Himachal News : जहां, दीपावली मनाने वालों के घर में लग जाती है आग

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Sammoo
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:38 AM
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Himachal News : शिमला। दीपों का पर्व दीपावली पूरे भारतवर्ष में जहां बड़े धूमधाम व हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। वहीं, हिमाचल के हमीरपुर जिले का एक गांव ऐसा भी है, जहां ग्रामीण इस पर्व को मनाने से घबराते हैं। क्योंकि यदि कोई इस गांव में दीपावली मनाने की कोशिश करता है, तो घर में आग लग जाती है। इस डर से ग्रामीण इस उत्सव को मनाने से कतराते हैं। कहा जाता है कि बेटे सहित चिता पर सती हुई महिला के श्राप से ग्रामीण आज तक मुक्त नहीं हो पाए हैं।

Himachal News :

जनश्रुतियों के अनुसार 103 साल पहले भोरंज उपमंडल के सम्मू गांव की महिला पति के विरह में सती हो गई थी। बताते हैं कि महिला का पति राजाओं की फौज में नौकरी करता था और कई वर्षों से घर नहीं आया था। महिला हर साल दीपावली के मौके पर अपनी सास से मायके जाने की गुहार लगाती थी, ताकि वहां जाकर दीवाली मना सके, लेकिन सास उसे मायके नहीं भेजती थी। काफी वर्षों बाद जब दीवाली आई, तो सास महिला को मायके भेजने के लिए राजी हो गई। कहते हैं कि जब महिला अपने बेटे के साथ घासियां गांव अपने मायके की ओर जा रही थी, तो रास्ते में उसे कुछ सैनिक सामान सहित आते हुए दिखे। उन्होंने महिला से सम्मू गांव का पता पूछा और बताया कि उस गांव के व्यक्ति की लड़ाई के दौरान मौत हो गई है। महिला ने सैनिकों से कहा कि आप सामान को यहीं छोड जाओ, क्योंकि वो मेरे पति थे। सैनिक सामान छोड़कर चले गए। वहां बैठकर पहले महिला बहुत रोई, फिर लकड़ियों की चिता सजाकर बेटे और सामान सहित चिता पर बैठ गई और आग लगा ली। जलते-जलते महिला ने शम्मू गांव के लोगों को श्राप दिया कि उनकी पीढ़ियां भविष्य में दीपावली का त्यौहार नहीं मना सकेंगी। अगर कोई त्यौहार मनाएगा, तो उसका सब कुछ जलकर राख हो जाएगा। कहते हैं कि उसके बाद ग्रामीणों ने कई बार दीपावली मनाने का प्रयास किया, लेकिन सचमुच ही घरों में आग लगती ही गई, जिसके डर से ग्रामीणों ने उत्सव मनाना छोड़ दिया। गांव से बाहर रहने वालों पर भी है श्राप की काली छाया: बताया जाता है कि शम्मू गांव के जो लोग अन्य जगहों पर जाकर भी बसे हैं, वे भी दीपावली नहीं मनाते। क्योंकि कइयों ने प्रयास किया भी, तो उनके घर और क्वाटर भी जल उठे। इसलिए बाहर रहने वाले ग्रामीण भी त्यौहार मनाने से डरते हैं। लगभग 400 की आबादी वाले सम्मू गांव में वर्षों से दीपावली का त्योहार नहीं मनाया जाता है। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि गांव पर सती का श्राप है। हालांकि दीपावली के अगले दिन ग्रामीण पकवाने इत्यादि बनाते हैं। घासियां में सती माता का मंदिर बनाया गया है, जहां लोग मन्नतें लेकर आते हैं, जोकि पूरी होती हैं।
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Qutub Minar- साकेत कोर्ट ने कुतुब मीनार परिसर पर मालिकाना हक जताने की याचिका पर जारी की नोटिस

