Viral Fever: आई फ्लू के बाद वायरल फीवर का खतरा: इन घरेलू उपाय को अपनाकर करें अपनी सुरक्षा

आई फ्लू के बाद वायरल फीवर का खतरा
कुछ हफ्ते से इलाके में आई फ्लू का खतरा बढ़ गया था। आई फ्लू के हर दिन नए मरीज देखने को मिल रहे थे। डॉक्टर का कहना था कि आई फ्लू किसी की आंखों में देखने से नहीं बल्कि उस इन्फेक्शन के एक से दूसरे तक पहुंचने के कारण होता है। अभी आई फ्लू का खतरा धीरे-धीरे कम हो ही रहा था कि वायरल बुखार का खतरा अब बढ़ गया है। सरकारी और निजी अस्पतालों में रोज कई सौ की संख्या में मरीज देखने को मिल रहे हैं। यह वायरल फीवर दरअसल मौसम बदलने के कारण बढ़ रहा है। शहर में तो मरीज काफी संख्या में अस्पताल आ ही रहे हैं साथ ही गांव में भी मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस वायरल फीवर से लोगों को डेंगू होने का खतरा भी सता रहा है। बदलते मौसम के कारण हुए वायरल फीवर से आप कुछ आम घरेलू नुस्खों और सावधानी कर खुद को बचा सकते हैं। Viral Feverवायरल फीवर से बचने के घरेलू उपाय
यदि किसी व्यक्ति को वायरल फीवर होने की संभावना है तो सबसे पहले ठंडा पानी छोड़कर नॉर्मल या गुनगुना पानी पीना शुरू कर दे। ठंडे पानी से नहाने की जगह नॉर्मल पानी से नहाए। गले में होने वाली दिक्कत को तुरंत खत्म करने के लिए सूप, ग्रीन टी या मुलेठी का इस्तेमाल करें। अधिक से अधिक पानी पिए ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। एक्सरसाइज करें ताकि इम्यून सिस्टम मजबूत हो। रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध भी पी सकते हैं।Health Tips: मखाने में छिपा हड्डियों की मजबूती और त्वचा की चमक का रहस्य
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कुछ हफ्ते से इलाके में आई फ्लू का खतरा बढ़ गया था। आई फ्लू के हर दिन नए मरीज देखने को मिल रहे थे। डॉक्टर का कहना था कि आई फ्लू किसी की आंखों में देखने से नहीं बल्कि उस इन्फेक्शन के एक से दूसरे तक पहुंचने के कारण होता है। अभी आई फ्लू का खतरा धीरे-धीरे कम हो ही रहा था कि वायरल बुखार का खतरा अब बढ़ गया है। सरकारी और निजी अस्पतालों में रोज कई सौ की संख्या में मरीज देखने को मिल रहे हैं। यह वायरल फीवर दरअसल मौसम बदलने के कारण बढ़ रहा है। शहर में तो मरीज काफी संख्या में अस्पताल आ ही रहे हैं साथ ही गांव में भी मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस वायरल फीवर से लोगों को डेंगू होने का खतरा भी सता रहा है। बदलते मौसम के कारण हुए वायरल फीवर से आप कुछ आम घरेलू नुस्खों और सावधानी कर खुद को बचा सकते हैं। Viral Feverवायरल फीवर से बचने के घरेलू उपाय
यदि किसी व्यक्ति को वायरल फीवर होने की संभावना है तो सबसे पहले ठंडा पानी छोड़कर नॉर्मल या गुनगुना पानी पीना शुरू कर दे। ठंडे पानी से नहाने की जगह नॉर्मल पानी से नहाए। गले में होने वाली दिक्कत को तुरंत खत्म करने के लिए सूप, ग्रीन टी या मुलेठी का इस्तेमाल करें। अधिक से अधिक पानी पिए ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। एक्सरसाइज करें ताकि इम्यून सिस्टम मजबूत हो। रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध भी पी सकते हैं।Health Tips: मखाने में छिपा हड्डियों की मजबूती और त्वचा की चमक का रहस्य
