पश्चिम बंगाल में शुरू हुआ धार्मिक खेला ,रामनवमी के जुलूस पर हुआ पथराव

इलाके में लगी धारा 144
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई इस झड़प के बारे में पुलिस ने बताया कि यह झड़प पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर इलाके में हुई थी। इस इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। तनाव की स्थिति के मद्देनजर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। हालांकि, रात में झड़प की कोई नई घटना नहीं हुई। फिलहाल स्थिति को नियंत्रण कर लिया गया है।क्या था पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर इलाके में 17 अप्रैल को रामनवमी शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान कुछ लोगों ने अपनी छतों से जुलूस पर पथराव करना शुरू कर दिया। जिससे रामनवमी शोभायात्रा के दौरान बवाल हो गया। देखते ही देखते बवाल इस कदर हुआ कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान एक धमाका भी हुआ जिसमें एक महिला घायल हो गई।कई इलाकों में हुई थी झडप
आपको बता दें रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर में भी झड़प की घटना हुई है। यहां रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई झड़प में चार लोग घायल हो गए। वहीं इस झडप को लेकर बीजेपी का आरोप है कि शोभायात्रा पर पथराव किया गया था। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। साथ ही बीजेपी का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने पार्टी के पांचकार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच बीजेपी की उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल मौके पर पहुंची और पार्टी कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की। पॉल की अगुवाई में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टायर जलाए और बेल्डा-कांठी राजमार्ग को ब्लॉक कर रातभर प्रदर्शन किया। वहीं, नंदीग्राम में बीजेपी दफ्तर जलाने का भी आरोप है। West Bengal Newsदुकानों में भी की गई तोड़फोड़
इसके अलावा बंगाल बीजेपी की ओर से आरोप है कि रामनवमी शोभायात्रा की रैली पर पथराव किया गया और रास्तों पर मौजूद दुकानों में तोड़फोड़ की गई। बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद शांतिपूर्ण ढंग से रामनवमी की शोभायात्रा निकाली जा रही थी। लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर में शोभायात्रा पर पथराव किया। लेकिन हैरान करने की बात यह है कि इस बार ममता सरकार की पुलिस भी इन शरारती तत्वों के साथ मिल गई और रामभक्तों पर आंसू गैस के गोले दागने लगी। ऐसा इसलिए किया गया ताकि इस रामनवमी की शोभायात्रा को रोका जा सके। https://twitter.com/SuvenduWB/status/1780806213883797946?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1780806213883797946%7Ctwgr%5Ed35c14ef1bded042ef15407ea6f1250441f298ac%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.aajtak.in%2Findia%2Fnews%2Fstory%2Fram-navami-procession-murshidabad-west-bengal-stone-pelting-many-injured-mamta-banerjee-ntc-1923215-2024-04-18 वहीं इस मामले को लेकर सुवेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप करने और रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के भड़काऊ भाषण की वजह से पश्चिम बंगाल के इलाकों में रामनवमी शोभायात्रा पर हमला किया गया। सीएम के भड़काऊ भाषण की वजह से कुछ शरारती तत्वों को इतना हौंसला मिल रहा है। इन लोगों को ये भरोसा मिल गया कि प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा। मैंने राज्यपाल सीवी आनंद बोस को पत्र लिखकर उनसे तत्काले मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है और घटना की एनआईए जांच की मांग की है। साथ ही मैंने चुनाव आयोग से भी आग्रह किया है कि वे इस तरह के भड़काऊ भाषण को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करे।ममता बनर्जी ने दी थी पहली ही चेतावनी
आपको बता दें यह घटना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रामनवमी पर दंगे भड़कने की चेतावनी के कुछ दिनों बाद हुई है। इस दौरान उन्होंने कहा था कि रामनवमी के मौके पर राज्य में दंगे भड़काने की साजिश रची जा रही है। ममता बनर्जी ने एक चुनावी रैली में आरोप लगाया था कि वे आज दंगे में शामिल होंगे। दंगा होने की संभावना है और वे दंगा करके और वोट लूटकर चुनाव जीतेंगे। पिछले साल बंगाल में रामनवमी समारोह में भी हिंसा हुई थी, जिससे भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच बड़े पैमाने पर टकराव हुआ था। इस दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि आज भी, सिर्फ बीजेपी के निर्देश पर मुर्शिदाबाद के DIG को बदल दिया गया। अब अगर मुर्शिदाबाद और मालदा में दंगे होते हैं, तो उसकी जिम्मेदारी चुनाव आयोग को लेनी होगी। बीजेपी दंगे और हिंसा भड़काने के लिए पुलिस अधिकारियों को बदलना चाहती थी। अगर एक भी दंगा होता है, तो ईसीआई जिम्मेदार होगा क्योंकि वे यहां कानून व्यवस्था की देखभाल कर रहे हैं। West Bengal Newsअहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर बड़ा हादसा, 10 लोगों की मौत
