साइलेंट रणनीति से ग्लोबल गेम तक.. ऐसे ही नहीं 24 साल से सत्ता पर काबिज मोदी

साइलेंट रणनीति से ग्लोबल गेम तक.. ऐसे ही नहीं 24 साल से सत्ता पर काबिज मोदी
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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:38 AM
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आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 साल के हो गए हैं। राजनीति की दुनिया में उनका सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। कहा जाता है कि उनकी जन्म कुंडली में राजयोग है, और शायद यही राज है कि उन्होंने चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री और लगातार तीन बार देश के प्रधानमंत्री बनने का अभूतपूर्व रिकॉर्ड बनाया। पिछले 24 सालों से सत्ता की चोटी पर रहते हुए, उन्होंने विरोधियों के “आज गए कि कल गए” जैसे दावे हमेशा धूल चटाई हैं। 2014 से लेकर आज तक कई नेता खुद को मोदी का विकल्प साबित करने आए, लेकिन हर बार उन्हें मोदी की मजबूती, चालाकी और जनता के बीच लोकप्रियता के आगे हाथ जोड़कर झुकना पड़ा।   PM Modi Birthday

राजयोग और राजनीतिक चतुराई

ज्योतिषियों की मान्यता है कि नरेंद्र मोदी की जन्म कुंडली में राजयोग है, और यही शायद उनकी राजनीति की चमक का रहस्य है। अक्टूबर 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने मोदी ने लगातार चार बार यह पद संभाला, और 2014 में सीधे देश के प्रधानमंत्री बने। हां, इसे खास बनाता है कि इससे पहले वे न तो कभी मंत्री रहे, न सांसद, और न ही किसी नगर या ब्लॉक के सभासद – सीधे शिखर पर कूद पड़े! पिछले 24 सालों से सत्ता की कुर्सी पर बैठे रहने का यह कारवां किसी के लिए आसान नहीं।

मोदी से पहले पांच मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री बने, लेकिन उनमें से किसी ने भी लगातार शीर्ष पर नहीं टिक पाए। वहीं, “आज गए कि कल गए!” जैसी भविष्यवाणियों के बावजूद मोदी लगातार सातवीं बार सत्ता के शिखर पर शपथ ले चुके हैं। विरोधियों की कितनी ही कटु टिप्पणियां आईं, लेकिन जनता के बीच उनकी लोकप्रियता इतनी मजबूत रही कि उन्हें कोई हिला नहीं पाया।  PM Modi Birthday

सकारात्मक नफरत और खुला प्रेम

नरेंद्र मोदी की राजनीति का सबसे बड़ा हथियार है – नफरत और प्रेम का खुला खेल। वे कभी ढोंग नहीं करते और किसी भी समुदाय की भावनाओं को अनावश्यक रूप से भड़काने का प्रयास नहीं करते। अगर राजनीति में हिंदू समुदाय को मजबूती चाहिए, तो इसे छिपाते भी नहीं। प्रेस को भले ही सीधे संबोधित कम करें, लेकिन पिछले 11 सालों से हर महीने के अंतिम रविवार को रेडियो के जरिए सीधे जनता से बात करना उनकी खासियत बन गई है। मोदी की शैली में घृणा और प्रेम दोनों खुलकर खेलते हैं, और वोट की रणनीति में वे मास्टर हैं।

जनता के बीच अपनी लोकप्रियता बनाए रखने का एक भी मौका वे हाथ से नहीं जाने देते। चाहे संसद हो या मंच, उनका ध्यान हमेशा बहुसंख्यक जनता को अपने पाले में करने पर रहता है। यही कारण है कि आज बीजेपी को हराने की हिम्मत किसी भी दल में नहीं है – और यही उनकी सियासी चालाकी का असली कमाल है।  PM Modi Birthday

