खतरनाक Deep fake के खिलाफ 10 दिन में बनेगा सख्त कानून...

खतरनाक Deep fake के खिलाफ 10 दिन में बनेगा सख्त कानून...
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 03:37 AM
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बॉलीवुड और साउथ फ़िल्म इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस रश्मिका मन्दाना के द्वारा DeepFake के खिलाफ सोशल मीडिया पर किये गए कड़े विरोध के बाद सरकार ने इस मुद्दे पर त्वरित कार्यवाही की है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए कहा कि विभाग की सभी टेक कम्पनियों के हेड के साथ बातचीत हुई है और उन्होंने इस बात पर सहमति जतायी है कि DeepFake को फ्री स्पीच के अंतर्गत नहीं रखा जा सकता है।  

दिसंबर में पुनः होगी बैठक

  सोशल मीडिया प्लेटफार्मस के साथ हुई एक मीटिंग के बाद आज केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि डीपफेक समाज और लोकतंत्र दोनों के लिए ही एक बड़ा खतरा है और इस पर तुरंत रोक लगाने के लिए हम कम से कम दिनों में एक सख्त कानून बनाने जा रहे हैं।  

DeepFake

आज हुई बैठक के पश्चात दिसंबर के पहले सप्ताह में पुनः एक मीटिंग बुलाई जायेगी जिसमें आज लिए गए निर्णयों पर बातचीत होगी। इसके अलावा यह भी निर्धारित किया जाएगा कि डीपफेक के खिलाफ बनाये जा रहे नियमों में क्या अहम बातें शामिल की जानी चाहिये।  

रश्मिका मंदाना और पीएम मोदी के बाद सारा तेंदुलकर ने भी उठायी आवाज़

  आपको बता दें कि बीते दिनों रश्मिका मंदाना का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ था जिसमें किसी अन्य महिला के वीडियो में रश्मिका के चेहरे का प्रयोग किया गया था। वीडियो से आहत एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसका कड़ा विरोध कर सरकार का ध्यान खींचा। इसके बाद एक भाषण में पीएम मोदी भी DeepFake का जिक्र करते दिखे और बताया कि उनके भी कुछ वीडियोज़ सोशल मीडिया पर इस गलत AI टूल की मदद से बनाये गए हैं। अब सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर ने भी. अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा है कि उनके कुछ एडिटेड फोटोग्राफ़्स और वीडियोज़ सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे हैं जो वास्तविकता से बिल्कुल अलग हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे एंटरटेनमेंट कभी भी सच और भरोसे के झूठे मूल्यों पर नहीं हो सकता है।  

कानून के साथ जागरूकता भी है जरुरी - अश्विनी वैष्णव

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बढ़ते हुए समाजिक खतरे के कद को चार अहम जागरूक मुद्दों के साथ कम किया जा सकता है।
  • DeepFake वीडियो की जाँच कैसे हो?
  • वीडियो को वायरल होने से कैसे रोकें?
  • यूजर इसकी रिपोर्ट कैसे कर सकता है?
  • अन्य लोगों को इसके बारे में कैसे सचेत करें?
अश्विनी वैष्णव ने यह भी कहा कि अगले कुछ ही हफ्तों में रेगुलेशन ड्राफ्ट बन जाएगा और ज्यादा से ज्यादा सामाजिक संस्थाओं और लोगों को इससे बचाने की कोशिश की जाएगी।

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राजौरी में मुठभेड़ में आर्मी के दो जवान शहीद

जम्मू-कश्मीर के घने जंगलों वाले क्षेत्र में बुधवार को आतंकियों के क्षिपे होने की सूचना मिलने पर सेना और स्‍थानीय पुलिस की सम्मिलित टीम ने इस क्षेत्र को सील कर दिया

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Jammu and Kashmir Encounter
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Nov 2023 12:58 AM
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Jammu and Kashmir Encounter : जम्मू-कश्मीर के घने जंगलों वाले क्षेत्र में बुधवार को आतंकियों के क्षिपे होने की सूचना मिलने पर सेना और स्‍थानीय पुलिस की सम्मिलित टीम ने इस क्षेत्र को सील कर दिया। और सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान आतंकियों ने अचानक सेना पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सेना ने भी अपना मोर्चा संभालते हुए आतंकियों से लोहा लेना शुरू किया। इस गोलीबारी में राजौरी में आतंकियों से लोहा लेते हुए सेना के दो जवान शहीद हो गए।

सेना का हालात काबू में करने का प्रयास जारी

खुफि‍या सूचना पर जब सेना और पुलिस की टीम ने आतंकियों का घेराव कर लिया तभी अचानक आतंकियों की ओर से किए गए गोलीबारी के जवाबी कार्रवाई में मेजर रैंक के एक अधिकारी समेत दो सैनिक शहीद हो गए। दो अन्य जख्मी भी बताए जा रहे हैं। सेना द्वारा हालात पर काबू पाने की जद्दोजहद जारी है, वहीं इसी के साथ सेना के एक अन्‍य अभियान में श्रीनगर से भी 2 आतंकियों को हथियारों और गोला बारूद के साथ पकड़े जाने की सूचना मिली है। Jammu and Kashmir Encounter news in hindi

घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया था

सेना और स्‍थानीय पुलिस की संयुक्‍त टीम के साथ आतंकियों की मुठभेड़ बुधवार सुबह शुरू हुई थी। इस बारे में जम्मू-कश्मीर पुलिस के उप महानिरीक्षक हसीब मुगल ने न्‍यूज एजेंसी को जानकारी दी कि राजौरी जिले के धर्मसाल के जंगल वाले क्षेत्र बाजीमल में सुबह आतंकियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों की एक टीम ने इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया था। जैसे ही टीम उनके नजदीकय पहुंची, छिपे बैठे आतंकवादियों ने गोलीबारी कर दी। इसके बाद सेना और पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोपहर में इस मुठभेड़ में सेना के मेजर रैंक के अधिकारी एमवी प्रांजिल और एक अन्य जवान की जान चली गई। जानकारी के मुताबिक पिछले चार दिनों में यह दूसरा एनकाउंटर है। इससे पहले, 18 नवंबर को हुई मुठभेड़ में 6 आतंकी ढेर हुए थे।

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Kolkata News: कोलकाता के इस स्कूल का छात्र एक दिन के लिए बना था प्रिंसिपल, पद संभालते ही अधिकारियों को दी यह सलाह

इस बाल दिवस पर कोलकाता के एक स्कूल में एक अजीबो गरीब घटना घटी है। यहां पर एक दिन के लिए एक छात्र को प्रिंसिपल बनाया गया है।

Student of this Kolkata school became the principal for a day gave this advice to authorities as soon as he assumed post
student of this Kolkata school became the principal for a day gave this advice to authorities as soon as he assumed post
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 12:33 PM
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Kolkata News: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक 10वीं क्लास का छात्र एक दिन के लिए प्रिंसिपल बना था। बतौर प्रिंसिपल छात्र ने स्कूल के अधिकारियों को अधिक से अधिक आधुनिक गैजेट्स के इस्तेमाल की सलाह दी है। इस सलाह के पीछे प्रिंसिपल बने छात्र का मानना है कि इससे बच्चे और सही से पढ़ाई कर सकेंगे। बता दें कि विश्व बाल दिवस के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम को यूनिसेफ मैनेज किया गया था। यूनिसेफ द्वारा इस तरीके के कार्यक्रम को आयोजित करने के पीछ का मकसद बच्चों के विकाश को और बढ़ाना होता है। पढ़ाई को लेकर छात्रों का क्या नजरिया है और इसमें किन-किन तरीकों से सुधार किया जा सकता है।

क्या है पूरा मामला

इस साल विश्व बाल दिवस पर यूनिसेफ ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था जिसमें कोलकाता के जोधपुर पार्क बॉयज स्कूल का एक छात्र एक दिन के लिए प्रिंसिपल बना था। कक्षा 10वीं में पढ़ने वाला सैकत दे ने सोमवार को यूनिसेफ के "किड्स टेकओवर" कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए अपने स्कूल का प्रिंसिपल बना था। उसने प्रधानाध्यापक अमित सेन मुजुमदार की कुर्सी संभाली थी। प्रिंसिपल की कुर्सी संभालते हुए सैकत ने स्कूल के अधिकारियों से यह आग्रह किया कि स्कूल में ज्यादा से ज्यादा स्मार्ट कक्षाएं बनाई जाए। सैकत के प्रिंसिपल बनने से उसके साथी काफी खुश थे। अपने सहपाठियों की जयकारों के बीच सैकत ने कहा, "स्कूल के प्रतीकात्मक प्रधानाध्यापक के रूप में, मैं छात्रों की शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विज्ञान, आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक उपकरणों के उपयोग का आग्रह करता हूं।"

उलुबेरिया की माला सिंह मुरा भी बनी थीं एक दिन का प्रिंसिपल

उधर एक अन्य कार्यक्रम में हावड़ा जिले के उलुबेरिया के आशाभवन केंद्र में बढ़ने वाली माला सिंह मुरा भी एक दिन के लिए अपने स्कूल की प्रिंसिपल बनी थीं। माला बौद्धिक अक्षमता से ग्रस्त एक बच्ची है जो अपने फुटबॉल और क्रिकेट जैसे खेलों के प्रति प्यार के लिए जानी जाती है। ऐसे में एक दिन के प्रिंसिपल बनने पर बोलते हुए माला ने कहा है कि उनका मानना है कि हर बच्चे को पढ़ना और खेलना चाहिए और यह उनका अधिकार भी है। माला का यह भी कहा कि "एक संस्थान के प्रमुख के रूप में, मैं सभी बच्चों को शिक्षा और खेलों के लिए मदद देना चाहता हूं।" बता दें कि यूनिसेफ के पश्चिम बंगाल प्रमुख अमित मेहरोत्रा का मानना है कि राज्य में प्राथमिक विद्यालयों में नामांकन की उच्च दर के साथ, माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों के लिए कक्षाओं और प्रयोगशालाओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। इससे बच्चों का विकाश होगा और वे आगे चलकर कुछ बन पाएंगे।