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इलाके में लगी धारा 144
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई इस झड़प के बारे में पुलिस ने बताया कि यह झड़प पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर इलाके में हुई थी। इस इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। तनाव की स्थिति के मद्देनजर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। हालांकि, रात में झड़प की कोई नई घटना नहीं हुई। फिलहाल स्थिति को नियंत्रण कर लिया गया है।क्या था पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर इलाके में 17 अप्रैल को रामनवमी शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान कुछ लोगों ने अपनी छतों से जुलूस पर पथराव करना शुरू कर दिया। जिससे रामनवमी शोभायात्रा के दौरान बवाल हो गया। देखते ही देखते बवाल इस कदर हुआ कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान एक धमाका भी हुआ जिसमें एक महिला घायल हो गई।कई इलाकों में हुई थी झडप
आपको बता दें रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर में भी झड़प की घटना हुई है। यहां रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई झड़प में चार लोग घायल हो गए। वहीं इस झडप को लेकर बीजेपी का आरोप है कि शोभायात्रा पर पथराव किया गया था। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। साथ ही बीजेपी का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने पार्टी के पांचकार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच बीजेपी की उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल मौके पर पहुंची और पार्टी कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की। पॉल की अगुवाई में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टायर जलाए और बेल्डा-कांठी राजमार्ग को ब्लॉक कर रातभर प्रदर्शन किया। वहीं, नंदीग्राम में बीजेपी दफ्तर जलाने का भी आरोप है। West Bengal Newsदुकानों में भी की गई तोड़फोड़
इसके अलावा बंगाल बीजेपी की ओर से आरोप है कि रामनवमी शोभायात्रा की रैली पर पथराव किया गया और रास्तों पर मौजूद दुकानों में तोड़फोड़ की गई। बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद शांतिपूर्ण ढंग से रामनवमी की शोभायात्रा निकाली जा रही थी। लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर में शोभायात्रा पर पथराव किया। लेकिन हैरान करने की बात यह है कि इस बार ममता सरकार की पुलिस भी इन शरारती तत्वों के साथ मिल गई और रामभक्तों पर आंसू गैस के गोले दागने लगी। ऐसा इसलिए किया गया ताकि इस रामनवमी की शोभायात्रा को रोका जा सके। https://twitter.com/SuvenduWB/status/1780806213883797946?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1780806213883797946%7Ctwgr%5Ed35c14ef1bded042ef15407ea6f1250441f298ac%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.aajtak.in%2Findia%2Fnews%2Fstory%2Fram-navami-procession-murshidabad-west-bengal-stone-pelting-many-injured-mamta-banerjee-ntc-1923215-2024-04-18 वहीं इस मामले को लेकर सुवेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप करने और रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के भड़काऊ भाषण की वजह से पश्चिम बंगाल के इलाकों में रामनवमी शोभायात्रा पर हमला किया गया। सीएम के भड़काऊ भाषण की वजह से कुछ शरारती तत्वों को इतना हौंसला मिल रहा है। इन लोगों को ये भरोसा मिल गया कि प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा। मैंने राज्यपाल सीवी आनंद बोस को पत्र लिखकर उनसे तत्काले मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है और घटना की एनआईए जांच की मांग की है। साथ ही मैंने चुनाव आयोग से भी आग्रह किया है कि वे इस तरह के भड़काऊ भाषण को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करे।ममता बनर्जी ने दी थी पहली ही चेतावनी
आपको बता दें यह घटना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रामनवमी पर दंगे भड़कने की चेतावनी के कुछ दिनों बाद हुई है। इस दौरान उन्होंने कहा था कि रामनवमी के मौके पर राज्य में दंगे भड़काने की साजिश रची जा रही है। ममता बनर्जी ने एक चुनावी रैली में आरोप लगाया था कि वे आज दंगे में शामिल होंगे। दंगा होने की संभावना है और वे दंगा करके और वोट लूटकर चुनाव जीतेंगे। पिछले साल बंगाल में रामनवमी समारोह में भी हिंसा हुई थी, जिससे भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच बड़े पैमाने पर टकराव हुआ था। इस दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि आज भी, सिर्फ बीजेपी के निर्देश पर मुर्शिदाबाद के DIG को बदल दिया गया। अब अगर मुर्शिदाबाद और मालदा में दंगे होते हैं, तो उसकी जिम्मेदारी चुनाव आयोग को लेनी होगी। बीजेपी दंगे और हिंसा भड़काने के लिए पुलिस अधिकारियों को बदलना चाहती थी। अगर एक भी दंगा होता है, तो ईसीआई जिम्मेदार होगा क्योंकि वे यहां कानून व्यवस्था की देखभाल कर रहे हैं। West Bengal Newsअहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर बड़ा हादसा, 10 लोगों की मौत
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