साइलेंट कार्रवाई और सामाजिक बदलाव

कुछ काम मोदी चुपचाप और साइलेंट तरीके से करते हैं, और यही उनकी राजनीति की सबसे बड़ी ताकत है। उदाहरण के लिए, सत्ता में सामाजिक रूप से पिछड़े और दलित समुदाय की हिस्सेदारी बढ़ाना। कांग्रेस के दौर की ब्राह्मण सुप्रीमेसी अब उनके जमाने में खत्म हो गई है। 1952 से 1989 तक अधिकांश राज्यों की कमान ब्राह्मण और द्विज जातियों के पास रही, लेकिन अब बीजेपी शासित राज्यों में यह प्रभुत्व कहीं दिखाई नहीं देता – बस राजस्थान, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र को छोड़कर।    PM Modi Birthday

उत्तर प्रदेश की राजनीति तो जैसे पहेली बन गई है। वहां पिछड़ी और दलित जातियां क्रमशः सपा और बसपा के पास हैं, और बिना किसी अगड़ी जाति की मदद के सत्ता तक पहुँचना लगभग असंभव। लेकिन मोदी ने इन जटिल गणितों को समझते हुए बेहद चतुराई से सामरिक संतुलन बनाया और राजनीतिक खेल को अपनी तरफ मोड़ लिया

सहयोगी दलों से संतुलन

2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तब पहली बार बीजेपी अकेले बहुमत के दम पर सत्ता में आई। लेकिन मोदी ने यहां भी राजनीति की सूझ-बूझ दिखाई और सहयोगी दलों के साथ तालमेल बनाए रखा। किसानों के मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल से टकराव हुआ, महाराष्ट्र में राज्य की कमान को लेकर शिवसेना से खींचतान हुई, और नीतीश का जनता दल (यू) कई बार NDA से बाहर गया और फिर वापस लौटा। इसके बावजूद मोदी ने हर बार गठबंधन को संतुलित रखा।  PM Modi Birthday

2014 के बाद से लगातार कई नेता खुद को मोदी का विकल्प साबित करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन उन्हें हर बार धूल चाटनी पड़ी। बस राहुल गांधी ही ऐसे खड़े रहे हैं, जिनके सामने मोदी की राजनीति का असली मुकाबला दिखता है। यानी, विरोधियों की कोशिशों के बावजूद मोदी ने राजनीतिक मोर्चे पर हर बार अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी और गठबंधन का खेल अपनी तरफ मोड़ दिया।

राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और कांग्रेस की चुनौती

राहुल गांधी मोदी के सामने इसलिए खड़े रहे क्योंकि उनके पीछे कांग्रेस जैसी पुरानी ताकत है, जिसने आजादी के बाद करीब 55 साल देश पर सीधे या परोक्ष रूप से राज किया। नौकरशाही, पुलिस, प्रशासन, सेना और न्यायपालिका – लगभग हर बड़े ढांचे में कांग्रेस की सोच गहरी बैठी हुई है। देश के कई शिक्षा संस्थानों ने जो राजनीतिक और सामाजिक सोच तैयार की, वह भी लंबे समय तक कांग्रेस के नजरिए पर आधारित रही।

बीजेपी की चुनौती यह रही कि उसने लंबे समय तक कोई समानांतर सोच विकसित नहीं की। जनसंघ के दौर से लेकर बीजेपी के आज तक, स्वतंत्र विचारधारा की कमी रही है। हालांकि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का राजनीतिक मंच माना जाता है, लेकिन उसकी सोच देश-दुनिया के लिए हमेशा सर्वमान्य नहीं रही। उनका फोकस मुख्य रूप से हिंदू समाज के उत्थान और उसकी जनसंख्या बनाए रखने तक सीमित रहा। यानी, मोदी के सामने खड़ा होना आसान नहीं था, लेकिन यही राजनीतिक पृष्ठभूमि उन्हें चुनौती देती रही।

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व्यापारी की सूझ-बूझ और वैश्विक कूटनीति

