Beauty Update: गुलाब के फूलों का इस्तेमाल

Gulab Jal
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userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:57 PM
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गुलाब के फूल बहुत ही खुशबूदार और सबको ख़ुशी देने वाले होते हैं। तभी तो लोग ज्यादातर तोहफे में गुलाब का फूल देते हैं। गुलाब का फूल हर किसी को पसंद आता है। बहुत से कपल्स भी एक दूसरे को गुलाब का फूल देकर खुश करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि गुलाब का फूल सेहत के लिए भी बहुत अच्छा होता है।

बता दे कि गुलाब का पानी हमारी त्वचा, बालों का आंखों के लिए बहुत ही सेहतमंद बताया जाता है। गुलाब जल काफी ठंडा होता है इसी कारण से वह त्वचा को राहत पहुंचाता है। अगर हम त्वचा पर रोजाना गुलाब जल का इस्तेमाल करेंगे तो इसका काफी अच्छा असर देखने को मिलता है।

इतनी भीड़ भाड़ और तनावपूर्ण जीवन में हम अपनी आंखों का ख्याल रखना भूल ही जाते हैं। आज के समय में प्रदूषण, धूल मिट्टी हमारी आंखों को बेहद नुकसान पहुंचाती है। साथ ही साथ इससे हमारे आंखों के नीचे काले घेरे बनने लगते हैं जिसे हम डार्क सर्कल के नाम से भी जानते हैं। कई बार डार्क सर्कल होना जेनेटिकली भी होता है। अगर यह धूल मिट्टी और प्रदूषण के कारण होता है तो गुलाब जल इसके लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसके लिए बस आपको गुलाब जल में कॉटन को भिगो कुछ देर के लिए अपनी आंखों पर रख ले रोजाना ऐसे ही करने से आपके डार्क सर्कल दूर हो जाएंगे साथ ही साथ आपके आंखों की थकान भी दूर होती रहेगी।

अगर आपकी आंखों में धूल मिट्टी और प्रदूषण की वजह से जलन या खुजली जैसी शिकायत है तो आप गुलाब जल की कुछ बूंदे अपनी आंखों में डाल सकते हैं। जैसे हम आंखों की दवाई इस्तेमाल करते हैं वैसे ही हम गुलाब जल को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। गुलाब जल आंखों को साफ करता है इससे जो भी आंखों में कचरा होता है वह साफ कर देता है।

अगर आपके बाल बहुत ही रूखे व बेजान होते जा रहे हैं। तो आप गुलाब जल इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपके बालों में जो भी अधिक तेल की मात्रा होगी वह उसे साफ करता है। साथ ही साथ गुलाब जल बालों को मुलायम व उनकी जड़ों को मजबूत बनाता है।

कम उम्र में ही झुर्रियां पड़ना आज के समय में आम बात हो गई है। रोजाना की दौड़ भाग, प्रदूषण और तनावपूर्ण जीवन में हम अपना और अपनी त्वचा का खयाल रह नहीं रख पाते हैं। गुलाब जल झुर्रियों के लिए बेहद ही फायदेमंद माना गया है। आप गुलाब जल को कॉटन में लेकर अपनी त्वचा पर इस्तेमाल कर सकती हैं

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Covid Update: कोरोना के मामलों ने दुबारा आई रफ्तार

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar09 Sep 2021 11:52 AM
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देश में कोरोना मामलों में दुबारा उछाल देखने को मिल रही है। इससे लोगों की ज़िंदगी पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। वहीं कोरोना ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। केंद्र और स्वास्थ मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक देश में 24 घंटे में लगभग 43,263 मामले सामने आए हैं और 338 लोगों ने जान गवाई है। इसी दौरान 40,567 डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में फिलहाल 3 लाख 94 हजार 614 सक्रिय मामले हैं . वहीं 3 करोड़ 23 लाख 4 हजार 618 लोग कोरोना से ठीक होकर घर लौट चुके हैं. इसके अलावा अब तक 4 लाख 41 हजार 749 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में कोरोना से रिकवरी रेट फिलहाल 97.48 फीसदी तक पहुंच गया है. मंत्रालय ने जानकारी दिया है नए मामले आने के बाद एक्टिव केस की संख्या में 2 हजार 358 मामलों का इज़ाफा हुआ है।

उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि देश में अब तक लगाए गए -19-रोधी टीके की कुल खुराक 71 करोड़ से अधिक लोगों को लगाई जा चुकी है. बुधवार को 86 लाख 51 हजार 701 खुराक दी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के मुताबिक भारत को 10 करोड़ टीकाकरण के आँकड़े तक पहुंचने में 85 दिन, 20 करोड़ का आंकड़ा पार करने में 45 दिन और 30 करोड़ तक पहुंचने में 29 दिन का समय लगा है. देश को 30 करोड़ खुराक से 40 करोड़ टीकाकरण तक पहुंचने में 24 दिन लगे और फिर 6 अगस्त को 50 करोड़ टीकाकरण को पार करने में 20 दिन लग चुके हैं।

मंत्रालय के अनुसार 60 करोड़ के आंकड़े को पार करने में 19 और दिन लगे और 8 सितंबर को 70 करोड़ तक पहुंचने में केवल 13 दिन हो गए. देश में सबसे संवेदशील समूहों को कोविड-19 से बचाने के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान की नियमित रूप से समीक्षा हो रही है और इसको लेकर निगरानी जारी है बताया गया कि अब तक 71 करोड़ 65 लाख 97 हजार 42 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।

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World Physiotherapy Day: इस वर्ष केंद्रित है ‘लॉन्ग कोविड एंड रिहैबिलिटेशन’ पर

World physiotherapy day
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Sep 2021 01:57 PM
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फिजियोथेरेपी संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए 1996 से हर वर्ष 8 सितंबर को विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इसके आयोजक 1951 में स्थापित, यूके स्तिथ ‘वर्ल्ड फिजियोथैरेपी’ नमक संस्था है।
इस दिन विश्व भर के फिजियोथेरेपिस्ट लोगों को सक्रिय और स्वतंत्र रखने के लिए अपने पेशे से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराते हैं। फिजियोथेरेपिस्ट पेशे से वह चिकित्सक होते हैं जो चोट बीमारी या विकलांगता से प्रभावित लोगों को व्यायाम, मैनुअल थेरेपी, शिक्षा और सलाह के माध्यम से स्वस्थ रखने का प्रबंध करते हैं और बीमारी रोकने में मदद करते हैं।
कोरोना के चलते इस वर्ष का थीम ‘लॉन्ग कोविड एंड रिहैबिलिटेशन’ रखा गया है। वर्ल्ड फिजियोथेरेपी की अध्यक्ष एम्मा स्टोक्स के अनुसार “6 महीने के बाद लॉन्ग कोविड के सबसे आम लक्षणों में अत्याधिक थकावट, पोस्ट एक्सर्शनल लक्षण का तेज होना और याददाश्त और एकाग्रता की समस्याएं शामिल है।”
उन्होंने ये भी कहा कि “लॉन्ग कोवीड हर किसी के लिए अलग होता है। एक फिजियोथेरेपिस्ट लोगों को उनके विशिष्ट लक्षणों को समझकर उनके ठीक होने में सहयता कर सकता है।” इससे यह बात तो स्पष्ट है केवल कोरोनावायरस को हराना पर्याप्त नहीं, उसके दीर्घकालिक प्रभावों से उभरना भी स्वस्थ जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है।
लॉन्ग कोविड और फिजियोथेरेपी दिवास से संबंधित अधिक जानकारी ‘वर्ल्ड फिजियोथैरेपी’ की वेबसाइट  https://world.physio/wptday से प्राप्त की जा सकती है।