Free Bijli Scheme : चालू रहेगी फ्री बिजली स्कीम, रजिस्ट्रेशन जारी

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Free Bijli Scheme
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 Mar 2024 05:54 PM
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Free Bijli Scheme : भारत सरकार द्वारा घोषित पीएम सूर्य घर योजना (PM Suryaghar Yojna)  का नया नाम तेजी से पॉपुलर हो रहा है। अब धीरे-धीरे सभी लोग पीएम सूर्य घर योजना (PM Suryaghar Yojna) को फ्री बिजली स्कीम (Free Bijli Scheme) के नाम से जानने लगे हैं। यदि आपने अब तक फ्री बिजली योजना का लाभ नहीं उठाया है तो तुरंत फ्री बिजली योजना का लाभ उठाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा लेना जरूरी है। फ्री बिजली योजना का काम लोकसभा के चुनाव के दौरान भी चलता रहेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की रजिस्ट्रेशन की अपील

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी देशवासियों से फ्री बिजली योजना में रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की है। पीएम... मोदी ने यह भी बताया कि फ्री बिजली योजना में अब तक एक करोड़ नागरिक अपने-अपने रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। PM मोदी ने रविवार को अपने सोशल मीडिया X पर एक टवीट करके देश के नागरिकों से फ्री बिजली योजना के साथ जुडऩे की अपील की है। PM मोदी ने X पर लिखा है कि फ्री बिजली स्कीम में (Free Bijli Scheme) के तहत जिन लोगों ने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वे जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करा लें। यह पर्यावरण के लिए जीवन शैली को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करने और एक बेहतर योगदान देगी। साथ ही ऊर्जा उत्पादन करने के साथ-साथ घरों के लिए बिजली के खर्च में पर्याप्त कटौती करेगी।

आप भी उठाएं फायदा

आपको बता दें कि फ्री बिजली योजना स्कीम के लिए आवेदन करने के लिए भारतीय नागरिक होना चाहिए। साथ ही सोलर पैनल (Solar Pannel) लगाने के लिए उपयुक्त छत वाला घर होना चाहिए। इसके अलावा परिवार के पास वैध बिजली कनेक्शन भी होना जरूरी है। अगर किसी अन्य सोलर पैनल पर सब्सिडी का लाभ ले रहे हैं तो सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https://pmsuryaghar.gov.in पर जाएं और अप्लाई फॉर रूफटॉप सोलर का विकल्प चुनें। अब अपने राज्य और बिजली वितरण कंपनी का नाम चुनें. फिर अपना बिजली उपभोक्ता नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल डालें। नए पेज पर कंज्यूमर नंबर और मोबाइल डालकर लॉगइन करें। जब फॉर्म खुल जाएगा तो इसमें दिए गए दिशा-निर्देशों के तहत रूफटॉप सोलर पैनल के लिए अप्लाई करें। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आपको फीजिबिलिटी अप्रूवल मिलेगा, इसके बाद अपने DISCOM  के साथ रजिस्टर्ड किसी भी वेंडर से प्लांट इंस्टॉल करा सकेंगे।

मिलेगी सब्सिडी

इस स्कीम के तहत अप्लाई करने के लिए आपके पास पिछले छह महीनों का बिजली बिल होना चाहिए। केंद्र सरकार ने बजट में घोषणा किया कि नई सोलर रूफटॉप स्कीम के तहत कंज्यूमर्स को तीन किलोवाट तक 30,000 प्रति किलोवाट और 3 किलोवाट से ऊपर के कनेक्शन के लिए 18,000 प्रति किलोवाट की सब्सिडी (Free Bijli Scheme Subsidy)   दी जा सकती है।
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चुनाव में राजनीतिक दल खर्च करेंगे 13 हजार करोड़ रूपए

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Electoral Bonds
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:54 AM
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Electoral Bonds : लोकसभा चुनाव-2024 की घोषणा हो चुकी है। इस बीच एक चौंकाने वाला सर्वे सामने आया है। सर्वे यह है कि इस बार के लोकसभा चुनाव-2024 में भारत के राजनीतिक दल लगभग 13 हजार करोड़ रूपए का भारी भरकम खर्च करेंगे। वर्ष-2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों ने 6500 करोड़ रूपए खर्च किए थे। इस प्रकार लोकसभा चुनाव-2024 में पिछले चुनाव के मुकाबले दोगुना खर्चा होने का अनुमान है।