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मखाना इंसुलिन को नियंत्रित कर मोटापे को कम रखता है बैठकर एस्ट्रोल नहीं बढ़ने देता और उच्च रक्तचाप को भी नियंत्रित रखता है और यह दो कारण हृदय की बीमारियों को बढ़ावा देते हैं इसलिए साफ तौर पर माना जा सकता है की मखाना दिल की बीमारियों उपयोगी डाइट है।
Health Tips: प्रसव के बाद मां के लिए मखाने
मखाने में पोटेशियम मैग्नीशियम आयरन कैल्शियम होने के कारण गर्भावस्था के बाद शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए मखाने का प्रयोग किया जाता है और तमाम तरह की दिशा बनाकर मां की संतुलित डाइट में दिया जाता है।
Health Tips: मसूड़े की सूजन में उपयोगी
मखाना दांतो मसूड़े की सूजन जैसी स्थिति में भी बहुत लाभप्रद है मखाने में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीआंटीइयाल प्रभाव पाए जाते हैं। मसूड़े की सूजन के दौरान मखाने का प्रयोग लाभकारी है।
मखाना एंटी एजिंग है उसमें ऐसे तमाम तत्व है जो हमारी त्वचा को युवा जवान और चमकदार रखते हैं मखाने के गुण झुर्री को दूर रखने में बहुत कारगर है।
छोटे बच्चे स्वाद के पीछे चिप्स कुरकुरे और मैगी के पीछे भागते हैं जो उनके लिए नुकसानदायक है ऐसे में मखाने की कुरकुरी देश उनके लिए बहुत लाभदायक है वह उन्हें बहुत प्यार से खाना पसंद करते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि मखाना से वह उनके दांतों हड्डियों और इस के लिए बहुत लाभप्रद है।
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Health Tips: मखाने को नाश्ते या लंच में कैसे तैयार करे
मखाने को कई प्रकार से बनाया जा सकता है। मखाने प्रयोग की तरह से कर सकते हैं हम आपको कुछ विधि बता रहे हैं।
मखाना बुनकर साधारण कुरकुरे की तरह
जरूरत के अनुसार मखाने लेकर एक चम्मच देसी घी के साथ कढ़ाई में डालकर धीमी धीमी आंच पर कुरकुरा होने तक भूने। लेकिन याद रहे मखाने बिल्कुल जलने ना पाए। जब कुरकुरे अच्छी से भून जाए एक चुटकी काला नमक डालें और फिर थोड़ा चलाएं। दो मिनट बाद कढ़ाई में ऐसा ही पड़ा रहने दें इसके बाद बच्चों के प्लेट में सर्व करें या फिर लंच बॉक्स में रखकर स्कूल में दें।
चाय के समय अपने परिवार के लिए या ऑफिस में दफ्तर में अपने पति के लंच बॉक्स में भी आप यह नाश्ता हल्का-फुल्का सा दे सकती हैं।
Health Tips: मखाने की चाट
जैसा ऊपर बताया है मखाना को हल्का भूनकर एक प्लेट में रख ले, और इसके साथ थोड़ी सी हरी मटर हल्की सी उबालकर अलग रख ले। साथ में बारीक कटी हुई प्याज एक दो हरी मिर्च छोटी-छोटी काटकर प्याज और हरी मिर्च और मखाने को आपस में मिलाएंऔर इसमें थोड़ा सा चंकी चाट मसाला और जरा सा काला नमक मिलाएं। और नाश्ते का आनंद लें।
मखाने की खीर लें दूध में मखाने उबालकर धीमी धीमी आंच पर अच्छे से पकाएं उसमें चीनी मिलाएं और अपने पसंद के और ड्राई फ्रूट भी डाल सकती हैं। व्रत या त्योहार में या खाने के बाद इस खीर को ठंडा करके स्वीट डिश की तरह से अपने घर के सदस्यों को खिलाएं और खुद भी इस खीर का आनंद लें
