IAS officer Sonal Goyal : महिला IAS अधिकारी सोनल गोयल का एक टवीट खूब वायरल हो रहा है। इस टवीट के वायरल होने से सोनल गोयल अचानक सोशल मीडिया की सनसनी बन गयी हैं। सोनल गोयल ने IAS तथा IPS बनने की तैयारी कर रहे या UPSC की परीक्षा देने जा रहे छात्रों को शानदार राय दी है। सोनल गोयल की राय को मानकर आप भी बड़ी ही आसानी से IAS तथा IPS बन सकते हैं।
क्या है IAS अफसर बनने के लिए सोनल गोयल की राय
भारत की सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने वाली परीक्षा UPSC की परीक्षा दूसरे अटैम्प में पास करने वाली IAS अधिकारी सोनल ने राय दी है कि IAS तथा IPS अधिकारी बनने के लिए जो सबसे जरूरी बात है वह मैं IAS बनने की इच्छा रखने वाले सभी युवक तथा युवतियों के साथ साझा करना चाहती हूं। वे कहती हैं, ‘इस जर्नी पर विचार करते हुए, मुझे उम्मीदवारों के लिए यह अमूल्य सीख याद आती है. यह याद दिलाता है कि अगर आपका इरादा पक्का हो तो कोई भी परेशानी आपका रास्ता नहीं रोक सकती. हर सफलता और असफलता सीखने-सुधार करने और आखिर में जीत का मौका है. इसलिए स्टूडेंट्स को अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना चाहिए, जुनून के साथ अपने लक्ष्यों का पीछा करें और अपने सपनों को कभी न भूलें. दृढ़ता से ही महानता प्राप्त होती है.
जानिए कौन हैं IAS officer Sonal Goyal
आपको बता दें कि इस महिला IAS ऑफिसर का नाम सोनल गोयल (IAS Sonal Goel) है. 2008 में UPSC में ऑल इंडिया में 13वीं रैंक हासिल करने के बाद वे भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुई थीं. उनकी पहली पोस्टिंग त्रिपुरा में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में हुई थी. अभी वे त्रिपुरा भवन, दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर की पोस्ट पर हैं. IAS officer Sonal Goyal ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर अपनी यूपीएससी सिविल सर्विसेज मेन्स एग्जाम 2007 की मार्कशीट शेयर की है. उन्होंने यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को मोटिवेट करने के लिए मार्कशीट शेयर करते हुए अपनी सफलता और असफलता के बारे में बताया. उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि वे साल 2007 में अपने पहले अटेंप्ट में असफल रही थीं, लेकिन अगले साल 2008 में यूपीएससी एग्जाम क्रैक किया था. आईएएस सोनल ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘जब मैंने अपनी UPSC सिविल सेवा 2007 मेन्स मार्कशीट देखी तो पुरानी यादें ताजा हो गईं, जिसने मुझे उन ट्रायल्स और जीत की याद दिला दी जिनके कारण मई 2008 के नतीजों में अंतिम चयन हुआ. मैं उम्मीदवारों के साथ केवल यह शेयर करना चाहती हूं कि अपने पहले प्रयास में मैं मेन्स एग्जाम में जनरल स्टडीज के पेपर में कम मार्क्स की वजह से इंटरव्यू से चूक गई थी. हालांकि, इस झटके ने मेरे यूपीएससी के लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ने के मेरे दृढ़ संकल्प को बढ़ावा दिया था.’ उन्होंने दोगुनी मेहनत की. उन्होंने आगे बताया, ‘इसके बाद मैंने खुद को पूरी तरह से सामान्य अध्ययन के पेपर में महारत हासिल करने, नोट्स बनाने, बार-बार दोहराने और उत्तर लिखने पर जोर देते हुए मेन्स के अन्य पहलुओं में सुधार करने के लिए समर्पित कर दिया. मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी करने और सीएस (कंपनी सचिव) के रूप में नौकरी करने के साथ-साथ यूपीएससी सिलेबस के हर पहलू पर अपना दिल और आत्मा लगा दी पहले अटेंप्ट में फेल होने के बाद भी सोनल ने हार नहीं मानी. उन्होंने नौकरी के साथ यूपीएससी की तैयारी जारी रखी और दूसरे अटेंप्ट में सफलता हासिल की. उन्होंने कहा, ‘अपने दूसरे अटेंप्ट में, मैंने न केवल परीक्षा पास की, बल्कि जनरल स्टडीज में मेरे मार्क्स मेरे वैकल्पिक विषयों- कॉमर्स और लोक प्रशासन की तुलना में सबसे ज्यादा थे.’अब आप सोनल गोयल कसे जान गए हैं। तो मान लीजिए उनकी राय।