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:27 AM
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Qutub Minar- दिल्ली के साकेत कोर्ट ने क़ुतुब मीनार पर मालिकाना हक संबंधी याचिका के संदर्भ में पुरातत्व सर्वेक्षण को नोटिस जारी किया है। कोर्ट इस मामले में 21 नवंबर को सुनवाई करेगा। गौरतलब है कुंवर महेंद्र ध्वज प्रसाद ने दिल्ली स्थित ऐतिहासिक इमारत कुतुब मीनार (Qutub Minar) पर मालिकाना हक का दावा करते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उन्होंने यह दावा किया था कि आगरा से मेरठ तक की जमीन पुश्तैनी है। ऐसे में कुतुब मीनार के आसपास की जमीन पर निर्णय लेने का अधिकार सरकार का नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी याचिका में यह भी दावा किया था कि साल 1947 में बिना इजाजत के सरकार ने पूरी प्रॉपर्टी को अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण महेंद्र प्रसाद सिंह की याचिका का लगातार विरोध कर रहा है। पुरातत्व सर्वेक्षण का मानना है कि कुतुब मीनार को साल 1993 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित कर दिया था। वर्तमान में क़ुतुब मीनार का पूरा परिसर पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का और महेंद्र प्रसाद से यह भी सवाल है कि पिछले 150 सालों से इस तरह के दावे क्यों नहीं किए गए? पहले इस मामले में 24 अगस्त को अदालत में सुनवाई होनी थी परंतु महेंद्र प्रसाद सिंह सुनवाई में नहीं पहुंचे थे। साकेत कोर्ट ने कुतुब मीनार (Qutub Minar) पर मालिकाना हक के मामले में याचिकाकर्ता कुंवर महेंद्र ध्वज प्रसाद की याचिका को खारिज कर दिया था। जिसके बाद पुनर्विचार याचिका डाली गई थी जिस पर आज फैसला आना था। लेकिन अब साकेत कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 21 नवंबर की तारीख निश्चित की है।
Qutub Minar Case- फैसला 9 जून को, कोर्ट ने कहा 800 साल से भगवान बिना पूजा के हैं तो आगे भी….
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Congress President Election मल्लिकार्जुन खड़गे बने कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष

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calendar29 Nov 2025 02:18 PM
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Congress President Election: पिछले दिनों कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए हुए मतदान के बाद आज वोटों की गिनती का काम पूरा हो चुका है। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने घोषणा की है कि मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कांग्रेस के चुनाव में जीत हासिल की है। तिवारी के अनुसार, "मल्लिकार्जुन खड़गे 7897 वोटों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव जीते, शशि थरूर को लगभग 1000 वोट मिले। खड़गे 8 गुना अधिक वोटों से जीते हैं।"

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कांग्रेस अध्‍यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुकाबला था।आपको बता दें कि कांग्रेस अध्‍यक्ष पद के लिए 17 अक्‍टूबर 2022 को विभिन्‍न राज्‍यों में बने पोलिंग बूथ पर वोट डाले गए थे। 9500 से कुछ ज्‍यादा डेलिगेट ने वोटिंग प्रक्रिया में हिस्‍सा लिया था। कांग्रेस के चुनाव पदाधिकारियों ने 96 फीसद तक वोटिंग होने का दावा किया था।

बुधवार को कांग्रेस कार्यालय में काउंटिंग प्रक्रिया शुरू हुई है। 24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर कोई नेता देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष चुना जाएगा। कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है।

खड़गे को 7 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं जबकि शशि थरूर को सिर्फ हजार के आसपास ही वोट मिले। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश में सिर्फ हमारी इकलौती पार्टी है जिसमें चुनाव और चुनाव आयोग होता है। मैंने मधुसूदन मिस्त्री जी के साथ काम किया है। चुनाव आयोग के सामने मुद्दे को ले जाया जाएगा, जो फैसला लेगा।

UP News : आतंकी हमले में मारे गए कन्नौज के श्रमिकों परिजनों को सीएम योगी ने की पांच लाख मदद की घोषणा

जानकारी है कि थरूर कैंप ने यूपी के अलावा दो और राज्यों में धांधली का आरोप लगाया है। थरूर कैंप का कहना है कि पंजाब और तेलंगाना में भी चुनाव में धांधली हुई है।