कल आएगा देश का बजट, जेब पर कितना पड़ेगा भार, सबको इंतजार

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Budget 2025
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:32 PM
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Budget 2025 : हर साल फरवरी के महीने में बजट पेश किया जाता है। ऐसे में इस साल भी 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन द्वारा बजट पेश किया जाएगा। साल 2025 के बजट पर लगभग हर किसी की नजर है। बजट 2025 में कुछ अहम बदलाव देखने को मिलने वाले हैं जिसका सीधा असर आम आदमी के जेब पर देखने को मिल सकता है। इन बदलावों में एलपीजी सिलेंडर से लेकर UPI पेमेंट जैसी 5 बड़ी चीजों मे बदलाव होगा।

चलिए जानते है क्या है 5 बड़े बदलाव ?

LPG सिलेंडर की कीमतों पर होगा बदलाव

हर महीने की पहली तारीख को LPG सिलेंडर की कीमत अपडेट की जाती है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां मार्केट के हिसाब से कीमतों को रिवाइज करती है जिसमें कमर्शियल और डॉमेस्टिक दोनों LPG शामिल होते है। इन कीमतों के घटने या बढ़ने का असर सीधा आम आदमी पर पडता है।

UPI नियमों मे होगा बदलाव

UPI को लेकर भी इस बार के बजट में बदलाव देखने को मिलने वाला है। बता दें कि UPI से जुड़े नियमों में फिर से बदलाव किया जा रहा है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने कुछ तरह की होने वाली लेन-देन में बदलाव करने का फैसला किया है। NPCI ने अपना सर्कुलर जारी करते हुए बताया है कि वह कुछ यूपीआई ट्रांजेक्शन को ब्लॉक करेगा। अब केवल अल्फा- नयुमेरिक ट्रोंजेक्शन आइडी ही मान्य होंगे और किसी अन्य तरह के ट्रांजेक्शन फेल हो जाएंगे।

मारुति सुजुकी की कारों के बढ़ेंगे दाम

भारत की सबसे प्रसिद्ध कार मेकर कंपनियो में से एक मारुति सुजुकी की कारो में 1 फरवरी से बदलाव देखने के मिलेगा। कंपनी का कहना है कि, बढ़ते इनपुट और ऑपरेशन एक्सपेंस के कारण  यह कदम उठाना पड रहा है। मारुति की अलग-अलग कारों की कीमतों में 32,500 रुपये तक बढ़ने का ऐलान किया है। इसमें ऑल्टो K10, एस-प्रेसो, सेलेरियो, वैगन आर, स्विफ्ट, डिजायर, ब्रेज़ा, अर्टिगा, इग्निस, बलेनो, सियाज, XL6, फ्रोंक्स, इनविक्टो, जिम्नी और ग्रैंड विटारा शामिल हैं।

बैंकिंग नियमों में होगा बड़ा बदलाव

कोटक महिंद्रा बैंक ने 1 फरवरी से अपनी कुछ सेवाओं और शुल्कों में बदलाव की घोषणा की है। इनमें प्रमुख बदलाव एटीएम ट्रांजेक्शन की फ्री लिमिट में कटौती और अन्य बैंकिंग सेवाओं के शुल्क में बढ़ोतरी हो सकती है। जिसका सीधा असर बैंक ग्राहको पर होगा और उन्हे नई शुल्क संरचनाओ के साथ बैंकिंग सेवाए इस्तेमाल करनी होगी।

ATF के रेट में होगा बदलाव

एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में भी 1 फरवरी से कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को ATF की कीमतों में बदलाव करती है। अगर इस बार कीमत बढ़ेगी तो इसका सीधा असर फ्लाइट यात्रियों की जेब पर पड़ेगा। Budget 2025

आप के पाप पर भी सरकार लेती है टैक्स, जानिए क्या होता है ‘पाप टैक्स’

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आप के पाप पर भी सरकार लेती है टैक्स, जानिए क्या होता है ‘पाप टैक्स’

Sin Tax
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locationभारत
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calendar29 Jan 2025 10:06 PM
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Sin Tax : सिगरेट, शराब व तंबाकू खाने वाले अपनी सेहत तो खराब करते ही हैं साथ ही साथ पाप भी करते हैं। जी हां! यह हम नहीं कह रहे ऐसा केंद्र सरकार मानती है और इसके लिए सरकार बाकायदा आपसे टैक्स भी वसूलती है। टैक्स आपकी कमाई पर सरकार वसूलते है साथ ही बाजार से जो सामान आप खरीदते हैं उस पर भी टैक्स लगता है, लेकिन शराब, गुटके और तंबाकू का शौक रखने वालों से सरकार अलग से एक टैक्स वसूलती है जिसे सिन टेक्स (Sin Tax) कहा जाता  है। आपको बता दें कि 1 फरवरी 2025 को केंद्र की मोदी सरकार आम बजट पेश करेगी। वर्ष 2025-26 के लिए पेश किए जाने वाले इस बजट में सरकार सिन टेक्स यानि कि ‘पाप टैक्स’ को बढ़ा सकती है। वर्तमान में सिन टैक्स पर 28 फीसदी GST सरकार ने लगा रखी है। जानकारों का मानना है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार सिन टेक्स में बढ़ोतरी कर सकती है। जुआ, शराब, तंबाकू और सिगरेट का शौक रखने वाले लोगों पर इस बार बजट में अतिरिक्त भार पड़ना तय माना जा रहा है।

