Shraddha Murder case: उत्तराखंड में श्रद्धा ने की थी स्मोकिंग, सामने आया वीडियो

Aftabameenpoonawala
Shraddha Murder case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:41 AM
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Shraddha Murder case: दिल्ली का श्रद्धा हत्याकांड पर दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस जांच कर रही है। अब दिल्ली पुलिस की एक टीम उत्तराखंड गई है। उत्तराखंड में पुलिस को उन जगहों पर भेजा गया है, जहां श्रद्धा और आरोपी आफताब मई 2022 में गए थे। उन जगहों से पुलिस द्वारा लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस की एक टीम को उत्तराखंड में शिवपुरी के पास गंगा के तट पर वशिष्ठ गुफा में भी भेजा गया है। हत्या से कुछ दिन पहले वशिष्ठ गुफा के पास श्रद्धा और आरोपी आफताब घूमने गए थे। 4 मई को श्रद्धा ने अपने इंस्टाग्राम पर इसी गुफा के पास गंगा किनारे का रील शेयर किया था। इस वीडियो में श्रद्धा स्मोकिंग करते हुए दिख रही है।

Shraddha Murder case

4 मई 2022, यानी हत्या से ठीक 14 दिन पहले श्रद्धा और आफताब उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश घूमने गए थे। श्रद्धा ने 4 मई को इंस्टाग्राम पर अपना रील पोस्ट करते हुए लिखा, 'तो मैंने रील बनाने की कोशिश की...लेकिन 1500 किलोमीटर की लंबी यात्रा और एक थका देने वाली दिन के बाद, मैंने अपने दिन को सूर्यास्त होते हुए देखकर, खत्म करने का फैसला किया। इसलिए मैं वशिष्ठ गुफा के पास गंगा के तट पर चली आई। कौन जानता था कि यह मेरे लिए एक बुलावा है, गंगा के परम निर्मल तट पर बैठकर, स्मोकिंग करते हुए उसकी सुंदरता में खो गई।'

बता दें कि श्रद्धा के इंस्टा अकाउंट thatshortrebel पर ये एक मात्र रील है, जो उसने पोस्ट किया था। इस रील वीडियो के अलावा श्रद्धा ने कोई भी इंस्टा रील पोस्ट नहीं किया है। श्रद्धा का आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट कुछ दिनों बाद 11 मई किया गया था। इस पोस्ट में श्रद्धा एक किताब पढ़ते हुए दिख रही है। श्रद्धा ने फोटो शेयर करते हुए उस जगह को गार्डन कैफे' (हिमाचल प्रदेश में) के रूप में टैग किया है। पुलिस हिमाचल प्रदेश के इस कैफे में भी जाएगी।

 
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दिल्ली की एक कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को महरौली हत्याकांड के आरोपी पूनावाला का नार्को टेस्ट कराने और उसकी हिरासत में पांच दिन और पूछताछ करने की अनुमति दी है। दिल्ली पुलिस ने यह कहते हुए आरोपियों की और रिमांड मांगी थी कि पुलिस को और सबूत खोजने के लिए हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड का दौरा करना होगा। पुलिस ने यह भी कहा कि नई दिल्ली में बदरपुर और छतरपुर के जंगल बहुत बड़े हैं और शरीर के अंगों को खोजने में समय लगेगा।

एक पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया, "हम हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में उन होटलों के मालिकों और कर्मचारियों से बात करेंगे, जहां श्रद्धा और आफताब ठहरे थे और उनसे पूनावाला की पहचान भी कराएंगे। हम उसे जंगल में भी ले जाएंगे, ताकि शरीर के कटे हुए हिस्सों को खोजा जाए।'

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Dara Singh : एक ऐसा पहलवान जो आजीवन अपराजित रहा, देश को गौरवान्वित करने का अदभुत जज़्बा था उसमे

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Dara Singh
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:18 PM
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  सुशील कुमार शर्मा,स्वतंत्र पत्रकार Dara Singh :  रुस्तम-ए-हिन्द दारा सिंह ने रेसलिंग के इतिहास में ऐसी मिसालें कायम की हैं, जो कभी भूली नहीं जा सकतीं।उनका जन्म आज ही के दिन 19 नवंबर 1928 को हुआ था। दारा सिंह अपने ज़माने के विश्व प्रसिद्ध फ्रीस्टाइल पहलवान थे । उन्होंने 1959 में पूर्व विश्व चैम्पियन जॉर्ज गारडियान्का को पराजित करके कॉमनवेल्थ की विश्व चैम्पियनशिप जीती थी। 1968 में वह अमेरीका के विश्व चैम्पियन लाऊ थेज को पराजित कर फ्रीस्टाइल कुश्ती के विश्व चैम्पियन बने। उन्होंने 55 वर्ष की आयु तक पहलवानी की और पाँच सौ मुकाबलों में किसी एक में भी पराजय का मुँह नहीं देखा। 1983 में उन्होंने अपने जीवन का अन्तिम मुकाबला जीतने के बाद, कुश्ती से सम्मानपूर्वक संन्यास ले लिया था।

Dara Singh :

