Delhi News: दिल्ली घूमने के लिहाज से किसी जन्नत से कम नहीं। यहां कई ऐतिहासिक जगहें मौजूद है, जिनका अपना अलग इतिहास है। उन्हीं में से एक है दिल्ली के इलाके में बसा हौजखास। जो आज के टाइम सबसे ज्यादा डेवलैप हुआ इलाका है, यह इलाका साउथ दिल्ली में पड़ता है। अगर आप दिल्ली के रहने वाले है तो हौजखास के बारे में अच्छे से जानते होंगे। यह क्लब और पार्टीज के लिए भी जाना जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर क्यों इस इलाके का नाम हौजखास रखा गया होगा?। दरअसल इसके पिछे भी बहुत ही दिलचस्प कहानी है। आइए जानते है इसके बारें मे…
पानी के टैंक के नाम पर पड़ा हौजखास
आपको बता दें कि हौजखास का नाम अलाउद्दीन खिलजी के शासन में रखा गया था। ऐसा कहा जाता है कि जब दिल्ली की कुर्सी पर खिलजी राज हुआ करता था, तब उसने राज्य में पानी की आपूर्ति के लिए पानी का टैंक बनवाया था। इस टैंक को हौज खास के नाम से जाना जाने लगा था। दऱअसल फरसी शब्द में हौज का अर्थ होता है- पानी की टंकी। वहीं खास को शाही कहा जाता है। यह टैंक खिलजी ने शाही परिवार के लिए बनवाया था। रिपोर्ट के मुताबिक जिस जगह पर ये पानी का टैंक बनवाया गया था। उस जगह बसे गांव को हौजखास के नाम से जाना जाता था। आज भी इस हौजखास विलेज कहते है, इस गांव को दुनिया का सबसे अमीर गांव में माना जाता है।
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आज भी देख सकते हैं टैंक का नजारा
बता दें कि हौजखास इलाके में इस्लामी मदरसा, मस्जिद, पानी की टंकी, मंडप और मकबरा मौजूद हैं। इन सबका निर्माण 13वीं सदी की दिल्ली सल्तनत के शासनकाल के वक्त हुआ था। हौजखास में बने शाही पानी की टंकी को बाद फिरोज शाह तुगलक के शासन काल के दौरान खत्म कर दिया था।अगर आप हौजखास विलेज जाते हैं, तो यहां बने मकबरे की ओर L आकार की इमारत है, जिससे आप टैंक का नाजरा देख सकते हो।
महंगे क्लब और रेस्टोरेंट के लिए मशहूर
आपको बता दें कि पानी की टंकी के लिए बना हौजखास का यह इलाका दिल्ली का सबसे महंगे पर्यटक क्षेत्र माना जाता है, जो आज बहुत ही ज्यादा डेपलव हो चुका है। इस जगह आपको आर्ट गैलरी, महंगे रेस्टोरेंट, बुटीक और बार हैं, जहां रोजाना हजारों मौज मस्ती करने आते है। इसके अलावा यहां हौज खास झील भी है, जहां हंस और बत्तख रहती हैं। इन्हें देखने के लिए कई पर्यटक आते हैं। Delhi News
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