Jharkhand: झारखंड में छह माओवादी गिरफ्तार, विस्फोटक बरामद

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Jharkhand News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:24 AM
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Jharkhand News: चाईबासा (झारखंड)। झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में पुलिस ने एक माओवादी कमांडर समेत छह माओवादियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से गोला बारूद बरामद किया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

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पश्चिमी सिंहभूम जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आशुतोष शेखर ने बताया कि ऐसी सूचना मिली थी कि कुछ माओवादी अपने कमांडर को विस्फोटक की आपूर्ति करने वाले हैं। एसपी ने बताया कि सूचना के आधार पर माओवादियों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम बनाई गई। इसके बाद बाद टीम ने बारीपोखरी गांव से सटे मार्ग पर घेराबंदी के बाद व्यापक जांच अभियान शुरू की और बॉज हेंब्रम उर्फ किशुन हेंब्रम को गिरफ्तार किया तथा उसके पास से एक विस्फोटक, जिलेटिन की छड़ बरामद की। पूछताछ के दौरान बॉज से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने टोंटो पुलिस थाना अंतर्गत इलाके से तीन अन्य माओवादियों डुबराज हेंब्रम, तुरी देवगम एवं पाल सिंह हेंब्रम को गिरफ्तार किया और उनके पास से जिलेटिन की छड़ें बरामद कीं। गिरफ्तार माओवादियों ने कबूल किया कि वे माओवादी समूह के सक्रिय सदस्य हैं और अपने कमांडर के निर्देश पर वे विस्फोटक की आपूर्ति करते थे। टीम ने रेंगराहातु गांव में रात को छापेमारी की और माओवादी मिलिशिया समूह के कमांडर दामू कोड़ा उर्फ जादू कोड़ा (35) और बीरसिंह उर्फ छोटा कोड़ा (35) को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने स्वीकार किया कि वे 12 फरवरी को चिरुइकिर गांव में सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आग लगाने में शामिल थे। इसके अलावा वे जनवरी में तुमहाका जंगल में, पिछले साल दिसंबर में रेंगराहातु गांव के पास कोचवाड जंगल में और 2021 में रेंगराहातु के पास गरुवांग जंगल में हुई मुठभेड़ में शामिल एक समूह का भी हिस्सा थे।

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Meghalaya Election: नदियां पार कीं, घंटों पैदल चले तब जाकर मतदान केंद्रों तक पहुंचे निर्वाचन अधिकारी

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Meghalaya Election
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 06:13 AM
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Meghalaya Election: शिलांग। मेघालय में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए निर्वाचन अधिकारी खड़े पहाड़ी रास्तों पर पैदल चलकर और दलदली नदियां पार करते हुए मतदान केंद्रों तक पहुंचने लगे हैं।

Meghalaya Election 2023

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफ. आर. खरकोनगोर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 59 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए कुल 3,419 चुनाव दल बनाए गए हैं। उन्होंने कहा, “शनिवार को कुल 974 दल अपने मतदान केंद्रों के लिए रवाना हुए। रात साढ़े नौ बजे तक 893 चुनाव दलों ने बताया कि वे ऊबड़-खाबड़ रास्तों और जल निकायों को पार करते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच गए हैं।” उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में मतदान दल खड़े पहाड़ी रास्तों पर पैदल चलकर , दलदली नदियां पार करके, कठिन रास्तों से होते हुए अपने-अपने गंतव्यों तक पहुंच रहे हैं। खरकोनगोर ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी नावों के जरिए अमलारम निर्वाचन क्षेत्र के कामसिंग मतदान केंद्र पहुंचे हैं, जहां केवल 35 मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि साउथ गारो हिल्स के रोंगरा सिजू निर्वाचन क्षेत्र में रोंगचेंग मतदान केंद्र के लिए रवाना किए गए चुनाव अधिकारी आठ घंटे पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य दल भी लगभग चार घंटे तक पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचे है। मेघालय विधानसभा में 60 सीटें हैं, लेकिन ईस्ट खासी हिल्स जिले में सोहियोनग निर्वाचन क्षेत्र में यूडीपी के उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह की मृत्यु के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया है। मेघालय विधानसभा चुनाव के मैदान में कुल 369 उम्मीदवार हैं। मतगणना दो मार्च को होगी।

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Earthquake : अमरेली में दो वर्ष में भूकंप के 400 हल्के झटके

Earthquake
400 mild tremors in Amreli in two years
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:09 AM
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अहमदाबाद। गुजरात के अमरेली जिले में दो वर्ष के दौरान एक के बाद एक भूकंप के झटकों की झड़ी लग गई। यहां करीब 400 बार हल्के झटके दर्ज किये गये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

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भूकंप विज्ञानी इस स्थिति को ‘भूकंप स्वार्म’ कहते हैं। ‘स्वार्म’ अधिकतर छोटे स्तर के भूकंपों का क्रम होता है, जो अक्सर कम समय के लिए आते हैं, लेकिन ये कई दिनों तक जारी रह सकते हैं। ये झटके अमरेली के मिटियाला गांव में भी महसूस किये गये, जहां के निवासियों ने एहतियात के रूप में अपने घरों के बाहर सोना शुरू कर दिया, ताकि वे किसी बड़े भूकंप से होने वाली अनहोनी से बच सकें।

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Uttrakhand: दो दिवसीय दौरे पर टिहरी पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी

मिटियाला निवासी मोहम्मद राठौड़ ने बताया कि झटके की आशंका के चलते सरपंच समेत गांव के ज्यादातर लोग रात में अपने घरों के बाहर सोने लगे हैं। सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित अमरेली जिले में ‘भूकंप स्वार्म’ के कारण को स्पष्ट करते हुए गांधीनगर स्थित भूकंपीय शोध संस्थान (आईएसआर) के महानिदेशक सुमेर चोपड़ा ने कहा कि मौसमी भूकंपीय गतिविधियों की वजह ‘टेक्टॉनिक क्रम’ और जलीय भार है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।