1960 के दशक में पूरे भारत में उनकी फ्री स्टाइल कुश्तियों का बोलबाला रहा। बाद में उन्होंने अपने समय की मशहूर अदाकारा मुमताज़ के साथ हिन्दी की स्टंट फ़िल्मों में काम करना शुरू किया। दारा सिंह ने कई फ़िल्मों में अभिनय के अलावा, निर्देशन और लेखन भी किया। उन्हें टी.वी धारावाहिक रामायण में हनुमान के अभिनय से काफी लोकप्रियता मिली। उन्होंने पंजाबी में अपनी आत्मकथा लिखी थी, जो 1993 में हिन्दी में भी प्रकाशित हुई। उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने राज्य सभा का सदस्य मनोनीत किया। वह अगस्त 2003 से अगस्त 2009 तक, पूरे छ: वर्ष राज्य सभा के सांसद रहे। साल 2018 में डब्लूडब्लूई ने दारा सिंह को एक बेहद खास सम्मान से नवाज़ा और 'हॉल ऑफ फेम-2018' की लैगेसी विंग में शामिल किया। 12  जुलाई 2012 को दिल का दौरा पड़ने के बाद, उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

Dara Singh :

मुझे गर्व है कि  1980 के दशक में  जब दारा सिंह गाजियाबाद आये थे तो उनसे, उनके छोटे भाई रन्धावा से और उनके बड़े पुत्र प्रमुध्न से दिवंगत सांसद सुरेन्द्र प्रकाश गोयल के निवास पर मेरी सौहार्दपूर्ण भेंट हुई थी। हमने साथ बैठकर लस्सी भी पी। यह उसी समय का यादगार चित्र है।इस चित्र में मेरे (सुशील कुमार शर्मा) एक ओर दारा सिंह बैठे हैं तथा दूसरी ओर उनकी सभी स्टंट फिल्मों में उनके सह कलाकार रहे पहलवान अभिनेता हैं। इस पहलवान अभिनेता को मैंने अपने विजय सुपर स्कूटर पर गाजियाबाद की सैर भी करायी थी। दारा सिंह तथा उनके साथ आये सभी पहलवानों ने गाजियाबाद आगमन पर शहीद चन्द्रशेखर आजाद व शहीद भगत सिंह की प्रतिमाओं पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी।उस समय सड़क पर अपार भीड़ इकट्ठी हो गई थी। दारा सिंह के साथ आए पहलवान रेलवे रोड स्थित रेनबो होटल में ठहराये गये थे। वहां भी उन्हें देखने के लिए सड़क पर अपार भीड़ इकट्ठी हो गयी थी। पहलवानों ने होटल के छज्जे में आकर भीड़ का अभिवादन भी किया था।  मैंने उस अभिनेता पहलवान को शहर घुमाकर ऐसी भीड़ के बीच से निकालकर होटल तक पहुंचाया था। दारा सिंह और उनके साथ आये पहलवानों ने तब तारा की प्याऊ के सामने स्थित मिलट्री ग्राउंड और रामलीला मैदान जी टी रोड पर  फ्रीस्टाइल कुश्तियों का प्रदर्शन मुकाबला किया था। देश के महान पहलवान अभिनेता दारा सिंह को उनके जन्मदिन पर नमन है।
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PM Modi ने ईटा नगर में किया डोनी पोलो हवाई अड्डे का उदघाटन

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PM Modi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:28 AM
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PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश को सौगात प्रदान की है। शनिवार की सुबह अरुणाचल प्रदेश के ईटा नगर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। यह अरुणा प्रदेश का पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है। इसके अलावा पीएम ने 600 मेगावाट का मेंग जलविद्युत स्टेशन भी राष्ट्र को समर्पित किया।

PM Modi

इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, आप जानते हैं कि हम एक कार्य संस्कृति लेकर आए हैं, जहां जिन परियोजनाओं का हमने शिलान्यास किया है, उनका उद्घाटन करते हैं। उन्होंने कहा कि अब अटकाना, लटकाना, भटकाना का युग चला गया है। उन्होंने कहा कि मैं जब भी अरुणाचल आता हूं, एक नई उमंग, ऊर्जा और नया उत्साह लेकर जाता हूं। अरुणाचल के लोगों के चेहरे पर कभी भी उदासीनता और निराशा नहीं झलकती है, अनुशासन क्या होता है? ये यहां हर व्यक्ति और घर में नजर आता है।

उन्होंने कहा कि फरवरी 2019 में इस एयरपोर्ट का शिलान्यास हुआ था और ये सौभाग्य मुझे मिला था। हम ऐसा वर्क कल्चर लाए हैं, जिसका शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम करते हैं। अटकाना, लटकाना और भटकाना वह समय चला गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैंने 2019 में इसका शिलान्यास किया, तब चुनाव होने वाले थे। राजनीतिक टिप्पणीकारों ने शोर मचाया कि हवाई अड्डा नहीं बनने जा रहा है और मोदी मतदान के कारण पत्थर खड़ा कर रहे हैं। आज का उद्घाटन उनके मुंह पर तमाचा है। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में जो सरकार है, उसकी प्राथमिकता देश का विकास है, देश के लोगों का विकास है। साल में 365 दिन, चौबीसों घंटे, हम देश के विकास के लिए ही काम करते हैं।

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