खजुराहो मामले में गुस्सा या गुस्ताखी? कोर्ट की मर्यादा तार-तार करने वाले वकील कौन?

खजुराहो मामले में गुस्सा या गुस्ताखी? कोर्ट की मर्यादा तार-तार करने वाले वकील कौन?
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userचेतना मंच
calendar07 Oct 2025 01:11 PM
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सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक अप्रत्याशित और शर्मनाक घटना सामने आई जिसने पूरे न्यायिक तंत्र को झकझोर कर रख दिया। 71 वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश किशोर ने सुनवाई के दौरान भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई (Chief Justice BR Gavai) पर जूता फेंकने की कोशिश की। हालांकि सुरक्षाकर्मियों की सतर्कता के चलते यह हमला असफल रहा और CJI को कोई चोट नहीं आई। Rakesh Kishor 

कौन हैं राकेश किशोर? Who is Rakesh Kishore?

राकेश किशोर दिल्ली के मयूर विहार इलाके में रहने वाले एक वरिष्ठ वकील हैं। वे सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन, शाहदरा बार एसोसिएशन, और दिल्ली बार काउंसिल के पंजीकृत सदस्य हैं। उन्होंने 2009 में दिल्ली बार काउंसिल में नामांकन कराया था और लंबे समय से विभिन्न बार संगठनों से जुड़े रहे हैं।

क्यों फेंका जूता?

यह घटना सुप्रीम कोर्ट के कोर्ट नंबर 1 में उस समय हुई जब एक नियमित सुनवाई चल रही थी। मामला मध्य प्रदेश के खजुराहो मंदिर परिसर में क्षतिग्रस्त विष्णु मूर्ति की पुनर्स्थापना से जुड़ा था। कुछ सप्ताह पहले इस मामले की सुनवाई के दौरान CJI गवई की "जाओ और भगवान से पूछो" जैसी एक टिप्पणी को लेकर काफी विवाद हुआ था। इसी संदर्भ में राकेश किशोर ने आक्रोशित होकर जूता फेंकने की कोशिश की और कोर्ट रूम में चिल्लाए , "भारत सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।"

कोर्ट की कार्रवाई और प्रतिक्रिया

घटना के तुरंत बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया और कोर्ट रूम से बाहर कर दिया गया। हालांकि, उन्हें बाद में कोर्ट परिसर में ही रिहा कर दिया गया। इस शर्मनाक कृत्य के बावजूद CJI गवई ने शांति बनाए रखी और कहा, "ये चीजें मुझे प्रभावित नहीं करतीं।" इसके बाद कोर्ट की कार्यवाही सामान्य रूप से जारी रही।

बार काउंसिल की सख्त कार्रवाई

बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए राकेश किशोर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। BCI अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने बयान जारी कर कहा कि अधिवक्ता का यह कृत्य न्यायालय की गरिमा और वकील के आचरण के मानकों के पूरी तरह खिलाफ है। BCI ने कहा, "ऐसा आचरण न केवल अनुशासनहीन है बल्कि न्यायपालिका की प्रतिष्ठा को गहरा नुकसान पहुंचाता है।" यह निलंबन अस्थायी है और मामले की आगे जांच जारी है।

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देशभर में हो रही है निंदा

इस घटना की देशभर में निंदा हो रही है। राजनीतिक दलों, कानूनी समुदाय और आम जनता ने भी इसे भारतीय लोकतंत्र की सबसे पवित्र संस्था न्यायपालिका के अपमान के रूप में देखा है। यह घटना न केवल एक अधिवक्ता की असंवेदनशीलता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि लोकतंत्र में असहमति जताने का तरीका मर्यादित और संवैधानिक होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की गरिमा और निष्पक्षता को हर हाल में बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। Rakesh Kishor 
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रामनगरी अयोध्या को मिला दिवाली गिफ्ट, 4 बड़े शहरों के लिए शुरू होंगी उड़ानें

रामनगरी अयोध्या को मिला दिवाली गिफ्ट, 4 बड़े शहरों के लिए शुरू होंगी उड़ानें
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 04:02 AM
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रामनगरी अयोध्या को इस दिवाली एक खास सौगात मिलने जा रही है। स्पाइसजेट ने घोषणा की है कि वह 8 अक्टूबर से दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद और अहमदाबाद के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने जा रही है। ये फ्लाइट्स दैनिक और नॉन-स्टॉप होंगी जिससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को राम मंदिर तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा। UP News

क्यों खास है यह कदम?

स्पाइसजेट के चीफ बिजनेस ऑफिसर देबोजो महार्शी ने कहा कि "भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या की यात्रा के लिए दिवाली सबसे पवित्र और उपयुक्त समय है।" उनका मानना है कि ये उड़ानें श्रद्धालुओं और पर्यटकों दोनों के लिए यात्रा को सहज बनाएंगी खासकर त्योहारी मौसम में जब राम मंदिर में दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ती है।

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मुंबई के लिए भी उड़ान संभव

स्पाइसजेट मुंबई से अयोध्या के लिए भी सीधी उड़ान शुरू करने की योजना पर विचार कर रहा है। हालांकि अभी तक इसकी अधिकृत तारीख या शेड्यूल जारी नहीं किया गया है। गौरतलब है कि जून 2025 में स्पाइसजेट ने अपनी अयोध्या से सभी उड़ानें अस्थायी रूप से स्थगित कर दी थीं। अब त्योहारी सीजन को देखते हुए इन्हें फिर से दोबारा शुरू किया जा रहा है, जिससे अयोध्या की कनेक्टिविटी को एक बार फिर से नई उड़ान मिलेगी।

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किस तारीख से शुरू होंगी कौन-सी उड़ानें?

