Suicide Hub Kota : राजस्थान के एजुकेशन कोचिंग हब कोटा में उत्तर प्रदेश की एक और छात्रा ने आत्महत्या कर ली है। छात्रा कोटा में रहकर मेडिकल (नीट) की तैयारी कर रही थी। पिछले तीन दिनों में कोटा में आत्महत्या का यह दूसरा मामला है।
Suicide Hub Kota
उत्तर प्रदेश की रहने वाली थी छात्रा
एजुकेशन कोचिंग हब कोटा में छात्रों द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले देशभर में सुर्खियों में बने हैं। गुरुवार की सुबह एक बार फिर कोटा शहर से बुरी खबर आई है। कोटा में उत्तर प्रदेश औरेया जिले की रहने वाली निशा यादव (21 वर्ष) ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल सुसाइड की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। मृतक छात्रा का शव एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। निशा यादव कोटा में रहकर निजी कोचिंग के जरिए मेडिकल की तैयारी कर रही थी। निशा पहले कोटा के इंद्रबिहार इलाके में रहती थी। विगत 18 नवंबर को ही निशा हॉस्टल बदल कर महावीर नगर प्रथम इलाके में रहने आई थी। निशा के पिता 6 दिन कोटा में रहकर 23 नवंबर को वापस औरेया लौट गए थे।
पुलिस के मुताबिक निशा ने देर रात अपने पिता से फोन पर बात की थी। उसके बाद उसने फांसी लगा ली। पिता ने जब दुबारा फोन किया तो निशा ने फोन नहीं उठाया, जिसके बाद उन्होंने रात एक बजे हॉस्टल स्टॉफ को फोन किया, जिसके बाद निशा के आत्महत्या किए जाने की खबर लगी।
सुसाइट हब बना कोटा
राजस्थान के कोटा शहर में मेडिकल और इंजीनियरिंग की परीक्षा की कोचिंग होती है। देशभर हजारों छात्र छात्रा नीट व जेई की परीक्षा के लिए कोचिंग लेने के लिए आते हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से राजस्थान का कोटा शहर सुसाइड हब बन गया है। छात्र पढ़ाई व परीक्षा की तैयारियों की इतने दबाव में है कि उन्हें मौत को गले लगाना आसान लगता है। अभी बीते सोमवार को ही नीट की तैयारी कर रहे पश्चिम बंगाल के 20 वर्षीय छात्र फोरिद हुसैन ने दातावाडी के वक्फ नगर में किराये के कमरे में आत्महत्या कर ली थी।
साल 2023 में 29 छात्रों ने त्यागे प्राण
राजस्थान के कोटा शहर में इस साल अक्टूबर 2023 तक 27 छात्र आत्महत्या कर चुके थे, नवंबर तक खत्म होने तक 29 हो गए है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आत्महत्याओं के पीछे पढ़ाई का दबाव एक बड़ा कारण हो सकता है। पढ़ाई के दबाव में कोचिंग ले रहे छात्र गंभीर रुप से तनावग्रस्त रहते हैं। कोटा में वर्ष 2015 में इससे पहले सबसे ज्यादा छात्रों ने आत्महत्या की थी। पुलिस आंकड़ों के मुताबिक कोटा में वर्ष 2022 में 15, 2019 में 18, 2018 में 20, 2017 में 7, 2016 में 7 छात्रों ने आत्महत्या की थी। कोविड महामारी के कारण वर्ष 2020 व 2021 में कोटा में किसी भी छात्र द्वारा आत्महत्या का मामला प्रकाश में नहीं आया था।
विकसित भारत बनाने का संकल्प लें, नोएडा में बोले BJP अध्यक्ष नड्डा
देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।