजर चलवाया जिसमें कई लोगों को घर उजड़ गए । लोगों का कहना है कि उन्हें बुलड़जोर चलाने से पहले कोई नोटिस नही दिया गया उन्होंने कहा कि उनकी 10 साल से यही दुकान थी उनके पास दुकान की कागज भी थे और रजिस्ट्री भी थी लेकिन जब उन्होंने विरोध किया और अपनी बात रखनी चाही तो पुलिस ने मारपीट कर भगा दिया वही मौजूद दूसरे व्यक्ति ने बताया कि उनकी जगह के उनके पास सभी कागजात है लेकिन ये लोग देखने को ही तैयार नहीं है और अभी तक इनके पास किसी तरीके का नोटिस नहीं आया । उन्होंने कहा हमारा लाखों का नुकसान हो गया है । Nuh Accused Encounter