Electoral Bonds

पिछली बार खर्च हुए थे 6500 करोड़ रूपए

भारत की राजधानी दिल्ली में चुनाव से जुड़े मामलों का विश्लेषण करने वाली एक एजेंसी ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं। एजेंसी का दावा है कि वर्ष-2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों ने 6500 करोड़ रूपए प्रचार-प्रसार पर खर्च किए थे। इस बार राजनीतिक दलों का खर्च बढक़र दोगुना होने का अनुमान है। इस प्रकार लोकसभा चुनाव-2024 में राजनीतिक दल प्रचार‘-प्रचार पर 13000 करोड़ रूपए खर्च कर सकते हैं। यही कारण है कि देश में चुनावी खर्च पर रोक की मांग उठती ही रहती है।

चुनाव आयोग के आंकड़े

अलग-अलग राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को वर्ष-2015 से 2020 के बीच (लोकसभा चुनाव-2019 शामिल) चुनाव में प्रचार-प्रसार पर खर्च हुए ऑडिट की रिपोर्ट दी है। ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, सात राष्ट्रीय पार्टियों में भाजपा, कांग्रेस, बसपा, एनसीपी, सीपीआई, तृणमूल कांग्रेस व अन्य हैं। उपरोक्त रकम में से करीब 3,400 करोड़ यानी 54 फीसदी रकम पार्टियों ने विज्ञापनों पर खर्च की है। हालांकि, इसमें स्थानीय स्तर के भी खर्च शामिल हैं। इस दौरान, पांच वर्षों में भाजपा ने सबसे अधिक 56 फीसदी यानी 3,600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। वहीं, कांग्रेस ने 21.41 फीसदी (1,400 करोड़) रकम खर्च की। इसका मतलब कुल 18 पार्टियों में से इन दोनों ने अकेले 77 फीसदी से ज्यादा पैसा खर्च किया है। सपा ने 3.95 फीसदी, डीएमके ने 3.6 फीसदी, वाईएसआर कांग्रेस ने 2.17 फीसदी, बसपा ने 2.04 और तृणमूल कांग्रेस ने 1.83 फीसदी रकम खर्च की है।

बज गई चुनाव की रणभेरी, चुनाव आयोग ने कर दी घोषणा

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पिटबुल ने शख्स के प्राइवेट पार्ट पर किया हमला, मांग रहा है इंसाफ

Pitbull Attack
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:55 AM
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Haryana News:  हरियाणा के सोनीपत (Sonipat) से हैरान कर देने वाला सामने आया है। जहां पिटबुल (Pitbull attack) का आतंक देखने को मिला है। दऱअसल एक महिला अपने पेट डॉग को लेकर लिफ्ट में जा रही थी। इस दौरान एक दूसरा शख्स आ गया, तभी पिटबुल ने उसके प्राइवेट पार्ट पर हमला कर दिया। जिसके बाद यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की है।

कैसे हुआ हमला?

मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना नेशनल हाइवे 44 पर स्थित कुंडली पार्कर रेजीडेंसी की बताई जा रही है। जहां सुदर्शन नाम का शख्स रोज की तरह अपनी मॉर्निंग वॉक पर गया हुआ था। जब वहां से वो वापस लौटा तो सोसायटी की लिफ्ट में जाने लगा। उसी वक्त पूनम नाम की महिला अपने पालतू कुत्ते पिटबुल के साथ लिफ्ट में थीं। तभी सुदर्शन लिफ्ट में पहुंचा तो महिला के पिटबुल ने उसपर हमला बोल दिया। उसने सुदर्शन के प्राइवेट पार्ट पर हमला किया था। https://twitter.com/priveshpandey/status/1768901440322650513

शख्स को अस्पताल में कराया भर्ती

आपको बता दें पिटबुल के हमले के बाद सुदर्शन को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है। सुदर्शन का कहना है कि एक नहीं, बल्कि तीन से चार कुत्ते इसी प्रजाति के सोसायटी पाले जा रहे है। सरकार के बैन के बाद भी यहां पिटबुल प्रजाति के कुत्ते पाले जा रहे है।

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पीड़ित ने कहा- पुलिस और रेजीडेंसी एसोसिएशन से की है शिकायत

इस घटना पर घायल सुदर्शन का कहना है कि मामले की शिकायत पुलिस से की है, लेकिन पुलिस के आला अधिकारी कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रही है। इस के साथ ही उन्होंने रेजीडेंसी वेलफेयर एसोसिएशन से भी शिकायत की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि मामले में लीगल कार्रवाई के साथ-साथ कुत्ते के मालिक पर भी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सवाल यह है कि आखिरकार बैन होने के बावजूद इस प्रजाति के कुत्ते कैसे पाले जा रहे हैं। पीड़ित ने कहा कि सोसाइटी में तीन से चार पिटबुल हैं, जो कि बगैर परमिशन के हैं।  इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की तो सभी ने कैमरे से दूरी बना ली है। इस मामले में कुंडली थाना प्रभारी से बातचीत की तो उन्होंने शिकायत होने की बात तो कही, लेकिन कार्रवाई को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं बोले। Haryana News

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