No Confidence Motion Debate: मणिपुर तो बस बहाना है, सबको अपना काम बनाना है !

No Confidence Motion Debate: मणिपुर तो बस बहाना है, सबको अपना काम बनाना है !
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:01 PM
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सार

No Confidence Motion Debate: मणिपुर की घटनाओं को लेकर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को , 8 अगस्त को संसद में पेश किया गया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने इस प्रस्ताव को लोकसभा में पेश किया। जब इस गम्भीर मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, तो लोगों को उम्मीद थी कि इस संवेदनशील विषय पर गम्भीर चर्चा होगी। लेकिन दुर्भाग्य से पहले दिन दोनों पक्ष के लोग अगर कुछ अपवादों को छोड़ दें, तो इस मुद्दे के बजाय दुनियाभर के मुद्दों पर बोलते नजर आए। वक्ताओं द्वारा इस मुख्य मुद्दे को किनारे कर दिया गया।

विस्तार

गोगोई ने जोरदार तरीके से की डिबेट की शुरुआत

No Confidence Motion Debate: लोकसभा में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर पहले दिन दोनों पक्षों के लोग अगर हम दो-एक अपवादों को छोड़ दें, तो मुख्य मुद्दे से भटक कर इधर-उधर की बात करते दिखे। मणिपुर उनकी डिबेट से कोसों दूर नजर आया। जहाँ अधिकांश विपक्षी सदस्यों ने इस अवसर को महंगाई, अपने प्रदेश की स्थानीय समस्याओं, मोदी सरकार की विभिन्न मोर्चों पर नाकामी जैसे मुद्दों को उठाया। तो सत्ता पक्ष के सांसद भी मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते, विपक्षी गठबंधन के औचित्य पर सवाल उठाते और विपक्षी शासित राज्यों की सरकारों की नाकामियां बताते नजर आए। जब कांग्रेस ने राहुल गांधी के बजाय नॉर्थ ईस्ट से आने वाले सांसद गौरव गोगोई से No Confidence Motion Debate की शुरुआत कराई। तो लगा कांग्रेस इस मुद्दे पर गम्भीर बहस कराना चाहती है, इसलिए उसने उस क्षेत्र से आने वाले सांसद को ये जिम्मेदारी दी है। गोगोई ने निराश भी नहीं किया। उन्होंने इस प्रस्ताव पर संसद में बहस की शुरुआत करते हुए मणिपुर मुद्दे को जोर-शोर से उठाया तो उम्मीद बंधी कि इस मुद्दे पर गम्भीर बहस होगी। उनकी अधिकांश बातें तार्किक थीं और अधिकांश समय उनका फोकस मणिपुर पर ही रहा। हालांकि अपनी बातों में उन्होंने सिर्फ हालिया घटनाओं का जिक्र किया। वर्षो से चली आ रही इस समस्या की जड़ में जाना, उन्होंने राजनीतिक विवशताओं के कारण नजरअंदाज करना बेहतर समझा। उन्होंने वर्तमान हालातों के लिए केंद्र और राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने पीएम मोदी की चुप्पी और मणिपुर प्रदेश सरकार को नाकामी पर भी बर्खास्त नहीं करने पर सवाल उठाए।

अच्छी शुरुआत के बाद मुद्दे से भटकी बहस

No Confidence Motion Debate:

इसके बाद बीजेपी की ओर से निशिकांत दुबे ने जवाब दिया। लेकिन शुरुआत मणिपुर से करने के बाद वो मुद्दे से भटक गए और उनका फोकस मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने में, अपने क्षेत्र के विकास कार्य बताने में और विपक्षी गठबंधन के औचित्य पर सवाल उठाने पर ही नजर आया। उन्होंने सोनिया गांधी पर व्यक्तिगत तंज कसते हुए कहा कि उनके जीवन का मकसद यही है कि उन्हें बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है। उन्होंने कांग्रेस का साथ दे रहे विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A.के नेताओं को अतीत में कांग्रेस द्वारा किए गए उनके प्रति किए गए व्यवहार की याद दिलाते हुए उनके कांग्रेस के साथ जाने पर भी सवाल उठाए। No Confidence Motion Debate सिर्फ निशिकांत दुबे ही नहीं, बल्कि उनके बाद बोलने वाले दोनों पक्षों के नेताओं का मणिपुर पर फोकस नहीं दिखा। वो अन्य मुद्दे उठाते रहे, सुप्रिया सुले ने महंगाई पर जोर दिया, तो डिम्पल यादव का फोकस महंगाई के साथ-साथ यूपी की अपराध की घटनाओं पर रहा। इसी तरह कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी 370 पर अपना रोना रोते दिखे। महाराष्ट्र के कुछ सांसद उद्धव सरकार का, तो कुछ वर्तमान शिंदे सरकार का बखान करते नजर आए। स्थिति ये हो गई कि एक सांसद ने ये तक कमेंट कर दिया, ऐसा लग रहा है जैसे हम लोकसभा में नहीं, बल्कि महाराष्ट्र विधानसभा में बैठे हैं। बीजेपी की ओर से पहले दिन की चर्चा का अंत होते-होते केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने जरूर, सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ, मणिपुर सहित पूरे पूर्वोत्तर राज्यों की समस्याओं पर गम्भीरता से बात की। कुल मिलाकर पहले दिन की चर्चा का निष्कर्ष तो यही निकलता है कि दोनों पक्षों के लिए मणिपुर का मुद्दा सिर्फ एक मोहरा है। उनकी इसके प्रति कोई गम्भीरता नही है। उनके लिए इस बहस का उद्देश्य सिर्फ अपने-अपने हित साधना है। जिससे उनके लिए 2024 के चुनावों की राह आसान हो जाए और वो इसका राजनीतिक लाभ ले सकें।