स्पाइसजेट की ये उड़ानें चरणबद्ध तरीके से शुरू होंगी 8 अक्टूबर से बेंगलुरु, 10 अक्टूबर से दिल्ली, 17 अक्टूबर से हैदराबाद, 26 अक्टूबर से अहमदाबाद। UP News
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पवन सिंह के घर हाई-वोल्टेज ड्रामा: पत्नी ज्योति ने लगाया धोखे का आरोप, बोली—‘इंसाफ चाहिए’

पवन सिंह के घर हाई-वोल्टेज ड्रामा: पत्नी ज्योति ने लगाया धोखे का आरोप, बोली—‘इंसाफ चाहिए’
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calendar07 Oct 2025 09:42 AM
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भोजपुरी एक्टर और नेता पवन सिंह के लखनऊ स्थित घर के बाहर सोमवार को हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। उनकी पत्नी ज्योति सिंह वहां पहुंचीं और पुलिस से बहस के दौरान भावुक होकर फूट-फूटकर रोने लगीं। उन्होंने कहा कि उन्हें घर में घुसने नहीं दिया जा रहा और पुलिस जानबूझकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है। ज्योति ने दावा किया कि उनके पति ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है, लेकिन पुलिस ने इस दावे को खारिज कर दिया। पुलिस के मुताबिक, कोई औपचारिक केस दर्ज नहीं हुआ है, बल्कि ज्योति को सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

‘इस घर से मेरी लाश जाएगी’: ज्योति की दर्दनाक अपील

इस दौरान ज्योति सिंह बेहद भावुक हो गईं और उन्होंने सबके सामने जहर खाने की धमकी दे दी। उन्होंने कहा, “आज मैं समाज के कहने पर यहां आई थी, बस ये दिन देखने के लिए। अगर अब भी इंसाफ नहीं मिला, तो कोई उम्मीद नहीं है। मैं घर जाकर जहर खा लूंगी, इस घर से मेरी लाश जाएगी। मैं शरीफ घर की बेटी और बहू हूं। अगर मुझे पुलिस स्टेशन जाना पड़े तो यहीं से जहर खा लूंगी। बस, बहुत हो गया—मुझे इंसाफ चाहिए।” उनकी यह बात सुनकर मौके पर मौजूद लोग और पुलिसकर्मी दोनों हैरान रह गए।
 
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ज्योति ने पवन सिंह पर लगाए बेवफाई के आरोप

ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर बेवफाई का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के तुरंत बाद वह किसी और महिला को होटल लेकर गए थे। उन्होंने कहा, “ये वही पवन जी हैं जो समाज की सेवा करने की बात करते हैं? चुनाव के दौरान मुझे इस्तेमाल किया और फिर दूसरी लड़कियों को लेकर होटल चले गए। चुनाव के 20 दिन बाद उन्होंने मेरे सामने एक लड़की को होटल में ले जाकर मुझे अपमानित किया। मैं एक पत्नी होकर यह सब कैसे बर्दाश्त करती? इसलिए घर छोड़ दिया। अब वही पवन सिंह इंसाफ की बात करते हैं?”

सोशल मीडिया पर ज्योति का संदेश वायरल

ड्रामा से पहले ज्योति सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें उन्होंने लिखा, “प्रिय पति पवन सिंह जी, मैं कल आपके लखनऊ वाले घर पर आ रही हूं। मैं वहां दो दिन तक आपका और आपके परिवार का इंतजार करूंगी।” उनकी यह पोस्ट अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और लोग इस पूरे मामले पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

पवन सिंह की निजी जिंदगी रही है विवादों में

पवन सिंह का नाम भोजपुरी सिनेमा के टॉप सितारों में शुमार है, लेकिन उनकी निजी जिंदगी हमेशा सुर्खियों में रही है। उन्होंने साल 2018 में ज्योति सिंह से शादी की थी, जो उनकी दूसरी शादी है। इससे पहले उन्होंने 2014 में नीलम सिंह से शादी की थी, लेकिन कुछ महीनों बाद नीलम ने आत्महत्या कर ली थी। वहीं, ज्योति से शादी से पहले पवन सिंह का नाम एक्ट्रेस अक्षरा सिंह से भी जुड़ा था। अक्षरा ने बाद में खुलासा किया था कि दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते थे, लेकिन कुछ विवादों के कारण उनका रिश्ता टूट गया।

मामले पर पुलिस की सफाई

पुलिस का कहना है कि पवन सिंह और ज्योति के बीच पहले से ही कुछ कानूनी विवाद चल रहे हैं। इसी सिलसिले में ज्योति को बयान देने के लिए बुलाया गया था। किसी तरह की एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। वहीं, पुलिस ने ज्योति से शांति बनाए रखने की अपील की और मामले की जांच जारी है। जूता फेंक मामला: CJI गवई ने दिखाई उदारता, आरोपी वकील को मिली रिहाई