इस तरह से हम कह सकते हैं कैल्शियम से भरपूर मखाना हमारी हड्डियों को मजबूत करता है हमारे दिल को मजबूत करता है हमारे नन्हे बच्चों में स्वादिष्ट व्यंजन की तरह पोशाक संतुलित आहार देकर उन्हें स्मृति प्रदान करता है जोड़ों के दर्द में महिलाओं के लिए मखाना कारगर है तो युवाओं और पुरुषों के लिए यह उन्हें ताकत देने का काम करता है। हम सब की त्वचा को चमकदार बनाने में मखाने की भूमिका है।
संजीवनी मंत्र
मुट्ठी भर मखाने में स्वास्थ्य का भंडार। हड्डियां मजबूत दिल भी मजबूत।
कैल्शियम और पोटेशियम मैग्नीशियम से भरपूरमखाना संतुलित नाश्ते की प्लेटमें है जरूरी
मखाने के फायदे मखाने का इस्तेमाल भारत में प्राचीन काल से होता रहा है यह हमारी रसोई का एक अभी नहीं कर रहा है चाहे गर्भावस्था के दौरान मां की देखभाल हो या छोटे बच्चों के लिए हल्का फुल्का आहार वृद्धो के लिए संतुलित डाइट हो या पुरुषों के लिए विशेष फायदेमंद मखाने का हर एक के लिए महत्वपूर्ण स्थान है मखाने से हड्डियां मजबूत होती हैं आप अच्छी समस्या नहीं रहती ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है चेहरे की त्वचा चमकदार बनती है और इसके अलावा यह कई बीमारियों में फायदेमंद है लिए जाने अलग-अलग उनके फायदे…हड्डियों को मजबूत करने और जोड़ों के दर्द में है कारगर। क्योंकि मखाना कैल्शियम मैग्नीशियम पोटेशियम फॉस्फोरस का बेहतर स्रोत है इसलिए यह हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है। जोड़ों के दर्द वालों के लिए तो मखाना बेमिसाल है।
मीना कौशिक
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Child Care Tips: बाथरूम जाने माते दीदी से अपनी समस्या बताने के बारे में भी दे जानकारी
लेकिन याद रहे आपको उन्हें बाथरूम में जाने के लिए दीदी से बात करने आदि की पूरी ट्रेनिंग भी देनी होगी। जो कि जब बच्चे स्कूल में जाते हैं और वह अपनी बाथरूम की समस्या जाने की नहीं कह पाते हैं और दूसरे बच्चे इस पर मजाक बनाते हैं इससे बेहतर है आप उन्हें पहले से ही मेंटली खाने से बॉथरूम तक पढ़ाई से क्लास ढूंढने तक उसकी मानसिकता तैयार करें।
बच्चों की क्लास का सेक्शन कौन सा है कमरे पर कहां लिखा होता है जरूर बताएं
आप बच्चों को बताएं आपके गले में जो आई कार्ड होता है उसे पर आपका क्षेत्र और आपके मां पिता की पूरी डिटेल होती है इसलिए हमेशा उसे गले में ही पहने। और गलती से क्लास रूम से बाहर जब बाथरूम जाए और अपना कमरा न मिल पाए तो किसी मद दीदी या बच्चे से पूछ ले कि उसके क्षेत्र वाला रूम कहां है अगर आप रोने लगेंगे तो आप परेशान हो जाएंगे और अपना रूम नहीं ढूंढ पाएंगे।
यानी बच्चों को उसे दौरान आपको उसके बैग में लंच रखना और उसकी पसंद की चीज बैग में रखकर देने का प्ले भी करना है और बताना है कि वह कब अपना लंच करें और कब पानी पी सकते हैं। दूसरे दिन आपको भी टीचर की तरह अपनी तैयारी करनी है बच्चों के लंच में बैग में उसकी पसंद का हेल्दी खाना रखना है बच्ची को थोड़ा सा लिक्विड भी देना है जो उसकी पसंद का हो और बच्चे को बताना है कि वह स्कूल की टेबल पर पूरा ही खाना खाएगा और मैं अगर कोई क्वेश्चन पूछे तो सही जवाब देंगे।
