सीएम योगी का कांग्रेस और राजद पर कड़ा हमला

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज (7 नवंबर) पूर्वी चंपारण के रक्सौल में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर जमकर निशाना साधा और बिहार की ऐतिहासिक एवं सामाजिक विरासत का स्मरण कराया।

UP Cm Yogi Aadityanath
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar30 Nov 2025 10:30 PM
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यूपी सीएम योगी ने कहा कि बिहार की धरती ज्ञान और विद्वता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह वही बिहार है जिसने नालंदा जैसे विश्वविद्यालय दिए, चाणक्य जैसे विद्वान पैदा किए और लोकतंत्र के लिए अनेक संघर्ष देखे हैं। योगी ने कहा कि कांग्रेस ने जब लोकतंत्र का गला घोंटा था, तब बिहार के लोगों ने जेपी के नेतृत्व में उठ खड़े होकर कांग्रेस को उखाड़ फेंका था।

आरजेडी और कांग्रेस का इतिहास रहा राम विरोध और नरसंहार

यूपी सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस और राजद सदैव सनातन धर्म और राम मंदिर के विरोधी रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दलों ने बिहार में नरसंहार करवाए, लालटेन के जरिए जातीय दंगों को बढ़ावा दिया, और बिहार को अंधकार में डुबोया। योगी ने कहा कि साल 1990 से 2005 के बीच इन दलों के शासन में 60 से अधिक नरसंहार हुए और हजारों लोग अपहरण का शिकार हुए।

लालटेन का प्रतीक है अब फिर से डकैती का साधन

यूपी सीएम योगी ने कहा कि लालटेन अब फिर से डकैती का हथियार बनकर आया है। उन्होंने दावा किया कि लालटेन नहीं बल्कि इनकी डकैती का साधन है और इन्हें बिहार की जनता को फिर से लूटने नहीं देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इन खानदानी लुटेरों ने बिहार में जातीय हिंसा फैलाई और जनता को अंधकार में डुबोया।

विकास की नई गति है NDA की सरकार

यूपी योगी ने कहा कि बिहार अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की नई उड़ान भर रहा है। उन्होंने कांग्रेस-राजद के गठबंधन को नकारते हुए कहा कि यह गठबंधन बिहार के विकास में बाधा है। अब बिहार तेजी से प्रगति कर रहा है और पूरे देश में भी उसकी साख बढ़ी है। बनारस में काशी विश्वनाथ का भव्य कॉरिडोर और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण इसका प्रमाण है।

राम मंदिर का विरोध और रथ रोका

यूपी सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस और राजद ने हमेशा राम और राम मंदिर का विरोध किया है। उन्होंने याद दिलाया कि इन दलों ने बिहार में रामलला के मंदिर निर्माण का रथ रोका और अयोध्या में निर्दोष कारसेवकों पर गोली चलाई। उन्होंने कहा कि हमने कहा था, रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे।

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ऐतिहासिक मतदान परिणाम पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में रिकॉर्ड तोड़ मतदान दर्ज किया गया है, जिसने पूरे राज्य का इतिहास रच दिया है। गुरुवार (6 नवंबर 2025) को हुए इस मतदान में बिहार में वोटिंग प्रतिशत 64.66% रहा, जो अब तक का सबसे अधिक है। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए जनता का धन्यवाद किया।

Bihar Chief Minister Nitish Kumar
बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar07 Nov 2025 02:00 PM
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बता दे कि नीतीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में देशवासियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान के लिए बिहार के लोगों का हृदय से धन्यवाद। पिछले वर्षों में बिहार ने अभूतपूर्व तरक्की की है। अब समय है बिहार को सबसे ज्यादा विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल करने का। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि 11 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण में भी इसी जोश और उमंग के साथ मतदान करें ताकि बिहार और आगे बढ़ सके।  

पार्टी का दावा: 2010 से बेहतर परिणाम की उम्मीद

जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि इस ऐतिहासिक मतदान से यह सुनिश्चित हो गया है कि पार्टी 2010 के मुकाबले बेहतर नतीजे लाएगी। उन्होंने कहा कि देखिए, यह अभूतपूर्व मतदान है और इससे साबित होता है कि बिहार पिछली बार से अधिक मतदान कर रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ी ने बिहार का कायाकल्प किया है।

