Noida News : नोएडा प्राधिकरण ने एनजीटी की गाइडलाइंस का अनुपालन करते हुए पहली बार सेक्टर-54 में फाइबर डिस्क तकनीक पर आधारित टीटीपी प्लांट स्थापित किया। इससे शोधित पानी की गुणवत्ता में और भी सुधार होगा। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डा. लोकेश एम ने सेक्टर-54 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में बना टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट (टीटीपी) और वेटलैंड का उद्घाटन किया। इस टीटीपी की क्षमता 54 एमएलडी है। इस मौके पर जल एवं सीवर विभाग के महा प्रबंधक (जीएम) आर.पी. सिंह व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
सीवेज पानी को किया जा सकेगा ट्रीट
टीटीपी के जरिए इसका टोटल सस्पेंड सोलिड्स (टीएसस) और फेसिएल क्लोरीफार्म की मात्रा को मानक के अनुरूप नियंत्रण किया जाना संभव हो सकेगा। यह टीटीपी फाइबर डिस्क तकनीकी पर आधारित है। जिससे शोधित सीवेज जल की गुणवत्ता में मानक जैसे सीओडी, बीओडी और फेसल की मात्रा और अधिक नियंत्रित की सकेगी। यही नहीं इको सिस्टम के अनुरुप सभी प्रकार से व एनजीटी के दिशा निर्देशों के क्रम में सिवेज पानी को ट्रीट किया जा सकेगा।
डंपिंग ग्राउंड को वेटलैंड में तब्दील किया गया
नोएडा के सेक्टर-54 डंपिंग ग्राउंड को वेटलैंड में तब्दील किया गया। हालांकि इसका निर्माण काफी पहले हो चुका है। लेकिन इसका औपचारिक शुभारंभ किया गया। इस वेटलैंड से पानी की गुणवत्ता, क्षेत्र का अंडरग्राउंड वाटर टेबल में सुधार एवं पक्षियों, जीव जंतुओं के प्रवास के लिए इको सिस्टम और बेहतर बनेगा। इस वेटलैंड का क्षेत्रफल 2.5 एकड़ एवं संचयन क्षमता 15000 मिटर क्यूब है। इसमें रोजाना लगभग 20 से 22 एमएलडी शोधित जल का उपयोग किया जा सकेगा। इस कार्य को भी एनजीटी की गाइड लाइन के अनुसार कराया गया है। Noida News
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