Monday, 6 January 2025

महाराष्ट्र की राजनीति में उठा धुआं, जानें क्या हुआ

Politics Of Maharashtra : महाराष्ट्र की राजनीति हमेशा अपने नेताओं की कारगुजारियों और कुछ ऐसा अलग करने के कारण हमेशा…

महाराष्ट्र की राजनीति में उठा धुआं, जानें क्या हुआ

Politics Of Maharashtra : महाराष्ट्र की राजनीति हमेशा अपने नेताओं की कारगुजारियों और कुछ ऐसा अलग करने के कारण हमेशा देशभर में चर्चा में बने रहते हैं। अभी हाल ही में महाराष्ट्र के विपक्षी नेताओं का बीजेपी नेता व मुख्यमंत्री के प्रति अनुराग चर्चा का विषय बना हुआ है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जमकर कोसने वाले विपक्षी नेता अब उनके तारीफों के पुल बांधते नजर आ रहे हैं। यानी आजकल उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना यूबीटी ने पहले अपने मुखपत्र ‘सामना’ में फडणवीस की सराहना की, फिर खुद उद्धव और संजय राउत में होड़ लग गई। उधर सुप्रिया ने भी देर नहीं लगाई। यह देखने में आया कि सामना के संपादकीय में उनके गढ़चिरौली दौरे की प्रशंसा की गई। इस दौरे को सामना में इसे विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया गया। अभी इस पर चर्चा चल ही रही थी उद्धव खुद सीएम की तारीफ के पुल बांधने लगे। अब बिना आग के धुआं तो उठता नहीं।

क्या उद्धव ठाकरे का बदला रुख

महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। इन दिनों इसी पर चर्चा चल रही है और लोग कयास लगा रहे हैं कि कुछ बड़ा बदलाव राजनीतिक गठजोड़ में होने वाला है। दरअसल शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में फडणवीस के लिए लिखा गया कि उन्होंने नए साल की शुरुआत गढ़चिरौली जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास कार्यों से की, जो अन्य नेताओं के लिए एक मिसाल है। इतना ही नहीं यह तब और चौंकाने वाला लगा जब एक दिन पहले ही सामना ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए उन्हें डिप्रेशन में बताया था। इसके बाद उद्धव ठाकरे फडणवीस की तारीफ में कसीदे पढ़ते देखे गए। इस बदलते रुख ने सियासी गलियारों में चर्चा छेड़ दी है कि क्या यह केवल फडणवीस के काम की तारीफ है या कुछ बड़ा संकेत है। जब धुआं उठा है तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि नये बदलाव के कयास में कितना दम है।

एक ही सुर मेें सारे तराने गा रहे

महाराष्ट्र में सीएम फडणवीस की जबसे तारीफ छपी उसके बाद से यहां के विपक्ष के दिग्गजों ने एक एक करके उनके बखान करने शुरू कर दिए। सामना के लेख के बाद शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने मीडिया से कहा कि उनकी पार्टी हमेशा सच्चाई का समर्थन करती है। फडणवीस ने गढ़चिरौली में जो किया, वह राज्य के लिए गर्व की बात है। राउत ने कहा हमारी आलोचना रचनात्मक होती है, लेकिन जब अच्छा काम होता है, तो हम उसकी सराहना भी करते हैं। इसके बाद एनसीपी शरद पवार की नेता सुप्रिया सुले ने भी फडणवीस की तारीफ करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में अगर कोई काम कर रहा है, तो वह सिर्फ देवेंद्र फडणवीस हैं। इस तरह से यहां की राजनीति में इन दिनों एक अलग सुर सुनने में आ रहा है। इस पर एक बड़े राजनीतिक उठापटक के संकेत मिल रहे हैं।

बदली बयार पर राजनीतिज्ञों की राय

इस बदली बयार पर राजनीतिक विशेषज्ञों का अलग अलग मत है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने विपक्ष की सराहना पर संयमित प्रतिक्रिया दी और उन्होंने उन सभी का धन्यवाद किया। वहीं एकनाथ शिंदे के गुट ने इसे उद्धव की राजनीतिक मजबूरी बताया। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि उद्धव ठाकरे की यह पहल केवल प्रशंसा नहीं, बल्कि आगामी निकाय चुनावों के मद्देनजर एक रणनीतिक कदम हो सकती है। महाराष्ट्र में हालिया चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद उद्धव गुट बीजेपी के साथ संबंध सुधारने की कोशिश कर सकता है। महाराष्ट्र की राजनीति में संभावनाओं के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं। इसलिए फिलहाल यह कहना कि यह बदलाव भविष्य के किसी गठबंधन की बुनियाद है या कुछ और जल्दबाजी है, बस समय का इंतजार कीजिए जल्द ही समय इसका पटाक्षेप हो जाएगा।

लखनऊ नगर निगम ने शुरू की अच्छी पहल, फ्लैट खरीदारों के लिए अच्छी छूट

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। 

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।

Related Post