राजनीति केवल सत्ता का खेल नहीं, बल्कि एक दर्शन भी है। इसमें विदेश नीति, सुरक्षा नीति, जनकल्याण, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदायों के उत्थान की स्पष्ट दिशा होनी चाहिए। यह कमी बीजेपी में अब तक देखने को मिली है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी इसका कोई ठोस खाका नहीं था, लेकिन वाजपेयी 1957 से लगातार संसद में रहे और विदेश नीति का गहराई से अध्ययन किया। पंडित नेहरू की गुट निरपेक्षता और डॉ. राम मनोहर लोहिया की पड़ोसियों से बेहतर रिश्ते बनाने की नीतियों को अपनाकर उन्होंने बीजेपी को नई दिशा दी, भले ही कट्टर हिंदू जनता की भावनाओं को पूरी तरह संतुष्ट न कर पाए हों।

नरेंद्र मोदी गुजरात से आए और खुद कह चुके हैं कि व्यापार उनका खून में है। यही कारण है कि अमेरिका, रूस और चीन जैसी महाशक्तियों को समय पर साधने और उनके साथ कूटनीतिक संतुलन बनाने का कौशल उन्हें बखूबी आता है। मोदी ने कौशल विकास और स्व-रोजगार को बढ़ावा देकर देश में मध्य वर्ग की आर्थिक ताकत को मजबूत किया। आज भारत में लोगों की क्रय क्षमता बढ़ी है, वे सिर्फ सस्ती चीज़ों पर भरोसा नहीं करते; गाड़ी, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और ऑर्गेनिक खाने-पीने की चीज़ें अब उनकी प्राथमिकता हैं। और हाँ, इसके साथ-साथ मुफ्त राशन पाने वालों की संख्या भी लगातार बनी हुई है, जो उनकी लोकप्रिय नीतियों का संकेत है।    PM Modi Birthday

सफलता की कुंजी: कुंडली और रणनीति

मोदी का शिखर तक पहुंचना केवल भाग्य का परिणाम नहीं है, बल्कि रणनीति, परिश्रम और जनता के साथ संवाद का परिणाम है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें उत्तर प्रदेश में थोड़ी असफलता मिली, जिसकी बड़ी वजह उनके अपने पार्टी के प्रादेशिक नेताओं का भितरघात था। लोकसभा में बीजेपी भले ही अल्पमत में हो, लेकिन NDA के सहयोगी दलों के समर्थन से उनकी सरकार मजबूत बनी हुई है, और वे सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री बने हुए हैं।

उनके सहयोगी दलों में अधिकांश नेता अपनी मौकापरस्ती के लिए जाने जाते हैं, लेकिन फिर भी मोदी ने पिछले डेढ़ साल से निष्कंटक और मज़बूत शासन किया है। यही उनकी सच्ची राजनीतिक सफलता है। मज़ेदार बात यह है कि जिन लालू यादव ने पहले लाल कृष्ण आडवाणी के लिए कहा था कि “आपकी कुंडली में राजयोग नहीं है,” वही लालू आज अपने ही अनुयायी मोदी के शक्तिशाली राजयोग से अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने की जद्दोजहद में लगे हैं।    PM Modi Birthday

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SBI बैंक में अब तक की सबसे बड़ी लूट! एक साथ दो राज्यों की पुलिस अलर्ट

SBI बैंक में अब तक की सबसे बड़ी लूट! एक साथ दो राज्यों की पुलिस अलर्ट
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userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:10 AM
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कर्नाटक के विजयपुरा जिले में स्थित चादचान SBI शाखा में मंगलवार शाम को हुई लूट ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। पांच हथियारबंद और नकाबपोश लुटेरे, सेना जैसी वर्दी पहनकर बैंक में घुसे और 58 किलो सोना और करीब 8 करोड़ रुपये नकद लूटकर फरार हो गए। यह अब तक की सबसे बड़ी बैंक लूट की वारदातों में से एक मानी जा रही है और पुलिस इसे एक सुनियोजित और पेशेवर गैंग की करतूत मान रही है। SBI Bank 

