प्रोटोकॉल छोड़ 500 मीटर पैदल चलकर नए अयोध्या मंदिर में 'राम लला' की मूर्ति ले जा सकते है पीएम मोदी: रिपोर्ट

करीब एक घंटे तक होगा यह कार्यक्रम
यही नहीं रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस समारोह में पीएम मोदी यजमान की भूमिका निभाएंगे। यह कार्यक्रम सुबह 11.30 से दोपहर के 12.30 बजे तक होगा। बता दें कि रामलला की मौजूदा ‘चलमूर्ति’ को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम वाले दिन पवित्र स्थान पर रखा जाएगा। अभी इस समय तीन फीट की मूर्तियों में से एक मूर्ती को गर्भगृह में ‘अचल मूर्ति’ के रूप में भी रखा जाएगा। इन तीनों मूर्तियों में से कौन से मूर्ती को पवित्र स्थान पर रखा जाएगा, यह अभी तय नहीं हुआ है।मुख्य देवता के रूम में चुना जा सकता है यह मूर्ति
टीओआई ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि दो मूर्तियों में से एक मूर्ति बेहतरीन राजस्थान संगमरमर से बना है और दूसरा कर्नाटक के गहरे रंग के ग्रेनाइट से बना है। ऐसे में इन दोनों मूर्तियों में से किसी एक को मुख्य देवता के रूप में चुना जा सकता है।साधु-संतों के साथ शीर्ष उद्योगपति भी हो सकते हैं शामिल
इस समारोह में पूरे भारत के प्रमुख पुजारियों के हिस्सा लेने की बात सामने आ रही है। यही नहीं ट्रस्ट कई अन्य साधु-संतों को भी आमंत्रित करने की योजना बना रहा है। इनके अलावा गणमान्य व्यक्ति, शीर्ष उद्योगपति और पद्म पुरस्कार विजेता भी इसमें हिस्सा ले सकते है।‘सत्ता में रहते हुए सट्टा का खेल’, स्मृति ईरानी ने सीएम भूपेश बघेल पर लगाया 508 करोड़ की रिश्वत का आरोप- देखें
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करीब एक घंटे तक होगा यह कार्यक्रम
यही नहीं रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस समारोह में पीएम मोदी यजमान की भूमिका निभाएंगे। यह कार्यक्रम सुबह 11.30 से दोपहर के 12.30 बजे तक होगा। बता दें कि रामलला की मौजूदा ‘चलमूर्ति’ को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम वाले दिन पवित्र स्थान पर रखा जाएगा। अभी इस समय तीन फीट की मूर्तियों में से एक मूर्ती को गर्भगृह में ‘अचल मूर्ति’ के रूप में भी रखा जाएगा। इन तीनों मूर्तियों में से कौन से मूर्ती को पवित्र स्थान पर रखा जाएगा, यह अभी तय नहीं हुआ है।मुख्य देवता के रूम में चुना जा सकता है यह मूर्ति
टीओआई ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि दो मूर्तियों में से एक मूर्ति बेहतरीन राजस्थान संगमरमर से बना है और दूसरा कर्नाटक के गहरे रंग के ग्रेनाइट से बना है। ऐसे में इन दोनों मूर्तियों में से किसी एक को मुख्य देवता के रूप में चुना जा सकता है।साधु-संतों के साथ शीर्ष उद्योगपति भी हो सकते हैं शामिल
इस समारोह में पूरे भारत के प्रमुख पुजारियों के हिस्सा लेने की बात सामने आ रही है। यही नहीं ट्रस्ट कई अन्य साधु-संतों को भी आमंत्रित करने की योजना बना रहा है। इनके अलावा गणमान्य व्यक्ति, शीर्ष उद्योगपति और पद्म पुरस्कार विजेता भी इसमें हिस्सा ले सकते है।‘सत्ता में रहते हुए सट्टा का खेल’, स्मृति ईरानी ने सीएम भूपेश बघेल पर लगाया 508 करोड़ की रिश्वत का आरोप- देखें
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