एमएलए की हार: एक बुजुर्ग ने कांग्रेस के एक दिग्गज नेता की हार पर खूब खुशी मनाई। यहीं नहीं उसने 15 साल बाद अपने बाल और दाढ़ी कटवाए। जबकि उस व्यक्ति का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। फिर भला उसने ऐसा क्यों किया? जो भी इस बात को सुनता है वो ये बात जानने का उत्सुक है। इस व्यक्ति के ऐसा करने के पीछे उसकी एक दर्द भरी कहानी है। जिसके कारण उसके मन में इस नेता के लिए प्रतिशोध की भावना थी।
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इस व्यक्ति ने लिया था एमएलए की हार का प्रण
पुराने जमाने में अक्सर लोग किसी बात पर क्रोधित-आक्रोशित होकर कोई प्रतिज्ञा कर लेते थे और जब तक वो प्रतिज्ञा पूरी नहीं होती थी, उस प्रण का पूरी तरह पालन करते थे। अब तो लोगों के लिए ये दूर की कौड़ी बन गई है। लेकिन आज भी कुछ लोग हैं, जो ऐसा करते हैं और जब तक प्रतिज्ञा पूरी नहीं होती उसका पालन करते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है मध्य प्रदेश के पिछोर क्षेत्र से।
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पिछोर के रहने वाले एक बुजुर्ग ने एक एमएलए के हारने तक अपने बाल और दाढ़ी नहीं कटवाने का प्रण लिया था। पिछले 15 साल से वो व्यक्ति इस नेता की हार का इंतजार कर रहा था। इस बार उसका प्रण पूरा हुआ, तो इसके बाद उस बुजुर्ग ने अपने बाल और दाढ़ी-मूंछ कटवाए। बताया गया है कि पिछोर विधानसभा के जराय गांव के रहने वाले 66 साल के व्यक्ति गोविंद सिंह लोधी नाम ने 15 साल पहले प्रण लिया था कि ‘जिस दिन एमएलए केपी सिंह चुनाव हारेंगे, उसी दिन मैं अपने बाल-दाढ़ी कटवाउंगा।’
कांग्रेस के दिग्गज नेता केपी सिंह जो पिछले 6 बार से पिछोर से लगातार चुनाव जीतते आ रहे थे। पार्टी ने इस बार उनका पिछोर से टिकट काटकर उन्हें इस बार शिवपुरी विधानसभा से टिकट दिया था। लेकिन केपी सिंह इस बार चुनाव हार गए। विधायक केपी सिंह की हार के कारण गोविंद सिंह लोधी की प्रतिज्ञा पूरी हो गई।
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क्यों ली थी गोविंद लोधी ने एमएलए की हार की प्रतिज्ञा
बुजुर्ग गोविंद लोधी ने इस प्रण के पीछे की कहानी बताते हुए कहा कि “साल 2008 की बात है, जब मेरे भाई की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। तब भाई की संपति एक औरत ने अपने नाम करवा ली। इसके बाद मैं फरियाद लेकर पिछोर के उस समय के विधायक केपी सिंह के पास गया। एमएलए ने मुझसे पूछा कि ‘तुम कौन हो और कहां से आए हो?’ फिर मैंने उन्हें बताया कि ‘मैं गोविंद हूं और जराय गांव से आया हूं।’ यह सुनकर विधायक ने मेरा आवेदन फाड़ कर फेंक दिया और मुझे थप्पड़ मारकर वहां से भगा दिया था।”
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गोविंद लोधी ने आगे बताया कि “इस घटनाक्रम से मैं आक्रोशित हो गया और मैंने उसी दिन ये प्रण कर लिया कि जब तक विधायक केपी सिंह चुनाव नहीं हारेगा मैं बाल-दाढ़ी नहीं कटवाउंगा। एमएलए जिस दिन हारेगा, उसी दिन मेरे प्रण का अंत होगा। मैं 2008 से इस दिन की प्रतीक्षा कर रहा था, जो अब 15 सालों बाद जाकर पूरी हुई। अब मेरा प्रण पूरा हो गया, तो मैंने अपनी दाढ़ी, मूंछ और बाल कटवा लिए हैं। 15 साल से मेरे अंदर धधक रही आग अब जाकर शांत हुई है।”
एमएलए की हार
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