आज निगम घाट पर होगा डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार, इन मार्गों पर भारी ट्रैफिक की संभावना

Dr. Manmohan Singh
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Dec 2024 03:55 PM
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Dr. Manmohan Singh : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज दिल्ली के निगम बोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। जिसमें विभिन्न देशों के गणमान्य व्यक्ति, वीआईपी, वीवीआईपी और आम जनता उपस्थित रहेंगी। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। बता दें कि, डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज सुबह 11:45 बजे होगा।

इन क्षेत्रों में हो सकती है भारी ट्रैफिक

डॉ. मनमोहन सिंह के राजकीय अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है जिसके कारण कुछ रास्तों पर ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कई सड़कों पर डायवर्जन लागू किए गए हैं। राजा राम कोहली मार्ग, राजघाट रेड लाइट, सिग्नेचर ब्रिज, युधिष्ठिर सेतु में भारी ट्रैफिक हो सकता है। इसलिए सुबह 7:00 बजे से लेकर दोपहर 3:00 बजे तक यातायात पर प्रतिबंध और दिशा-निर्देश लागू रहेंगे। प्रभावित मार्गों में रिंग रोड (महात्मा गांधी मार्ग), निषाद राज मार्ग, बुलेवार्ड रोड, एसपीएम मार्ग, लोथियन रोड और नेताजी सुभाष मार्ग शामिल हैं।

आम जनता के लिए निर्देश

अंतिम संस्कार जुलूस से संबंधित उपरोक्त सड़कों और क्षेत्रों से बचें। यदि आप पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी, लाल किला, चांदनी चौक या तीस हजारी कोर्ट की यात्रा कर रहे हैं, तो पहले से योजना बनाएं और यात्रा के लिए अतिरिक्त समय का प्रावधान रखें। सड़क पर भीड़भाड़ कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। यातायात प्रवाह बनाए रखने के लिए वाहनों को केवल निर्दिष्ट क्षेत्रों में ही पार्क करें। अवरोध से बचने के लिए सड़क किनारे पार्किंग करने से बचें। किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली के मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित उनके आवास पर रखा गया है। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार रात एम्स से यहां लाया गया था और आज इसे अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जहां खास लोग और आम लोग भी श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे।

दी जाएगी 21 तोपों की सलामी

डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर को भारत के राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगे) में लपेटा जाएगा और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी, जो कि सर्वोच्च राजकीय सम्मान का प्रतीक मानी जाती है।

प्रधानमंत्री को दी जाएगी श्रद्धांजलि

केंद्र सरकार ने आज के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी जाएगी। भारत में पूर्व प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट और अन्य विशेष स्मारक स्थलों पर किया जाता है, जैसे कि जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का अंतिम संस्कार भी यहीं हुआ था। Dr. Manmohan Singh

पूरे देश में सक्रिय है मोदी तथा योगी के बड़े दुश्मन

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पूरे देश में सक्रिय है मोदी तथा योगी के बड़े दुश्मन

Cyber fraud
Cyber Thug
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:51 AM
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Cyber Thug : भारत सरकार से लेकर प्रदेशों की सरकारें देश में सक्रिय बड़े दुश्मनों से त्रस्त हैं। पूरी सरकारी मशीनरी पर भारी पड़ रहे इन बड़े दुश्मनों का नाम है साइबर ठग (Cyber Thug)। पूरे देश में सक्रिय साइबर ठग (Cyber Thug) इतने पावरफुल है कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाक में दम कर रखा है। भारत में इन दोनों साइबर ठग (Cyber Thug) पूरी सरकारी व्यवस्था के सबसे बड़े दुश्मन बन गए हैं। साइबर ठगों ने वर्ष 2024 में 20 दिसंबर तक 355 करोड रुपए से भी अधिक की ठगी साइबर फ्रॉड के द्वारा की है।

बड़े पैमाने पर सकरी है साइबर ठग

चेतना मंच ने अपने अनेक पाठकों से एक सवाल पूछा था। सवाल यह था कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे बड़े दुश्मन कौन हैं? अधिकतर पाठकों ने उत्तर दिया है कि PM नरेंद्र मोदी तथा CM योगी आदित्यनाथ के सबसे बड़े दुश्मन साइबर ठग है। साइबर ठगों ने देश की पूरी सरकारी मशीनरी की नाक में दम कर रखा है। साइबर फ्रॉड रोकने के तमाम प्रयास करने के बावजूद साइबर ठग प्रतिदिन साइबर फ्रॉड करके सैकड़ो करोडों रुपए की ठगी कर रहे हैं। एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रतिदिन 100 करोड रुपए की साइबर ठगी हो रही है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 1 जनवरी 2024 से लेकर 20 दिसंबर 2024 तक भारत में साइबर फ्रॉड करके 355 करोड रुपए से भी अधिक की साइबर ठगी की है। साइबर ठगों से जनता को बचाने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चला रखा है।