विपक्ष की उम्मीदें फली नहीं 

वहीं, जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि करारी हार देखकर विपक्ष के हौसले पस्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग मतदान के दौरान आरोप लगा रहे थे कि चुनाव आयोग स्लो मतदान कर रहा है। लेकिन जब शाम को आंकड़ा आया कि बिहार में मतदान ऐतिहासिक था, तो विपक्ष की उम्मीदें धरी की धरी रह गईं।

बिहार चुनाव 2025 के पहले चरण में रिकॉर्ड तोड़ मतदान हुए हैं, जिससे जनता का उत्साह और सरकार का आत्मविश्वास दोनों ही बढ़े हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता का धन्यवाद किया और आगामी चरण के लिए मतदान की अपील की है। इस मतदान से विपक्षी दलों की उम्मीदें ध्वस्त हो गई हैं, जबकि पार्टी का दावा है कि वे 2010 से बेहतर नतीजे लेकर आएंगे। बिहार में लोकतंत्र का यह उत्साह पूरे राज्य में नई उम्मीदें जगा रहा है।

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बिहार ने रचा इतिहास, अब तक की सबसे ज़्यादा वोटिंग दर्ज

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहली बार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 64.46 फीसदी वोटिंग दर्ज होकर इतिहास रच दिया है। यह अब तक का सबसे उच्च मतदान प्रतिशत है, जो बिहार के चुनावी इतिहास में नई मिसाल कायम कर रहा है। इस चुनाव में हुए रिकॉर्ड वोटिंग का अर्थ और पिछले वर्षों का मतदान ट्रेंड जानना बेहद जरूरी हो गया है।

Bihar Assembly Elections 2025 Voting histriy
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 मतदान
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar01 Dec 2025 02:32 PM
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बता दे कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहली बार आम चुनाव 1952 में हुए थे, जब मतदान 21 दिनों तक चलता रहा। उस समय मतदान 4 से 24 जनवरी के बीच हुआ। इसके बाद 1957 में यह प्रक्रिया 16 दिनों में 25 फरवरी से 12 मार्च तक चली। 1969 में राष्ट्रपति शासन के दौरान 9 फरवरी को पूरे राज्य में मतदान संपन्न हुआ। 

विभिन्न वर्षों में मतदान का पैटर्न

बता दे कि 1960 और 1970 के दशक में बिहार में मतदान की प्रक्रिया कई चरणों में हुई। उदाहरण के तौर पर, 1962 में चार चरणों में मतदान हुआ, जबकि 1967 में चार चरणों में मतदान कराए गए। 1980 और 1990 में भी मतदान कई चरणों में हुआ। 

भारी वोटिंग के मायने

बता दे कि 2020 में 56.9 फीसदी मतदान हुआ था, जो पिछले वर्षों की तुलना में कम था। सबसे अधिक मतदान 2000 में हुआ था, जब 62.6 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई थी। उस समय बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू था, और राजनीतिक अस्थिरता का दौर था। 

2020 का रिकॉर्ड तोड़ मतदान क्यों?

यह चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इस बार मतदान प्रतिशत में भारी वृद्धि का मुख्य कारण मतदाता सूची से फर्जी वोटरों के नाम हटाए जाने के बाद मतदाताओं की संख्या में कमी और मतदान केंद्रों पर अधिक सख्ती है। मतदाता सूची का साफ-सुथरा होना और बूथ पर 1500 वोटर का लक्ष्य निर्धारित होना मतदान प्रतिशत को बढ़ाने में सहायक रहा है।

सामाजिक और राजनीतिक मायने

बता दे कि इस बार बिहार में 2000 के विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक मतदान हुआ था, जब राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थीं। उस समय चुनावी अनिश्चितता और राजनीतिक अस्थिरता के कारण मतदाताओं में उत्साह देखा गया। वर्तमान में, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार दो दशक से सत्ता में हैं, और इस बार भी वोटिंग का उत्साह चरम पर है।

आगामी चुनौतियां और उम्मीदें

बता दे कि 1952 से 2020 तक बिहार में मतदान का प्रतिशत सिर्फ 5 बार घटा है। बाकी समय में मतदाताओं ने अपने उत्साह का परिचय दिया है। यदि 2025 में मतदान प्रतिशत 65% तक पहुंचता है, तो यह न केवल रिकॉर्ड तोड़ेगा, बल्कि पिछले सात दशकों का ट्रेंड भी ऊपर जाएगा।

अगला चरण और मतगणना

अब बिहार के दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा, और मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। देखते हैं कि इस बार भी बिहार का मतदान इतिहास रचता है या नहीं।