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News Click Funding: बीजेपी नेता के फंडिंग आरोप पर 'NewsClick' ने दी अपनी सफाई

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calendar25 Nov 2025 07:54 AM
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News Click Funding |सुप्रिया श्रीवास्तव | 8 अगस्त 2023 | National News
News Click Funding : मीडिया पोर्टल न्यूज़ क्लिक पर चीन से मिल रही फंडिंग के जरिए देश में सरकार के खिलाफ माहौल बनाने और देश विरोधी होने का आरोप लगा है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा है कि चीन से मिल रही फंडिंग से News Click मीडिया पोर्टल सरकार के खिलाफ माहौल बना रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी यह कहा कि कई रिपोर्ट्स अब स्वीकार कर रहे हैं कि नोबेल रॉय सिंघम और उनका NewsClick चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के खतरनाक हथियार हैं, और दुनियाभर में चीन की राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं। न्यूज़क्लिक मीडिया पोर्टल पर लग रहे इन आरोपों पर, अब मीडिया पोर्टल ने अपनी सफाई पेश की है, और सभी आरोपों को मद्देनजर रखते हुए अपना बयान पेश किया है।

News Click Funding: पॉलिटिकल एक्टर्स और मीडिया के एक हिस्से द्वारा हमारे ख़िलाफ़ लगाए जा रहे आरोप निराधार-

NewsClick मीडिया होटल की तरफ से यह बयान पेश किया गया है कि पॉलिटिकल पार्टी के नेताओं और मीडिया द्वारा न्यूज़ पोर्टल पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद है, जिसका कोई तथ्यात्मक या कानूनी आधार नहीं है। NewsClick के चीफ एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ ने एक लिखित बयान पेश किया है जिसमें लिखा गया है कि - "पिछले 12 घंटों में, न्यूज़क्लिक के ख़िलाफ़ कई झूठे और भ्रामक आरोप लगाए गए हैं जो उन मामलों से संबंधित हैं जो कि वर्तमान में भारत में अदालतों के समक्ष विचाराधीन हैं। हम कानूनी प्रक्रिया की शुचिता का सम्मान करते हैं और मीडिया ट्रायल में शामिल होने का हमारा कोई इरादा नहीं है। कुछ पॉलिटिकल एक्टर्स और मीडिया के एक हिस्से द्वारा हमारे ख़िलाफ़ लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं, इन आरोपों का कोई तथ्यात्मक या क़ानूनी आधार नहीं है। न्यूज़क्लिक एक स्वतंत्र समाचार संस्था है, और ऐसा कोई भी आरोप कि हम चीन की कम्युनिस्ट पार्टी या अन्य हितों के मुखपत्र के रूप में कार्य करते हैं, ग़लत और बेबुनियाद है। हम एक बार फिर भारतीय न्यायालयों में अपना विश्वास दोहराते हैं, और आश्वस्त हैं कि न्यूज़क्लिक भारतीय क़ानून के अनुसार कार्य करता रहा है और करता रहेगा। विशेष रूप से, माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय ने प्रथम दृष्टया मामला न्यूज़क्लिक के पक्ष में पाते हुए, कंपनी के विभिन्न अधिकारियों को गिरफ़्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है। इसके अलावा, एडिशनल चीफ़ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (विशेष अधिनियम), दिल्ली ने न्यूज़क्लिक के ख़िलाफ़ आयकर अधिकारियों द्वारा दायर एक शिकायत को ख़ारिज कर दिया है, उन्होंने इस शिकायत में कोई मेरिट नहीं पाई।"

क्या है News Click Funding से जुड़ा पूरा मामला?