लुटेरे घुसे सेना जैसी वर्दी में

घटना मंगलवार शाम करीब 5 बजे की है जब लुटेरे देसी कट्टों और हथियारों से लैस होकर बैंक में दाखिल हुए। उन्होंने बैंक मैनेजर, कैशियर और अन्य स्टाफ को धमकाते हुए अलार्म दबाने से रोका फिर उन्हें रस्सियों से बांध दिया। इसके बाद लुटेरे सीधे वॉल्ट रूम में घुसे और वहां से 58 किलो सोना (जो ग्राहकों के गिरवी जेवर थे) और 8 करोड़ रुपये नकद लेकर एक सफेद कार में फरार हो गए।

लूट के बाद छोड़ी गई कार मिली महाराष्ट्र में

बुधवार सुबह महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के पंढरपुर में एक सुनसान जगह पर वही कार बरामद हुई, जिससे लुटेरे फरार हुए थे। कार खाली थी लेकिन उसमें रस्सियां, नकाब और अन्य सबूत मिले जिससे पुष्टि हो गई कि यह वही गाड़ी है। पुलिस को शक है कि लुटेरे कार छोड़कर किसी अन्य साधन से भाग निकले। कर्नाटक और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त टीमें अब पंढरपुर, सोलापुर और सीमावर्ती इलाकों में सघन सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को भी जांच में लगाया गया है।सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया गया है। विजयपुरा के एसपी लक्ष्मण निम्बार्गी और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और जांच की निगरानी कर रहे हैं।

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बैंक की सुरक्षा पर उठे सवाल

बैंक अधिकारियों के मुताबिक, जो सोना लूटा गया वह ग्राहकों के गिरवी जेवर थे और कैश दैनिक लेनदेन के लिए था। अब तक का कुल अनुमानित नुकसान 60 करोड़ रुपये से अधिक बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बैंक की कमजोर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। क्षेत्र में तनाव का माहौल है। जांच अधिकारियों का मानना है कि यह लूट किसी मनी-हाइस्ट स्टाइल गैंग की साजिश हो सकती है। कुछ महीने पहले कर्नाटक के दावणगेरे में SBI की एक शाखा से 17 किलो सोना चोरी हुआ था। ऐसे में आशंका है कि यह कोई संगठित गिरोह है जो बैंकों की सुरक्षा खामियों का फायदा उठाकर एक के बाद एक वारदातों को अंजाम दे रहा है। SBI Bank 
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मुफ्त अनाज से बिजली तक, ये 10 योजनाएं बदल रही हैं लोगों की जिंदगी

मुफ्त अनाज से बिजली तक, ये 10 योजनाएं बदल रही हैं लोगों की जिंदगी
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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:13 AM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 75 साल के हो गए हैं। देश के प्रधानमंत्री के रूप में उनके सफर की शुरुआत से लेकर अब तक उनकी सरकार ने कई ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जो सीधे आम आदमी की जेब और घर तक पहुँच रही हैं।  तीन बार देश के प्रधानमंत्री बनने वाले मोदी ने अपने नेतृत्व में ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जो आम आदमी के घर तक खुशियाँ और सहूलियतें पहुंचा रही हैं। मुफ्त अनाज, इलाज, पेंशन, 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली और अपने घर का सपना—ये सब अब सिर्फ ख्वाब नहीं रहे, बल्कि मोदी सरकार की मेहनत और दूरदर्शिता की वजह से वास्तविकता बन चुके हैं।    Modi Govt Best Schemes

प्रधानमंत्री मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ था, और तब से लेकर आज तक उनका जीवन सपनों को हकीकत में बदलने की मिसाल रहा है। उनके कार्यकाल में शुरू हुई योजनाओं में प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत और पीएम सूर्यघर जैसी पहलें शामिल हैं, जो गरीब और मध्यम वर्ग की जिंदगी को सीधे छू रही हैं। आइए, जानते हैं मोदी सरकार की 10 ऐसी बड़ी योजनाएं, जिन्होंने देश के हर कोने में लोगों की जिंदगी में बदलाव लाया है और उनके जन्मदिन को और भी खास बना दिया है।

