पटना में चलती स्कूल बस में लगी आग, छात्रों ने कूद कर बचाई जान

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calendar09 Apr 2024 10:19 PM
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Bihar News : बिहार की राजधानी पटना से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां बच्चों से भरी एक स्कूल बस में अचानक आग लग गई। यह घटना बिहार के पटना के धनुकी मोड़ की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार बिहार के पटना के डीवाई पाटिल स्कूल के बस में आग लगने की घटना हुई थी। अचानक चलती कार में आग लग जाने से मौके पर अफरातफरी मच गई। वहीं मौके पर लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गए। बस में लगी आग की लपटें इतनी ऊंची थी कि किसी की बस के पास जाने की भी हिम्मत नहीं हुई। राहत की बात यह रही कि बस में सवार सभी छात्र सुरक्षित हैं। Bihar News 

कैसे लगी बस में आग ?

मिली जानकारी के अनुसार बिहार के पटना में चलती स्कूल बस में आग लगने की वजह से मौके पर अफरा-तफरी माहौल हो गया। स्थानीय लोग ने फुर्ती दिखाते हुए सभी बच्चों को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुट गए। जिसके बाद इसकी जानकारी दमकल विभाग को दी गई और मौके पर दमकल की गाड़ियों को भेजा गया। कई थाने की पुलिस को भी मौके पर पहुंचने के लिए कहा गया। जल्दी-जल्दी बच्चों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया गया। [video width="478" height="850" mp4="https://chetnamanch.com/wp-content/uploads/2024/04/bm4irLKnvN5yp7sl.mp4"][/video]

वायरल हुई वीडियो

बिहार में पटना की सड़क पर हुई इस घटना का लोगों ने वीडियो भी बना लिया। जिसमें साफ देखा जा रहा है कि किस तरह बीच सड़क पर बस में आग लग गई है। Bihar News

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पश्चिम बंगाल में क्या है चुनाव का हाल, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट

West Bengal News
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar09 Apr 2024 09:45 PM
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West Bengal News : लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल लगातार चर्चा में बना हुआ है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भाजपा का दुश्मन नम्बर-1 मानकर चला जा रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल में भारत सरकार की एजेंसी एनआईए पर हुए हमले ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल को खबरों की सुर्खियों में ला दिया है। विश्लेषकों का मत है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरी बहादूरी के साथ केन्द्र सरकार का मुकाबला कर रही हैं। विश्लेषकों का एक वर्ग पश्चिम बंगाल को दूसरी दृष्टि से देख रहा है।

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पश्चिम बंगाल में फिर बवाल

पश्चिम बंगाल से आ रही ग्राउंड रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर में एनआईए की टीम पर हुए हमले ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मुश्किल में डाल दिया है। पश्चिम बंगाल में जिस प्रकार केन्द्रीय एजेंसी की टीम पर हमला हुआ है उससे कानून व्यवस्था की स्थिति पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। आपको बता दें कि साल 2022 में पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में एक तृणमूल नेता के घर बम विस्फोट हुआ और तीन लोगों के चीथड़े उड़ गए। दो घायल फरार हो गए थे। एनआईए को तभी से उन दोनों की तलाश थी। एनआईए को जांच का जिम्मा कलकत्ता हाईकोर्ट ने दिया था। कई बार समन भेजने के बावजूद ये आरोपी हाजिर नहीं हो रहे थे। सफाई देते हुए पांच अप्रैल की सभा में ममता ने उस विस्फोट को पटाखे का विस्फोट बताया। सवाल है कि क्या पटाखा फटने से शरीर के अंग डेढ़ किलोमीटर दूर जा सकते हैं। हद तो तब हो गई, जब मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि लोगों ने वही किया, जो करना चाहिए था। बंगाल पुलिस ने तो एनआईए की टीम पर ही महिलाओं से छेडख़ानी का केस दर्ज कर लिया। संदेशखाली में ईडी के खिलाफ भी इसी तरह के आरोप लगाकर स्थानीय थाने में केस दर्ज किया गया था, पर संभावित कार्रवाई पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। आरोप है कि एक भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने एनआईए के एसपी धनराजराम सिंह से उनके घर पर मुलाकात की। तृणमूल इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाने की बात कह रही है। वह इस चुनावी मौसम में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रही हैं। अगर न्याय के लिए तृणमूल सरकार अदालतों की शरण में जाए, तो यह बात समझ में आती है, पर कई मामलों में वह डंडे के जोर पर लोकतंत्र चलाती हैं और अदालती आदेशों को भी ठेंगा दिखाती रही हैं। पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा पर हाल ही में पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया गया है। ममता सरकार ने संदेशखाली में कैंप लगाकर जिन लोगों की हड़पी गई जमीनें वापस लौटाईं, उन पर शाहजहां की गिरोह के दूसरे लेयर के उपद्रवी कब्जा नहीं करने दे रहे। आज भी पुलिस के असहयोग का आलम यह है कि बलात्कार पीड़ित महिलाएं घूंघट में आकर कलकत्ता हाईकोर्ट में बयान दर्ज करा रही हैं।

