जाने क्या कभी बरामद हो पाएंगे लूवर से चोरी हुए ऐतिहासिक गहने?
यह घटना फ्रांस के सांस्कृतिक धरोहरों पर एक बड़ा हमला है, और जांच अभी भी जारी है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस बात का पता लगाने में लगी हैं कि चोरी कैसे इतनी आसानी से हुई और किन वस्तुओं को चुरा लिया गया। इस घटना ने विश्वभर में कला और ऐतिहासिक वस्तुओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पेरिस, फ्रांस — दुनिया के सबसे बड़े और प्रसिद्ध म्यूज़ियम, लूवर में रविवार सुबह एक असाधारण चोरी की घटना ने सभी को चौंका दिया है। इस घटना में सात मिनट के भीतर, चोरों ने कई कीमती गहने और ऐतिहासिक वस्तुएं चुरा लीं, जिनका सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व बेहद बड़ा है।
फ़्रांस की संस्कृति मंत्री राशिदा दाती ने ट्विटर पर बताया कि यह चोरी सुबह लगभग 9:30 बजे हुई, जब म्यूज़ियम खुल रहा था। उन्होंने कहा कि मौके पर मौजूद हैं और पुलिस जांच कर रही है। बाद में उन्होंने यह भी कहा कि चोरी हुआ एक गहना घटनास्थल के पास मिला है, संभवतः गिर गया था और उसकी जांच जारी है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह कौन-सी वस्तु है।
मंत्री ने बताया कि चोरों ने 'पेशेवर तरीके' से काम किया, बिना किसी हिंसा या घबराहट के। इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। म्यूज़ियम की ओर से कहा गया है कि "विशेष कारणों" से दिनभर के लिए म्यूज़ियम बंद रहेगा, लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
कैसे हुई चोरी?
गृह मंत्रालय के अनुसार, स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 9:30 बजे, तीन से चार चोरों ने एक खिड़की तोड़कर अपोलो गैलरी में प्रवेश किया। यह गैलरी सीन नदी के किनारे स्थित है और इसमें फ्रांसीसी क्राउन ज्वेल्स के अवशेष रखे हैं। चोरों ने ट्रक पर लगे फोर्कलिफ्ट का इस्तेमाल कर गैलरी के अंदर पहुंचे और कीमती गहने चुरा लिए। फिर मोटरसाइकिलों पर भाग गए। जांचकर्ता अब यह पता लगाने में लगे हैं कि किन वस्तुओं को चोरी किया गया है।
क्या चोरी हुई वस्तुएं हैं?
चोरी गए वस्तुओं में फ्रांसीसी क्रांति के बाद खोए हुए और बिके गए खजाने शामिल हैं, जिनमें सम्राट नेपोलियन, उनके भतीजे नेपोलियन तृतीय और उनकी पत्नियों कीमती गहने भी हैं। सबसे अधिक मूल्यवान वस्तुएं तीन प्रसिद्ध हीरे हैं — रीजेंट, सैंसी और हॉर्टेंसिया। इनमें से कुछ गहने विश्व प्रसिद्ध हैं और उनका ऐतिहासिक महत्व भी अत्यधिक है।
लूवर का इतिहास और सुरक्षा
पेरिस का लूवर विश्व का सबसे बड़ा म्यूज़ियम है, जिसकी प्रदर्शनी क्षेत्र लगभग 73,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इसका निर्माण 1546 में फ्रांसीसी शाही परिवार के महल के रूप में हुआ था। यह संग्रह शुरू में शाही था, लेकिन 1793 में इसे जनता के लिए खोल दिया गया। इसमें 35,000 से अधिक कलाकृतियाँ हैं, जिनमें लियोनार्डो दा विंची की 'मोना लिसा' भी शामिल है।
हालांकि, म्यूज़ियम से चोरी की घटनाएं बहुत कम होती हैं, परंतु 1911 में 'मोना लिसा' की चोरी और 1983 में कुछ कवच गायब होने जैसी घटनाएँ हुई हैं। सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत सख्त होने के बावजूद, इस बार की चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को उजागर कर दिया है।
पेरिस, फ्रांस — दुनिया के सबसे बड़े और प्रसिद्ध म्यूज़ियम, लूवर में रविवार सुबह एक असाधारण चोरी की घटना ने सभी को चौंका दिया है। इस घटना में सात मिनट के भीतर, चोरों ने कई कीमती गहने और ऐतिहासिक वस्तुएं चुरा लीं, जिनका सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व बेहद बड़ा है।
फ़्रांस की संस्कृति मंत्री राशिदा दाती ने ट्विटर पर बताया कि यह चोरी सुबह लगभग 9:30 बजे हुई, जब म्यूज़ियम खुल रहा था। उन्होंने कहा कि मौके पर मौजूद हैं और पुलिस जांच कर रही है। बाद में उन्होंने यह भी कहा कि चोरी हुआ एक गहना घटनास्थल के पास मिला है, संभवतः गिर गया था और उसकी जांच जारी है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह कौन-सी वस्तु है।
मंत्री ने बताया कि चोरों ने 'पेशेवर तरीके' से काम किया, बिना किसी हिंसा या घबराहट के। इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। म्यूज़ियम की ओर से कहा गया है कि "विशेष कारणों" से दिनभर के लिए म्यूज़ियम बंद रहेगा, लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
कैसे हुई चोरी?
गृह मंत्रालय के अनुसार, स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 9:30 बजे, तीन से चार चोरों ने एक खिड़की तोड़कर अपोलो गैलरी में प्रवेश किया। यह गैलरी सीन नदी के किनारे स्थित है और इसमें फ्रांसीसी क्राउन ज्वेल्स के अवशेष रखे हैं। चोरों ने ट्रक पर लगे फोर्कलिफ्ट का इस्तेमाल कर गैलरी के अंदर पहुंचे और कीमती गहने चुरा लिए। फिर मोटरसाइकिलों पर भाग गए। जांचकर्ता अब यह पता लगाने में लगे हैं कि किन वस्तुओं को चोरी किया गया है।
क्या चोरी हुई वस्तुएं हैं?
चोरी गए वस्तुओं में फ्रांसीसी क्रांति के बाद खोए हुए और बिके गए खजाने शामिल हैं, जिनमें सम्राट नेपोलियन, उनके भतीजे नेपोलियन तृतीय और उनकी पत्नियों कीमती गहने भी हैं। सबसे अधिक मूल्यवान वस्तुएं तीन प्रसिद्ध हीरे हैं — रीजेंट, सैंसी और हॉर्टेंसिया। इनमें से कुछ गहने विश्व प्रसिद्ध हैं और उनका ऐतिहासिक महत्व भी अत्यधिक है।
लूवर का इतिहास और सुरक्षा
पेरिस का लूवर विश्व का सबसे बड़ा म्यूज़ियम है, जिसकी प्रदर्शनी क्षेत्र लगभग 73,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इसका निर्माण 1546 में फ्रांसीसी शाही परिवार के महल के रूप में हुआ था। यह संग्रह शुरू में शाही था, लेकिन 1793 में इसे जनता के लिए खोल दिया गया। इसमें 35,000 से अधिक कलाकृतियाँ हैं, जिनमें लियोनार्डो दा विंची की 'मोना लिसा' भी शामिल है।
हालांकि, म्यूज़ियम से चोरी की घटनाएं बहुत कम होती हैं, परंतु 1911 में 'मोना लिसा' की चोरी और 1983 में कुछ कवच गायब होने जैसी घटनाएँ हुई हैं। सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत सख्त होने के बावजूद, इस बार की चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को उजागर कर दिया है।












