बस एक कदम और... आतंकी बन जातीं ये लड़कियाँ! स्पेशल 50 टीम ने किया रेस्क्यू

Madul
Uttar Pradesh Samachar
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:19 AM
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Uttar Pradesh Samachar : उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने एक बड़े आतंकी मॉड्यूल और धर्मांतरण रैकेट का पदार्फाश करते हुए दो सगी बहनों को उस रास्ते से मोड़ लिया, जहां से आगे सिर्फ अंधेरा था। ये दोनों पढ़ी-लिखी पंजाबी बहनें घर छोड़कर कोलकाता की मुस्लिम बस्ती में जा बसी थीं, नाम बदलकर बन गई थीं अमीना और जोया, और धीरे-धीरे आतंकी सोच की तरफ बढ़ रही थीं। लेकिन इससे पहले कि वे किसी मिशन पर जातीं, पुलिस ने एक गुप्त और बेहद जोखिमभरा आॅपरेशन चलाकर उन्हें छुड़ा लिया।

6 राज्य, 11 गिरफ्तार, एक कन्वर्ज़न सिंडिकेट ध्वस्त

पुलिस की जांच में सामने आया कि ये सिर्फ एक धर्मांतरण का मामला नहीं, बल्कि एक आॅर्गनाइज्ड ब्रेनवॉश नेटवर्क है, जिसका मकसद कम उम्र की लड़कियों को बहलाकर इस्लाम कबूल करवाना, कट्टरपंथी विचारधारा से लैस करना, और आगे चलकर उन्हें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ना था। इन दोनों बहनों का ब्रेनवॉश इस हद तक हो चुका था कि छोटी बहन ने मोबाइल चैट में लिखा, "मैं मुजाहिद बनना चाहती हूं, इस्लाम के लिए कुर्बान होना चाहती हूं..."

24 मार्च को गायब हुई थीं कारोबारी की बेटियाँ, पिता ने सुनाया था पूरा सच

आगरा के एक जूता कारोबारी की दोनों बेटियाँ, जिनमें बड़ी एम.फिल कर चुकी है और छोटी ग्रेजुएशन की छात्रा है। 24 मार्च 2025 को अचानक लापता हो गई थीं। एफआईआर दर्ज हुई, और जांच के दौरान सामने आया कि बड़ी बेटी पहले भी 2020 में कश्मीर जाकर समा नाम की संदिग्ध युवती के संपर्क में रह चुकी थी। घर लौटने के बाद भी समा से उसकी बातचीत जारी रही और अब वह अपनी छोटी बहन को भी इस्लाम कबूलने के लिए प्रेरित कर रही थी।

कोलकाता के बकरमहल से बरामदगी, बुर्का पहने मिलीं दोनों बहनें

पुलिस ने दोनों लड़कियों को कोलकाता के बकरमहल इलाके से बरामद किया। जब टीम वहाँ पहुंची, तो दोनों बुर्का पहने थीं और उनके साथ दो मुस्लिम युवक भी रह रहे थे। फेसबुक प्रोफाइल से पता चला कि बड़ी बहन ने एके-47 के साथ बुर्के में फोटो लगाई थी। 50 चुनिंदा पुलिसकर्मी जिनकी अलग-अलग भूमिका थी। कोई पत्रकार बना, कोई सर्वे एजेंट। 7 दिन की लगातार रेकी करने के बाद कोलकाता में बकरमहल बस्ती की हर गली और मकान का नक्शा खींचा गया। ड्यूल टीम सिस्टम के तहत एक टीम को दूसरी की भनक तक नहीं दी गई ताकि लीक न हो। लड़कियों के माता-पिता भी आॅपरेशन में शामिल हुए ताकि पहचान आसान हो सके और लड़कियाँ मानसिक रूप से सहज रहें।