साइबर ठग भारी पड़ रहे हैं जागरूकता अभियान पर

भारत सरकार से लेकर सभी प्रदेशों की सरकार तथा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) लगातार साइबर ठगों से बचने की उपाय का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। साइबर ठग किस प्रकार साइबर ठगी करते हैं इस बात की जानकारी सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, इंटरनेट तथा मोबाइल फोन के द्वारा हर व्यक्ति पर पहुंचाई जा रही है। भारत सरकार तथा RBI ने बड़े पैमाने पर साइबर ठगों से बचने के लिए जागरूकता अभियान चला रखा है। भारत सरकार देश के सभी प्रदेशों की सरकार तथा RBI के तमाम प्रयास साइबर ठगों के सामने बेकार साबित हो रहे हैं। देश का ऐसा कोई भी शहर नहीं है जहां पर साइबर ठग सक्रिय नहीं है। साइबर ठग प्रतिदिन साइबर फ्रॉड के नए-नए तरीके अपना कर साइबर ठगी कर रहे हैं।

आसानी से बचा जा सकता है साइबर ठगों से

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि साइबर ठग हमारे सबसे बड़े दुश्मन है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि मामूली से सावधानी बरतकर साइबर ठगों के साइबर फ्रॉड से आसानी से बचा जा सकता है। PM मोदी ने बताया कि किसी भी अनजान फोन कॉल पर भरोसा नहीं करना चाहिए। अनजान नंबरों से आने वाली कॉल SMS, Whatsapp संदेश तथा अनजान ID से आने वाली ईमेल पर बिल्कुल भी यकीन नहीं करना चाहिए। साइबर फ्रॉड के द्वारा साइबर ठग का पता चलते ही तुरंत पुलिस तथा साइबर हेल्पलाइन पर संपर्क करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा कि, तकनीकी के युग में हमें बहुत सावधान रहकर अपना काम करने की आवश्यकता है। PM मोदी ने देश के नागरिकों से कहा कि नागरिकों की समझदारी के द्वारा साइबर ठग नाम के सबसे बड़े दुश्मन से आसानी से बचा जा सकता है। उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी साइबर ठगी को सबसे बड़ा दुश्मन मांगते हुए साइबर तो से सावधान रहने की अपील आम जनता से की है।

सावधान रहें! नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में एक्टिव है लुटेरी दुल्हन

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मात्र 30 हजार रुपए की नगदी थी डॉ. मनमोहन सिंह के पास

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Dr. Manmohan Singh
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:33 PM
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Dr. Manmohan Singh : लगातार दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) अब हमारे बीच नहीं हैं। बृहस्पतिवार 26 दिसंबर 2024 को डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया। डॉ. मनमोहन सिंह 92 वर्ष के थे। क्या आपको पता है कि दो बार भारत जैसे महान देश के प्रधानमंत्री रहने वाले डॉ. मनमोहन सिंह के पास कितनी धन दौलत थी? डॉ. मनमोहन सिंह के पास मौजूद धन दौलत के विषय में जानकर आप बहुत हैरान होने वाले हैं। इस दुनिया से जाते समय डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) के पास मात्र 30 हजार रुपए की नगदी थी।

दो बार प्रधानमंत्री रहने के बाद भी बहुत कम धन के मालिक थे डॉ. मनमोहन सिंह

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) के निधन के बाद उनकी नेटवर्थ यानि कुल धन दौलत के आंकड़े सामने आए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया से जाते समय डॉ. मनमोहन सिंह के पास केवल 30 हजार रुपए नगद मौजूद थे। दुनिया से जाते समय डॉ. मनमोहन सिंह की कुल नेटवर्थ (सारी धन दौलत) की गणना मात्र 15 करोड़ 77 लाख रुपए में हुई है। भारत जैसे देश में जहां छोटे-छोटे सरकारी कर्मचारियों के पास सैकड़ों करोड़ रुपए की दौलत होती है वहीं डॉ. मनमोहन सिंह के पास कुल जमा प्रॉपर्टी तथा सारी दौलत मिलाकर कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपए मूल्य की नेटवर्थ मिली है। इतना धन तो उनके करियर में उन्हें मिले वेतन से आजादी के साथ जोड़ा जा सकता था। डॉ. मनमोहन सिंह रिजर्व बैंक के गर्वनर, योजना आयोग के प्रमुख भारत के वित्त मंत्री तथा एक बार नहीं बल्कि दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे थे।