दो साल पहले प्रवर्तन निदेशालय की जांच में पाया गया था कि मीडिया पोर्टल न्यूजक्लिक को विदेशों से लगभग 38 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली थी। जांच में पता चला था कि अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम की ओर से लगातार न्यूजक्लिक को फंडिंग दी गई थी। नेविल पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के साथ संबंध के आरोप लगते रहे हैं। ईडी की जांच में पता चला था कि तीन साल में NewsClick को 38 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली थी। इसे तीस्ता सीतलवाड़ समेत कई लोगों में बांटा गया था। अब इसे लेकर कई रिपोर्ट में भी एक्टिविस्ट ग्रुप्स, गैर-लाभकारी संगठनों, शेल कंपनियों और चीन के साथ उनके नेटवर्क का पता चला है। इस पूरे नेटवर्क के केंद्र में नेविल रॉय सिंघम हैं। रिपोर्ट में कहा कि कॉर्पोरेट फाइलिंग से पता चलता है, सिंघम के नेटवर्क ने एक समाचार साइट, न्यूजक्लिक को फंडिंग दी है। इसमें जरिए चीनी सरकार के मुद्दों को कवर किया गया।

Rahul Gandhi: बीजेपी सासंद निशिकांत दुबे का NEWS CLICK पर हमला, चीन से फंडिंग का आरोप

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बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा कराने को लेकर, अपने ही नेताओं के निशाने पर आए कमलनाथ

Kamalnath
MP Controversy
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calendar28 Nov 2025 11:39 AM
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MP Controversy: बाबा धीरेंद्र शास्त्री इस समय छिंदवाड़ा में कथा और दिव्य दरबार का आयोजन कर रहे हैं। जिसमें कांग्रेस सांसद नकुल नाथ कथा के मुख्य यजमान हैं। इस कथा को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता कमलनाथ  खुद अपनी पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। इस आयोजन के लिए उनकी कड़ी आलोचना की जा रही है।

कथा कराने को लेकर घिरे कांग्रेस नेता कमलनाथ

चर्चित धीरेंद्र शास्त्री फिलहाल मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कथा और दिव्य दरबार का आयोजन कर रहे हैं। इस कथा का आयोजन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ स्वयं करा रहे हैं। उनके सांसद बेटे नकुल नाथ कथा के मुख्य यजमान हैं। इस कथा के आयोजन को लेकर विपक्षी दलों के साथ-साथ खुद कांग्रेस के नेताओं ने भी उन पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। प्रमोद कृष्णम (Pramod Krishnam) ने तो बकायदा खुलकर उन्हें आड़े हाथों लिया है।

MP Controversy प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर साधा निशाना

कांग्रेस नेता और धार्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर कमलनाथ (Kamalnath) पर तंज कसा है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि "एक समय आसाराम बापू भी प्लेन से ही छिंदवाड़ा गए थे। मुसलमानों के ऊपर बुलडोजर चढ़ाने की बात करने वाले, आरएसएस का एजेंडा चलाने वाले और हिंदू राष्ट्र की खुल्लम-खुल्ला वकालत करके संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले भाजपा के स्टार प्रचारक भी अब वहाँ गए हैं। उनकी आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता है।" अपने इस ट्वीट में उन्होंने कांग्रेस के कई सीनियर नेताओं को भी घेरते हुए लिखा है कि "गांधी की आत्मा आज रो रही होगी, पंडित नेहरू और भगत सिंह तड़प रहे होंगे, लेकिन सेक्युलरिज्म के ध्वजवाहक जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सब खामोश हैं।" आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी इस ट्वीट में टैग किया है। MP Controversy

चर्चाओं में रहते हैं बाबा बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री

प्रसिद्ध आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पिछले काफी समय से चर्चाओं में हैं। बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री किसी ने किसी मुद्दे को लेकर लगातार चर्चा में बने रहते हैं। चर्चित धार्मिक स्थल बागेश्वर धाम (Baba Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री हाल ही में नोएडा और बिहार में भी कथा कर चुके हैं। तब भी वो कई कारणों से चर्चाओं में रहे थे। इस समय वो चर्चा में इसलिए हैं, क्योंकि वो एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कथा कर रहे हैं। जिसके आयोजक खुद कमलनाथ ही हैं। उनके इस कथा आयोजन को प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। जिनमें कमलनाथ मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं। उनके इस कथा के आयोजन का मकसद राजनीतिक लाभ लेना माना जा रहा है।

Bageshwar Dham: “मस्जिद कहना बंद करो”,ज्ञानवापी मस्जिद पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का विवादित बयान