Tuesday, 1 April 2025

पीएम मोदी का निमंत्रण स्वीकार, पुतिन भारत दौरे के लिए तैयार

Putin : रूस और भारत के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की एक और मिसाल बनने जा रही है। रूस के…

पीएम मोदी का निमंत्रण स्वीकार, पुतिन भारत दौरे के लिए तैयार

Putin : रूस और भारत के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की एक और मिसाल बनने जा रही है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Putin) जल्द ही भारत का दौरा करने वाले हैं, जो भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने हाल ही में इस दौरे का ऐलान किया, जिससे भारत और रूस के रिश्तों में एक नई दिशा देखने को मिल सकती है।

पुतिन (Putin) ने पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकार किया

रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने गुरुवार को एक वीडियो सम्मेलन में बताया कि राष्ट्रपति पुतिन (Putin) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा दिए गए निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। लावरोव के अनुसार, पुतिन की भारत यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, लेकिन यात्रा की तिथि के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है। रूस के इस दौरे को लेकर दोनों देशों के नेताओं के बीच समन्वय और राजनयिक स्तर पर बातचीत जारी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने की थी पिछले साल रूस यात्रा

पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस का दौरा किया था। यह यात्रा मोदी के पिछले पांच वर्षों में रूस का पहला दौरा था, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन (Putin) को भारत आने का निमंत्रण दिया था। इससे पहले 2019 में मोदी ने रूस के व्लादिवोस्तोक शहर में एक आर्थिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग और साझेदारी पर भी गहरी बातचीत हुई थी।

भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी का नया दौर

भारत और रूस के बीच हमेशा से एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी रही है। लावरोव ने यह भी कहा कि रूस भारत के साथ अपनी विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के प्रयास कर रहा है। भारत और रूस के नेताओं के बीच नियमित संपर्क रहता है, और हर दो महीने में एक बार दोनों नेता टेलीफोन पर बातचीत करते हैं। यह संबंध अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी और मजबूत होते हैं, जहां दोनों देशों के नेता एक-दूसरे से मुलाकात करते रहते हैं।

रूस के साथ संबंधों को बढ़ावा देने का उद्देश्य

रूस और भारत दोनों अपने सामरिक और आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। पुतिन (Putin) के भारत दौरे से दोनों देशों के बीच सहयोग और विश्वास और अधिक गहरा होने की उम्मीद है, जो न सिर्फ द्विपक्षीय व्यापार बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए भी अहम साबित हो सकता है।Putin :

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