1. प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana)

गरीबों के लिए अपने घर का सपना हकीकत में बदलना मोदी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल रहा है। इसी लक्ष्य के साथ 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) की शुरुआत की। आंकड़े बताते हैं कि मार्च 2025 तक 4.21 करोड़ घर बनकर तैयार हो चुके हैं। यह योजना सिर्फ चार दीवारी तक सीमित नहीं है—सरकार ने इसे 2029 तक बढ़ा दिया है और केंद्र ने 3.06 लाख करोड़ रुपये के निवेश से 2 करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण घरों के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। यानी अब और ज्यादा परिवारों के लिए घर सिर्फ सपना नहीं, बल्कि हकीकत बनने वाला है।  Modi Govt Best Schemes

2. प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY)

देश के हर नागरिक को बैंकिंग की सुविधाएं देने का सपना मोदी सरकार ने 28 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) के जरिए सच किया। इस योजना के तहत जीरो बैलेंस अकाउंट खोले जा सकते हैं, साथ ही खाताधारक को ओवरड्राफ्ट सुविधा, रुपे डेबिट कार्ड, और 2 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। साल 2024 में इस योजना ने 10 साल पूरे किए, और अगस्त 2025 तक 56.04 करोड़ खाते खुल चुके हैं, जिनमें से 55.22 करोड़ खाते सक्रिय हैं। सबसे खास बात यह है कि कुल खातों में से लगभग 31 करोड़ खाते यानी 55-56% महिलाओं के नाम हैं—यानी अब महिलाएं भी वित्तीय रूप से खुद-मुख्तार और सशक्त बन रही हैं।  Modi Govt Best Schemes

3. अटल पेंशन योजना (APY)

गरीब और असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों के लिए भारत सरकार ने 9 मई 2015 को अटल पेंशन योजना (APY) की शुरुआत की। इस योजना का मकसद साफ है—छोटे मजदूरों और कर्मचारियों की रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना। इसके तहत 18 से 40 साल के लोग अकाउंट खोल सकते हैं और नियमित योगदान से 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 1,000 से 5,000 रुपये तक पेंशन पा सकते हैं। अप्रैल 2025 तक इस योजना के तहत 7.65 करोड़ से अधिक खाते खोले जा चुके हैं। यानी अब मेहनतकश लोग रिटायरमेंट के बाद भी आर्थिक रूप से सुरक्षित और आत्मनिर्भर बन सकते हैं।

4. पीएम उज्ज्वला योजना (PMUY)

गरीब परिवारों को धुएँ से राहत और स्वच्छ ईंधन देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 1 मई 2016 को पीएम उज्ज्वला योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन और सब्सिडी पर एलपीजी सिलेंडर मुहैया कराए जाते हैं। बीते 1 मई 2025 को इस योजना ने 9 साल पूरे किए, और मार्च 2025 तक पूरे भारत में 10.33 करोड़ कनेक्शन बांटे जा चुके हैं। यानी अब करोड़ों घरों में धुएँ वाले पुराने चूल्हों की जगह स्वच्छ, सुरक्षित और सुलभ रसोई पहुँच चुकी है।

5. प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY)

प्रधानमंत्री मोदी ने 9 मई 2015 को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) की शुरुआत कर हर आम व्यक्ति को सुरक्षा की चादर दी। इस योजना के तहत 18 से 70 साल के लोग मात्र 20 रुपये सालाना का प्रीमियम देकर 2 लाख रुपये तक का एक्सीडेंटल बीमा कवर पा सकते हैं। यदि कोई आंशिक रूप से विकलांग हो जाता है तो उसे 1 लाख रुपये का कवर मिलता है। अब तक 51.06 करोड़ से अधिक नामांकन हो चुके हैं और 1,57,155 दावों पर 3,121.02 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। यानी छोटी रकम में बड़ी सुरक्षा—पीएमएसबीवाई ने लाखों परिवारों को सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई है।  Modi Govt Best Schemes