11 आरोपी गिरफ्तार, कन्वर्टेड नेटवर्क का पदार्फाश

गिरफ्तार हुए 11 में से 6 हिंदू से कन्वर्टेड मुस्लिम हैं, जिनके नाम अब बदल चुके हैं। ये कन्वर्टेड लोग ही इस सिंडिकेट के लीगल सलाहकार, फाइनेंसर और रिक्रूटर थे। गिरफ्तार हुए प्रमुख आरोपियों में एसबी कृष्णा उर्फ आयशा जो कनाडा से फंडिंग लेती थी। शेखर रॉय उर्फ हसन अली जो कोर्ट कर्मचारी है, गोवा से जुड़ा है। ऋतिक बनिक उर्फ मोहम्मद इब्राहिम जो कोलकाता में लड़कियों को लेकर गया था। रूपेंद्र सिंह उर्फ अब्दुर्रहमान जो उत्तराखंड में हिंदू लड़कियों को टारगेट करता था। मनोज उर्फ मुस्तफा जो सोशल मीडिया मॉडरेटर था। इनके खिलाफ धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग और आतंकवाद से लिंक के तहत केस दर्ज किए गए हैं।

अब एटीएस और एसटीएफ की एंट्री, अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जांच

यूपी एटीएस और एसटीएफ इस पूरे मॉड्यूल की गहराई से जांच कर रहे हैं। आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट, फंडिंग चैनल, बैंक ट्रांजेक्शन, और अंतरराष्ट्रीय संपर्क खंगाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस नेटवर्क के तार कनाडा, अमेरिका, और खाड़ी देशों से भी जुड़े हो सकते हैं।

फिलहाल दोनों बहनों की काउंसलिंग जारी

अगर पुलिस की स्पेशल 50 टीम कुछ दिन और देर कर देती तो शायद ये बहनें आज किसी भर्ती कैंप में हथियार चला रही होतीं या आत्मघाती हमले की ट्रेनिंग ले रही होतीं। यह सिर्फ एक आॅपरेशन नहीं एक बड़ा सबक है, कि ब्रेनवॉश, धर्मांतरण और डिजिटल कट्टरपंथ अब सिर्फ खबर नहीं, हमारे समाज की सच्चाई बन चुके हैं।
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कांवड़ यात्रा में शिवभक्त कम, गुंडे ज्यादा! संभल के सपा विधायक के बयान से मचा सियासी बवाल

कांवड़ यात्रा में शिवभक्त कम, गुंडे ज्यादा! संभल के सपा विधायक के बयान से मचा सियासी बवाल
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 05:20 PM
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Uttar Pradesh Samachar : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और संभल से विधायक इकबाल महमूद ने कांवड़ यात्रा को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे सियासत गरमा गई है। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा में अब "सच्चे शिवभक्त कम और गुंडे-मवाली ज्यादा" नजर आ रहे हैं, जो जगह-जगह तोड़फोड़ और उत्पात मचा रहे हैं। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में घमासान मचना तय है।

"गुंडई इनकी शक्ल पर दिख रही है", विधायक का तीखा हमला

रविवार को मीडिया से बात करते हुए संभल के विधायक इकबाल महमूद ने कहा कि कांवड़ यात्रा में अब भक्ति कम और हंगामा ज्यादा नजर आ रहा है। जिन चेहरों को देखिए, उनमें श्रद्धा नहीं, गुंडई झलक रही है। ये लोग जगह-जगह उपद्रव कर रहे हैं, तोड़फोड़ कर रहे हैं। इनकी जगह जेल में है। महमूद ने अपने बयान में हाल ही में मुजफ्फरनगर की उस घटना का हवाला भी दिया, जिसमें कुछ कांवड़ियों द्वारा कथित तौर पर एक स्कूल वैन पर हमला किया गया था। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य धार्मिक यात्रा की पवित्रता को कलंकित करते हैं और सरकार को चाहिए कि इन पर कड़ी कार्रवाई करे।