यहां जान लीजिए डॉ. मनमोहन सिंह की नेटवर्थ

एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि, डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 2013 में प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी संपत्ति का खुलासा किया था। उनके द्वारा दाखिल हलफनामे के मुताबिक, मनमोहन सिंह के पास कुछ रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज, बैंक डिपॉजिट और मारुति 800 कार उस समय थी। एफिडेविट के मुताबिक, 1996 में उन्होंने मारुति 800 (Maruti 800) कार खरीदी थी जिसकी वैल्यू 2013 में महज 21,033 रुपये थी। 2011-12 वित्तीय वर्ष में उन्होंने अपनी इनकम 40,51,964 रुपये दिखाई थी। साल 2013 में डॉक्टर सिंह की कुल नेट वर्थ 10.73 करोड़ रुपये थी। बात करें उनकी चल संपत्ति की तो चंडीगढ़ और दिल्ली में उनके पास दो घर थे जिनकी वैल्यू आज से 11 साल पहले 7.27 करोड़ रुपये थी जो आज बढ़कर कई गुना हो चुकी है। साल 2013 में उनके SBI अकाउंट में 3.46 करोड़ रुपये कुल जमा और निवेश के तौर पर थे। साल 2012 में डॉक्टर मनमोहन सिंह ने अपने पास 150.80 ग्राम सोने के गहने होने की जानकारी दी थी। आज की वैल्यू के हिसाब से देखें तो इतने सोने की वैल्यू 11 लाख रुपये के आसपास है। डॉ. मनमोहन सिंह की कुल एसेट्स को लेकर अनुमान है कि यह 15.77 करोड़ के आसपास होगी।

डॉ. मनमोहन सिंह को बेहोशी में भी सताती थी देश की चिंता

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह 2009 में एक बुरे दौर से गुजरे थे। मनमोहन सिंह को उस वक्त स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की शिकायत के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। तब उनकी लगभग 10 से 12 घंटे लंबी कोरोनरी बाईपास सर्जरी हुई थी। इससे जुड़ा एक किस्सा बेहद मशहूर है। मनमोहन सिंह का इलाज करने वाले वरिष्ठ कार्डियक सर्जन डॉ. रमाकांत पांडा ने एक इंटरव्यू के दौरान पूर्व पीएम से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताई थीं। डॉ. रमाकांत पांडा ने बताया कि इतनी लंबी सर्जरी के बाद जब उन्हें होश आया तब मनमोहन सिंह ने सबसे पहला सवाल अपनी सेहत के बारे में नहीं पूछा था। उनका पहला सवाल देश और कश्मीर की खैरियत से जुड़ा था। डॉ. रमाकांत ने बताया, जब हमने उनकी हार्ट सर्जरी पूरी की, रात को हमने सांस लेने वाली पहली नली निकाली जिससे वह बात कर पाएं, तो उन्होंने मुझसे सबसे पहले पूछा, मेरा देश कैसा है? कश्मीर कैसा है? मैंने कहा, लेकिन आपने मुझसे अपनी सर्जरी के बारे में कुछ नहीं पूछा। इस पर मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें पता था कि मैं ठीक रहूंगा। मनमोहन सिंह ने कहा था, मुझे सर्जरी की चिंता नहीं है। मुझे अपने देश की ज्यादा चिंता है। वरिष्ठ सर्जन ने आगे बताया, वे एक महान इंसान, विनम्र व्यक्ति और देशभक्त थे। वे मेरे आदर्श थे। डॉ. रमाकांत के मुताबिक ऐसी सर्जरी के बाद मरीज अक्सर सीने में दर्द की शिकायत करते हैं। लेकिन उन्होंने कभी भी किसी चीज के बारे में नहीं पूछा या शिकायत नहीं की। यह एक मजबूत इंसान की निशानी थी। उन्होंने बताया, हर बार जब वे सर्जरी के बाद जांच के लिए आते थे तो हम उन्हें लेने के लिए अस्पताल के गेट पर जाते थे। लेकिन उन्होंने हमेशा हमें मना करते थे।

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