6. प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY)

साल 2015 में मोदी सरकार ने आम लोगों की जिंदगी में सुरक्षा की नई चादर बिछाने के लिए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) की शुरुआत की। इस योजना में केवल 436 रुपये सालाना के मामूली प्रीमियम पर 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर मिलता है। 18 से 55 साल के लोग इसका लाभ ले सकते हैं। इसे देश की सबसे सस्ती और भरोसेमंद लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी माना जाता है। अब तक इस योजना में 23.63 करोड़ से ज्यादा नॉमिनेशन हो चुके हैं और 23 अप्रैल 2025 तक 18,397.92 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। यानी अब छोटी रकम में बड़ी सुरक्षा—पीएम जीवन ज्योति ने लाखों परिवारों को सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने में मदद की है।  Modi Govt Best Schemes

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7. आयुष्मान भारत योजना

प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने के लिए 23 सितंबर 2018 को आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत लाभार्थी 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। 11 सितंबर 2024 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने योजना का विस्तार करते हुए 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को शामिल किया, चाहे उनकी आय कुछ भी हो। इस विस्तार से लगभग 4.5 करोड़ परिवार, जिनमें 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं, अब योजना का लाभ उठा रहे हैं। अब तक 34.7 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं। यानी मोदी सरकार ने सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि लाखों लोगों को जीवन सुरक्षा का तोहफा भी दिया है।

8. पीएम किसान सम्मान निधि योजना

किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए मोदी सरकार ने 24 फरवरी 2019 को पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू की। इस योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक मदद तीन किस्तों में दी जाती है। अब तक 20 किस्तें किसानों के अकाउंट में सीधे पहुंच चुकी हैं। खास बात यह है कि 2 हेक्टेयर से कम जमीन वाले 85% से ज्यादा भारतीय किसान इस योजना के जरिए अपनी मेहनत का फल सीधे पा रहे हैं। यानी मोदी सरकार की ये योजना उनके लिए किसी लाइफलाइन से कम नहीं, जो खेती के मुश्किल समय में मदद और राहत दोनों देती है।

9. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना

गरीबों के लिए मोदी सरकार ने 26 मार्च 2020 को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की, ताकि किसी के पेट में भूख न रहे। इस योजना के तहत पूरे देश के 80 करोड़ लोगों को हर महीने 5 किलो मुफ्त अनाज दिया जाता है। योजना की सफलता और मांग को देखते हुए सरकार ने इसकी अवधि बढ़ाकर 1 जनवरी 2024 से अगले 5 सालों तक कर दी है। यानी मोदी सरकार ने सिर्फ राशन नहीं दिया, बल्कि लाखों परिवारों को भरोसे और राहत का पैकेज भी पहुंचाया।  Modi Govt Best Schemes

10. पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी 2024 को पीएम सूर्यघर योजना की शुरुआत कर लोगों को मुफ्त बिजली और सौर ऊर्जा की शक्ति देने का नया अवसर दिया। इस योजना के तहत हर लाभार्थी को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलती है। साथ ही, अगर कोई अपने घर में सोलर पैनल लगवाता है तो सरकार 78,000 रुपये तक की भारी सब्सिडी भी देती है। मार्च 2025 तक इस पहल के तहत 10 लाख घरों में सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं।

इसके अलावा, 47.3 लाख आवेदनों में से पहले ही 6.13 लाख लाभार्थियों को 4,770 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा चुकी है। यानी मोदी सरकार ने सिर्फ बिजली नहीं दी, बल्कि लाखों घरों को सौर ऊर्जा की शक्ति और रोशनी भी पहुंचाई। प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन पर ये योजनाएं साबित करती हैं कि उनकी सरकार ने विकास और कल्याण के क्षेत्र में किस तरह से घर-घर पहुंचकर लोगों की जिंदगी बदलने का काम किया है।  Modi Govt Best Schemes