आखिर क्या होता है सिन टेक्स?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मार्च 2019 में अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमण्यम की अध्यक्षता वाली एक समिति ने सिफारिश की थी कि जीएसटी व्यवस्था में कुछ वस्तुओं पर 40 प्रतिशत का सिन टेक्स लगाना चाहिए इसके बाद से केंद्र सरकार ने तंबाकू सिगरेट, जुआ और शराब पर सिन टेक्स लगाने की व्यवस्था को शुरू कर दिया। पाप का टैक्स जिसे सिन टैक्स (Sin Tax) कहा जाता है, उन प्रोडक्ट्स पर लगाया जाता है, जो स्वास्थय और समाज के लिए हानिकारक हैं। तम्बाकू, जुआ, शराब, सिगरेट, पान मसाला जैसे उत्पाद इसमें शामिल होते हैं। सिन टैक्स का मकसद लोगों को सामाजिक रूप से हानिकारक गतिविधियों में भाग लेने से रोकना होता है। इस टैक्स का मकसद स्वास्थ्य के लिए हानिकारक उत्पादों को खरीदना महंगा बनाना होता है, ताकि उनकी खपत को कम किया जा सके। यह टैक्स आमतौर पर पान मसाला, शराब, सिगरेट, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, कोल्ड ड्रिंक्स, महंगे परफ्यूम, इंपोर्टेड सामान और गाड़यों पर वसूला जाता है। यूं तो इसे लग्जरी आइटम्स पर वसूला जाता है, लेकिन चूंकि Sin का हिंदी में मतलब ‘पाप’ होता है, इसलिए इसे लोग अक्सर हेल्थ के लिए हानिकारक प्रोडक्ट से जोड़कर देखती है।

आपके पाप से सरकार की मोटी कमाई

सिन टैक्स सरकार के लिए मोटी कमाई का माध्यम है। सरकार को ऐसे उत्पादो से अच्छा राजस्व हासिल होता है। देश में जीएसटी की व्यवस्था होने के बाद ऐसे उत्पादों को सबसे हाई टैक्स स्लैब में रखा गया और सिन और लग्जरी सामानों के एवज में 15 प्रतिशत तक का अतिरिक्त सेस वसूला गया। हालांकि भारत अकेला देश नहीं है, जहां इस तरह का टैक्स वसूला जाता है। यूके, स्वीडन और कनाडा जैसे देश तंबाकू और शराब से लेकर लॉटरी, जुआ और ईंधन तक कई प्रोडक्ट्स और सर्विसेस पर सिन टैक्स वसूलते हैं। भारत में सिगरेट पर 52.7 फीसदी, बीड़ी पर 22 फीसदी और स्मोकलेस तंबाकू पर 63 फीसदी टैक्स लगता है।

क्यों जरूरी है सिन टैक्स?

सिन टैक्स का उद्देश्य स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वस्तुओं को इतना महंगा करना है कि आम उपभोक्ता इसकी आदत छोड़ने पर मजबूर हो जाए। वहीं ऐसे प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों से अधिक टैक्स हासिल करना है। हालांकि कई बार इसकी आलोचना भी हुई, लेकिन सरकार के लिए ये टैक्स सोने के अंडे देने वाली मुर्गी की तरह है। जो सरकारी खजाने में अधिक फंड लाती है।

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डैडी मुझे माफ करना' सुसाइड नोट लिख कर फांसी पर झूला पत्नी का सताया एक और अतुल सुभाष

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:11 AM
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कर्नाटक: पिछले महीने बेंगलुरु में पत्नी की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर चुके आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इंजीनियर अतुल सुभाष का केस अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि इसी तरह का एक और मामला सामने आया है। अभी अतुल सुभाष को कोर्ट से न्याय मिल भी नहीं पाया है, कि एक और शख्स ने अपनी पत्नी से परेशान होकर मौत को गले लगा लिया है। दरअसल कर्नाटक के हुबली से आत्महत्या का एक मामला सामने आया है जो अतुल सुभाष के केस से काफी मिलता-जुलता है। खबरों के मुताबिक कर्नाटक के हुबली में रहने वाले एक शख्स ने कथित तौर पर अपनी पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली है और उसने अपनी सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र किया है कि उसकी पत्नी चाहती है कि वो मर जाए।

सुसाइड नोट लिखकर फांसी पर झूला शख्स:

ये पूरी घटना है हुबली के चामुंडेश्वरी नगर की। खबर सामने आई है कि चामुंडेश्वरी नगर में रहने वाले 40 वर्षीय शख्स पेटारू गोल्लापल्ली ने आत्महत्या कर ली है। यह एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। 2 साल पहले ही उनकी शादी हुई थी लेकिन शादी के कुछ महीने बाद से ही पत्नी से मनमुटाव शुरू हो गया, जिसकी वजह से दोनों अलग रहने लगे थे। पत्नी ने कोर्ट में तलाक की अर्जी के साथ 20 लाख मुआवजे की मांग की थी। पेटारू गोल्लापल्ली के भाई ने बताया कि रविवार को जब सभी लोग चर्च गए हुए थे इसी बीच पेटारू ने आत्महत्या कर ली। उसने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी को अपनी मौत का जिम्मेदार बताते हुए लिखा कि - "डैडी, मुझे माफ कर दीजिएगा। मेरी पत्नी मुझे मार रही है। वह चाहती है कि मैं मर जाऊं।"

पीड़िता के भाई ने लगाई न्याय की गुहार:

पेटारू गोल्लापल्ली के भाई इनाया ने अपने भाई की मौत के लिए उसकी पत्नी को जिम्मेदार बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि- ' हम हमारे भाई के लिए न्याय चाहते हैं। उस महिला को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। किसी को भी ऐसा नहीं भुगतना चाहिए, जैसा मेरे भाई ने भुगता है। उसके (महिला के) बड़े भाई ने भी उसे पीटा था और इसके संबंध में पुलिस रिपोर्ट भी है।' युवती की धमकी, रेप केस में फंसाकर कर दूंगी बर्बाद