इस बीच में आपको टीचर की एक्टिंग करनी है और यह एक्टिंग बच्चों की बड़ी बहन, बच्चों का बड़ा भाई, बच्चे की मां या पापा कोई भी कर सकता है। इस खेल खेल में आपका बच्चे का संपूर्णव्यक्तित्व का विकास होता है क्योंकि बच्चे के पहले कम ही जब आत्मविश्वास से भरपूर शुरू होते हैं तो वह जिंदगी के हर पक्ष में उठना बैठना चलना दूसरे को झेलना सब कुछ सीख जाता है और इसके साथ ही साथ वह दुनिया में बिखरे ज्ञान का खजाना अपनी किताबों और सामाजिक कारण से लेता है।
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Child Care Tips: गेम गेमप्ले में स्कूल में पढ़ाई की हो जाती है मानसिकता तैयार के इस गेम प्ले में वह स्कूल जाने के लिए बच्चे के स्कूल जाने की मानसिकता तैयार ही आई जाति है । फिरवह इंतजार करता है मेरा स्कूल में एडमिशन कब होगा या नहीं उसके खाने पीने बोलने की अच्छी आदत है भाई बहनों और टीचर से भी बाहर और जो बच्चे डिसिप्लिन नहीं है उनसे व्यवहार करना सब कुछ आ जाता है और अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अचानक जाकर स्कूल में या सब कुछ सीख जाए तो ऐसा आप गलत सोचते हैं। घर में उसे पूरा संरक्षण मिला है और स्कूल में हर बच्चे पर ध्यान देना संभव नहीं इसलिए हम अपने नन्हे बच्चे को एक पौधे की तरह से तैयार करते हैं जिसकी हर डाल हरी भरी होती हैं और जिसका तन मजबूत होता है इसी तरह से आपके बच्चे के व्यक्तित्व का तन मन और एक एक पत्ता फूल कली विकसित होना चाहिए। कल यह पौधा बरगद की तरह विशाल वृक्ष बनकर विश्व भर में आपका नाम कर सकेगा और आप तब फूले नहीं समाएंगे।
Child Care Tips: एक्स्ट्रा एक्टिविटी भी सिखाएं
खेल खेल में पहला सबक कुछ इस तरह…अपने घर में ही बच्चे को एक्स्ट्रा एक्टिविटी के लिए उत्साहित करें नई नई ड्रेस बनाकर उनसे मॉडलिंग कारण या उन्हें खेलने के लिए कुछ ऐसे खिलौने दें जिससे अपने वह को टूल से जा सके और ज्ञान विज्ञान से परिचित हो सके कि यह क्या है और कैसे बना है उसके पसंदीदा खिलौना में कर ब्लॉक गुड़िया डॉक्टर किट आदि दे सकते हैं। यहीं पर बच्चों के नन्हे कदम अपने को टूल तमाम ज्ञान विज्ञान की बातें जानना सीखने लगते हैं। न्यूटन ने भी सब के गिरने के सिद्धांत को यूं ही तो जाना था।
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Child Care Tips: कभी ना करें ऐसी गलतीबच्चों को आप हमेशा पढ़ने के लिए डांटे या उसे लिखने के लिए मजबूर करें या तरीका बिल्कुल ठीक नहीं कुछ मां बाप तो बच्चों को इतनी बुरी तरह से डांटते हैं कि बच्चा स्वयं जाता है रोने लगता है और पढ़ाई में उसका मन नहीं लगता जो कुछ पढ़ता है वह उसके दिमाग से पार निकल जाता है। कुछ मन सीखने की बजाय बच्चों को डांट डांट कर होमवर्क करने के लिए ही अपनी हुकूमत से चलती हैं यही नहीं उनका फीस भरने के ताने मारती हैं इतनी भारी फीस जाती है स्कूल की इतनी मेहनत से लाते हैं तुम्हारे पापा आदि। नन्हे से बच्चे पर कमर पर धोल लगाना, या आपके गुस्साए चेहरे से चपत करने की हर वक्त बातें करना बिल्कुल उचित नहीं।
अपनी लाडली को खेल खेल में एक अनोखी दुनिया बनाना सिखा दें जहां उसके सपनों की उड़ान अपने सफलता की कहानी की तरफ कदम बढ़ा सक।