संदेशखाली भी चर्चा का विषय

पश्चिम बंगाल में संदेशखाली भी एक बड़ा मुददा है। विश्लेषकों का कहना है कि कई कारणों से सिर्फ बशीरहाट सीट का जनादेश पूरे बंगाल का भविष्य इंगित करेगा। इसी निर्वाचन क्षेत्र में संदेशखाली है, जहां की डरावनी कहानियां झकझोर देती हैं। हिंदी में ठीक-ठाक बात करने में सक्षम रेखा पात्रा को तृणमूल ने बाहरी मान लिया है। वैसे, तृणमूल हिंदी बोलने वालों को बाहरी ही कहती रही है। कुछ साल पहले आसनसोल में एक चुनाबी सभा में ममता ने हिंदी भाषियों को अतिथि कहा था। ऐसे माहौल में, भाजपा ने सही दांव चलते हुए संदेशखाली की पीडि़ताओं को एकजुट करने वाली रेखा पात्रा को उम्मीदवार बनाया, ताकि पूरे चुनाव में महिला सम्मान का विमर्श जिंदा रहे। ममता की बड़ी तोकत राज्य की 49 प्रतिशत महिला वोटर हैं। इस सीट पर तृणमूल ने मुस्लिम आबादी को देखते हुए एक बार सांसद रह चुके हाजी नुरुल इस्लाम को टिकट दिया है, जिन पर वर्ष 2010 में इसी इलाके में दंगे भडक़ाने का आरोप लगा था। अभी चार अप्रैल को उत्तर बंगाल की चुनावी सभा में ममता ने लोगों से कहा कि वे दंगा न करें, और दंगा न होने दें। रामनवमी से ठीक पहले यह संदेश जारी करने की क्या जरूरत थी? बशीरहाट का बड़ा हिस्सा सुंदरबन के जंगलों व टापुओं पर बनी बस्तियों से घिरा है। यहां साढ़े 17 लाख मतदाता हैं, जिनमें करीब 87 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। इस क्षेत्र में लगभग 46.3 फीसदी मुस्लिम आबादी है। अनुसूचित जाति के करीब 25.4 प्रतिशत लोग हैं और रेखा पात्रा इसी समुदाय से हैं। पिछले दो महीनों से इलाके की महिलाओं के लक्ष्मी भंडार के रुपये खातों में नहीं आ रहे हैं। इन महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए पूछा कि क्या यह राशि तृणमूल दे रही है? इन मेहनतकश महिलाओं के प्रति किसी की ममता अगर नहीं छलकती है, तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है? सात अप्रैल को उत्तरबंगाल के धूपगुड़ी में चुनाव अपराधियों को केंद्रीय एजेंसियों पर हमले करवा रही है। मुख्यमंत्री को बचाने के लिए तृणमूल सरकार होकर राष्ट्र से लडऩे का दुस्साहस दीदी को भारी पड़ हालांकि भाजपा ऐसा 'मौका' नहीं देने के पक्ष में है। West Bengal News

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बड़ी खबर : मुख्य चुनाव आयुक्त को बड़ा खतरा, मिली Z कैटेगरी की सुरक्षा

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Z Category Security to CEC
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 10:15 PM
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Z Category Security to CEC : भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) राजीव कुमार को बड़ा खतरा है। IB ने इनपुट दिया है कि भारत के निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को खतरा हो सकता है। IB की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने CEC को Z कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान कर दी है।

क्या होती है Z  कैटेगरी ?

आपको बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को Z कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है। Z कैटेगरी की सुरक्षा बेहद खास होती है। यह सुरक्षा VVIP को दी जाती है। जेड श्रेणी की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं। आर्म्ड फोर्स के 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड वीआईपी के घर पर रहते हैं। 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ, 12 तीन शिफ्ट में आर्म्ड स्कॉर्ट के कमांडो, 2 वॉचर्स शिफ्ट में और 3 ट्रेंड ड्राइवर राउंड द क्लॉक मौजूद रहते हैं।

7 चरणों में होग लोकसभा चुनाव

बता दें कि इस समय देश चुनावी मोड में जा चुका है। देश में लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होने जा रहे हैं, जिसकी शुरुआत 19 अप्रैल को पहले चरण के साथ होगी। वहीं, दूसरा 26 अप्रैल को, तीसरा 7 मई को, चौथा 13 मई को, पांचवां 20 मई को, छठवां 25 मई को और सातवां चरण 1 जून को होगा। सभी चरणों के मतदान की काउंटिंग 4 जून को होगी। हाल ही में चुनावों की तारीख का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा था कि चुनाव के लिए हमारी टीम तैयार है। चुनाव में 97 करोड़ वोटर्स मतदान करेंगे। 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 55 लाख EVM का इस्तेमाल किया जाएगा।

शाहरूख खान के पिता ने लड़ा था अनोखा चुनाव, एक भी वोट नहीं मिला

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