जापान में चुनावी एग्जिट पोल से सियासी भूचाल, इशिबा पर इस्तीफे का दबाव

Japan
International News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 Jul 2025 10:30 AM
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International News : जापान का सत्तारूढ़ गठबंधन संसद के उच्च सदन 'डायट' के लिए रविवार को हुए चुनाव में पिछड़ता नजर आ रहा है। जापान के प्रमुख अखबार असाही शिंबुन के एग्जिट पोल के अनुसार, सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) का प्रदर्शन इस बार दमदार नहीं रहा। सरकारी प्रसारक एनएचके टेलीविजन का भी कुछ ऐसा ही दावा है। एनकेएच ने ऊपरी सदन में सत्तारूढ़ गठबंधन की सीटें कम होने का अनुमान जताया है। एनकेएच के अनुसार, इस चुनाव में धुर-दक्षिणपंथी सैनसेतो पार्टी ताकत के रूप में उभरी है।

गठबंधन को 32-51 सीट मिलने का अनुमान

एनएचके में प्रसारित एक्जिट पोल में इशिबा के गठबंधन को 32-51 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। अन्य चैनलों के मुताबिक इस गठबंधन को 40-43 सीट मिल सकती हैं। एलडीपी को अकेले 32 से 35 सीटें मिलने का अनुमान है। एलडीपी अभी भी संसद में सबसे बड़ी पार्टी है। एनएचके के अनुसार, मुख्य विपक्षी दल कान्स्टीट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी को 18 से 30 सीटें मिलने का अनुमान है। पहले उसे 22 सीटें मिली थीं। धुर दक्षिणपंथी सैनसेतो पार्टी अपने 'जापानी फ‌र्स्ट' अभियान की वजह से मतदाताओं को प्रभावित कर रही है। इस पार्टी को 10-22 सीटें मिलने की संभावना है। इसे पिछले चुनाव में एक सीट मिली थी। इस पार्टी की शुरुआत कोविड-19 महामारी के दौरान यू-ट्यूब के जरिये हुई थी।

जापान में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ने की आशंका

अल्पमत की सरकार चला रहे प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन की सीटें कम होने से जापान में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ने की आशंका है। हालांकि इस चुनाव से सीधे तौर पर प्रधानमंत्री इशिबा की सरकार पर असर नहीं पड़ेगा, लेकिन उच्च सदन में झटका लगने से उन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ सकता। महत्वपूर्ण यह है कि अक्टूबर में हुए निचले सदन के चुनाव में भी इशिबा की पार्टी का प्रदर्शन 15 वर्षों में सबसे खराब रहा था। उन पर अविश्वास प्रस्ताव का खतरा भी मंडरा रहा है।

PM और LDP के लिए करारा झटका

द जापान टाइम्स की खबर के अनुसार, सत्तारूढ़ गठबंधन उच्च सदन में अपना बहुमत खो सकता है। इस चुनाव को प्रधानमंत्री और एलडीपी के लिए करारा झटका माना जा रहा है। इशिबा ने रविवार देररात सरकारी प्रसारक एनएचके से कहा कि वह फिलहाल सरकार में बने रहेंगे। एलडीपी महासचिव हिरोशी मोरियामा ने कहा कि वह इशिबा के साथ इस बात पर चर्चा करेंगे कि नतीजों की जिम्मेदारी कैसे ली जाए। प्रधानमंत्री इशिबा ने एक टीवी कार्यक्रम में कहा, "हमें अनुमानित परिणाम को विनम्रता से स्वीकार करना होगा। एलडीपी को सत्तारूढ़ दल के रूप में अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी चाहिए।"
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ट्रंप ने शुरू किया क्रिप्टो युग, अमेरिका में बना पहला बड़ा संघीय कानून

The Cryptocurrency Era
The Cryptocurrency Era
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:11 PM
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The Cryptocurrency Era : दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के इतिहास में शुक्रवार को संयुक्त राज्य अमेरिका में क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत हुई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में जीनियस अधिनियम (पहले प्रमुख संघीय कानून) पर हस्ताक्षर करने के साथ देश क्रिप्टोकरेंसी के युग में प्रवेश कर गया। प्रतिनिधि सभा ने गुरुवार को जीनियस अधिनियम (प्रमुख संघीय क्रिप्टोकरेंसी विधेयक) को द्विदलीय समर्थन से पारित किया। सीनेट ने एक महीने पहले ही इसे मंजूरी दी थी।

ट्रंप कई बार कर चुके हैं इसकी चर्चा

एबीसी न्यूज के अनुसार, ट्रंप का परिवार शुरू से क्रिप्टोकरेंसी का पक्षधर रहा है। राष्ट्रपति की प्रमुख प्राथमिकता वाला यह विधेयक स्टेबलकॉइन (विशिष्ट प्रकार की डिजिटल मुद्रा) को और अधिक सुलभ और मुख्यधारा में लाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। ट्रंप कई बार सार्वजनिक मंचों पर इसके महत्व की चर्चा कर चुके हैं। सनद रहे राष्ट्रपति ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में अपना क्रिप्टो मीम कॉइन लॉन्च किया था।

क्रिप्टो राजधानी बनेगी अमेरिका

ट्रंप ने हस्ताक्षर करने के बाद कहा, "मैंने वादा पूरा किया। मैंने कहा था कि हम संयुक्त राज्य अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो राजधानी बनाएंगे। मैंने वह करके दिखा दिया।" ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि, स्टेबलकॉइन ऐसी क्रिप्टोकरेंसी होगी जिसका मूल्य अमेरिकी डॉलर जैसी स्थिर संपत्ति जैसा होगा। जीनियस अधिनियम बैंकों और अन्य संस्थाओं के लिए इन कॉइन्स को जारी करना आसान बनाता है। इससे इन संपत्तियों में जनता का विश्वास बढ़ेगा। साथ ही उद्योगों का समग्र विकास भी होगा।