पुण्य नहीं, पाप कर रहे हैं ये लोग

उन्होंने आगे कहा कि जो लोग धर्म के नाम पर दूसरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वे पुण्य नहीं कमा रहे, बल्कि पाप के भागी बन रहे हैं। इनका कर्म इन्हें परलोक में भुगतना पड़ेगा। सपा विधायक के इस बयान से भाजपा और हिंदू संगठनों में नाराजगी की लहर दौड़ सकती है। कांवड़ यात्रा को लेकर ऐसी टिप्पणी को कई लोग आस्था पर हमला मान सकते हैं। आने वाले दिनों में इस पर विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक प्रतिक्रिया की संभावना प्रबल है।
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जमीन पर उतरने लगी है उत्तर प्रदेश सरकार की यह सबसे बड़ी योजना

CM Yogi 29
Uttar Pradesh Samachar
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 Jul 2025 05:10 PM
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Uttar Pradesh Samachar: उत्तर प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी योजना जमीन पर उतरने लगी है। उत्तर प्रदेश सरकार की इस सबसे बड़ी योजना की घोषणा 2 अक्टूबर 2024 को की गई थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 अक्टूबर 2024 को गांधी जयंती के अवसर पर इस बड़ी योजना की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश सरकार की इस बड़ी योजना का नाम ‘‘जीरो पावर्टी योजना’’ है। इस योजना की घोषणा करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि उत्तर प्रदेश को गरीब मुक्त प्रदेश बनाया जाएगा।

उत्तर प्रदेश बनेगा पहला गरीब मुक्त प्रदेश

उत्तर प्रदेश सरकार की ‘‘जीरो पावर्टी योजना’’ को सबसे बड़ी योजना कहा जा रहा है। इस योजना को सबसे बड़ी योजना कहने का कारण यह है कि इस योजना के पूरा होते ही उत्तर प्रदेश भारत का पहला गरीब मुक्त प्रदेश बन जाएगा। उत्तर प्रदेश को गरीब मुक्त प्रदेश बनाने की योजना पर 2 अक्टूबर 2024 से ही काम शुरू हो गया था। उत्तर प्रदेश सरकार की यह सबसे बड़ी योजना अब जमीनी स्तर पर भी नजर आने लगी है। उत्तर प्रदेश को गरीब मुक्त प्रदेश बनाने के लिए सरकार ने 300 गरीब परिवारों का चयन कर लिया है। योजना के प्रािम चरण में 300 परिवारों के एक एक सदस्य को ट्रेनिंग देकर कम से कम 19 हजार रूपए महीना की नौकरी दी जाएगी।

प्रदेश के सबसे कमजोर परिवारों का चयन किया गया है।

उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि गरीबी की रेखा से नीचे जीवन जीने वाले परिवारों की गणना का काम चल रहा है। इस गणना के तहत उत्तर प्रदेश में रहने वाले 300 परिवारों का चयन करके उनका जीवन स्तर उठाने का काम शुरू किया जा रहा है। प्रथम चरण में सबसे ज्यादा गरीब परिवार चुने गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि जीरो पावर्टी अभियान के तहत चिन्हित परिवारों के मुखियाओं को गारंटीड स्किलिंग प्रोग्राम से जोड़ा जाएगा । इस प्रोग्राम में उन्हें विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़ा, आतिथ्य (हॉस्पिटैलिटी) और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद, प्रत्येक परिवार के मुखिया को 18,400 रुपये की मासिक आय सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए सरकार ने निजी क्षेत्र की कंपनियों और स्वरोजगार योजनाओं के साथ साझेदारी की है। पहले चरण में, 300 परिवारों के मुखियाओं को यह प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण की अवधि 3 से 6 महीने की होगी, जिसमें प्रशिक्षुओं को न केवल तकनीकी कौशल सिखाया जाएगा, बल्कि उन्हें वित्तीय प्रबंधन और उद्यमिता के गुर भी सिखाए जाएंगे। सरकार का दावा है कि यह प्रोग्राम न केवल रोजगार प्रदान करेगा बल्कि दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता भी सुनिश्चित करेगा। Uttar Pradesh Samachar