कई डेमोक्रेट्स ने भी इस विधेयक का किया समर्थन

राष्ट्रपति ट्रंप ने कांग्रेस से कहा था कि, वह अगस्त तक इस ऐतिहासिक विधेयक को मंजूर कर उनके पास भेजे। प्रतिनिधि सभा की वित्तीय सेवा समिति के अध्यक्ष रिपब्लिकन प्रतिनिधि फ्रेंच हिल ने कहा कि हमने ट्रंप की इच्छा का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक सदन में रिपब्लिकन सदस्यों के बीच नौ घंटे तक चली बहस के बाद 308 बनाम 122 मतों से पारित हो गया। बताया गया है कि कई डेमोक्रेट्स ने भी इस विधेयक का समर्थन किया।

ट्रंप परिवार से जुड़ी कंपनी को होगा फायदा

हालांकि हाउस फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी की वरिष्ठ सदस्य डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि मैक्सिन वाटर्स ने इस विधेयक की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इससे ट्रंप परिवार से जुड़ी एक कंपनी को फायदा होगा। उसने हाल ही में अपना स्टेबलकॉइन लॉन्च किया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप परिवार से जुड़ी कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल एक क्रिप्टो उद्यम में 60 फीसद हिस्सेदारी रखती है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने क्या कहा?

वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल ने पूर्व में जारी बयान में कहा था कि उसका अमेरिकी सरकार से कोई संबंध नहीं है। वह निजी कंपनी है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि इससे किसी के हित नहीं सधेंगे। ट्रंप की संपत्ति को अब उनके बच्चों की है। आलोचकों का कहना है कि ट्रंप और उनका परिवार क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में पूरी तरह से डूब गए हैं। क्रिप्टो समर्थक इसे अपनी बड़ी जीत मान रहे हैं। उन्होंने इसे वैधता दिलाने के लिए लंबे समय से इस तरह के नियामक ढांचे की पैरवी की है। इस अवसर पर ट्रंप ने कहा कि यह हस्ताक्षर आपकी कड़ी मेहनत का नतीजा है।
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नोएडा शहर की सड़कों पर दिखाई देगा अनोखा नजारा, कारण है खास

Tricolor Yatra
Noida News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:56 PM
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Noida News : नोएडा शहर की सड़कों पर जल्दी ही एक अनोखा नजारा देखने को मिलेगा। नोएडा शहर की एक प्रसिद्ध सामाजिक संस्थान है। नोएडा में एक भव्य आयोजन की घोषणा की है। यह भव्य आयोजन बंद दीवारों के पीछे न होकर नोएडा की सड़कों पर आयोजित किया जाएगा। दावा किया जा सकता है कि नोएडा में रहने वालों ने नोएडा की सड़कों पर इस प्रकार का नजारा पहले कभी नहीं देखा होगा। नोएडा शहर में स्थित नोएडा स्टेडियम से लेकर अट्टा पीर तथा निठारी तक यह खास नजारा दिखाई देगा।

क्या है नोएडा शहर में होने वाला अनोखा आयोजन?

आपको बता दें कि नोएडा शहर में 3000 फीट लंबी तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। नोएडा शहर में सक्रिय नव ऊर्जा युवा संस्थान नामक प्रसिद्ध सामाजिक संगठन 3000 फीट लंबी तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी कर रही है। इस यात्रा में नोएडा शहर के नागरिक 3000 फीट लंबाई वाले राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) को हाथों में लेकर चलेंगे। नोएडा की सड़कों पर डेढ़ किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय झंडे के साथ जश्न मनाते हुए नागरिकों का यह अनोखा आयोजन वास्तव में देखने लायक होगा। नव ऊर्जा युवा संस्था पिछले 4 वर्षों से तिरंगा यात्रा निकाल रही है। 600 फीट लंबे झंडे से शुरू हुआ यह सिलसिला वर्ष 2024 में 2000 फीट लंबे झंडा तक पहुंचा था। इस बार वर्ष 2025 में 3000 फीट लंबे झंडे के साथ तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी।

नोएडा शहर में 15 अगस्त को निकलेगी तीन हजार फीट लम्बी तिरंगा यात्रा

नोएडा शहर में यह अनोखा आयोजन स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त 2025 को होगा। नव ऊर्जा युवा संस्था के अध्यक्ष पुष्कर शर्मा ने चेतना मंच को बताया कि, 3000 फीट तिरंगा यात्रा 15 अगस्त को सुबह 7:00 बजे नोएडा स्टेडियम के गेट नंबर 4 से शुरू होगी। नोएडा स्टेडियम से शुरू होकर तिरंगा यात्रा DM चौक होते हुए अट्टा पीर सेक्टर 18 के पास वाले अंडरपास से होते हुए निठारी गांव के पास सामुदायिक केंद्र पर जाकर संपन्न हो जाएगी। नोएडा के नागरिकों में राष्ट्र प्रेम का जज्बा जागृत करने तथा अमर स्वतंत्रता सेनानियों को सलाम करने के मकसद से यह है तिरंगा यात्रा हर साल आयोजित की जाती है। इस साल की तिरंगा यात्रा में 3000 फीट लंबा तिरंगा भव्यता का प्रतीक बनेगा।