Ind Vs NZ: काफी समय से टीम में मिल रहा मौका, फाॅर्म में जूझ रहा है ये बेहतरीन खिलाड़ी खिलाड़ी


पाकिस्तान के ताजा हमले में अफगानिस्तान के तीन घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों की मौत के बाद काबुल का गुस्सा फूट पड़ा है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस घटना के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए आगामी त्रिकोणीय टी20 सीरीज से खुद को अलग कर लिया है। यह दर्दनाक घटना पक्तिका प्रांत के उरगुन ज़िले में हुई, जहां पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक में कबीर, सिबगातुल्लाह और हारून नाम के तीन अफगानी क्रिकेटरों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं, सात अन्य घायल बताए जा रहे हैं। बोर्ड ने इस हमले को “खेल जगत के लिए अपूरणीय क्षति” करार दिया है और मारे गए खिलाड़ियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा - अल्लाह शहीदों को जन्नत में ऊँचा मुकाम दे, घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ मिले और परिवारों को इस कठिन समय में सब्र और हिम्मत प्रदान करे। Afghan Cricket
अफगान क्रिकेट बोर्ड ने स्पष्ट किया कि वह अब उस त्रिकोणीय सीरीज का हिस्सा नहीं रहेगा, जिसमें नवंबर में पाकिस्तान और श्रीलंका को शामिल होना था। बोर्ड का कहना है कि “जिस देश की सेना हमारे खिलाड़ियों पर बम बरसा रही हो, उसके साथ खेलना असंभव है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हाल ही में 48 घंटे के युद्धविराम को आपसी सहमति से बढ़ाया गया था। लेकिन कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान की ओर से डूरंड लाइन के नज़दीक पक्तिका प्रांत के कई इलाकों में हवाई हमले किए गए। तालिबान प्रशासन ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे “सीजफायर का खुला उल्लंघन” बताया है। सूत्रों के मुताबिक, तीनों क्रिकेटर शराना में खेले गए एक फ्रेंडली मैच के बाद घर लौट रहे थे, तभी उरगुन ज़िले में एक स्थानीय सभा के दौरान यह हमला हुआ। अफगान बोर्ड ने साफ कहा है - पाकिस्तान के साथ अब मैदान साझा नहीं होगा। जब तक हमारे नागरिकों का खून बह रहा है, तब तक क्रिकेट नहीं हो सकता। Afghan Cricket



fifa world cup: भारतीय जनता पार्टी की गोवा इकाई के प्रवक्ता सैवियो रोड्रिग्स ने केंद्र सरकार और भारतीय फुटबॉल संघ से फीफा विश्व कप का बहिष्कार करने की अपील की है। रोड्रिग्स ने कतर द्वारा भारत की ओर से भगोड़ा घोषित विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को फीफा विश्व कप में आमंत्रित किए जाने की खबरों के बीच यह आग्रह किया है। नाइक कथित तौर पर 2016 में भारत छोड़कर मलेशिया चला गया था, जहां उसे स्थायी निवास प्रदान किया गया। भारत ने मलेशिया सरकार से उसके प्रत्यपर्ण का अनुरोध किया है।
रोड्रिग्स ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “जाकिर नाइक भारतीय कानून के तहत एक वांछित व्यक्ति है। उस पर धन शोधन गतिविधियों में शामिल होने और घृणा भाषण देने जैसे गंभीर आरोप हैं।”
उन्होंने कहा, “जाकिर नाइक आतंकवादियों का हमदर्द है। वास्तव में वह खुद किसी आतंकवादी से कम नहीं है। उसने खुले तौर पर आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का समर्थन किया है और भारत में इस्लामी कट्टरपंथ और नफरत फैलाने में अहम भूमिका निभाई है।”
भाजपा प्रवक्ता ने केंद्र सरकार, भारतीय फुटबॉल संघ, कतर में रह रहे भारतीयों और फीफा विश्व कप के लिए अरब देश की यात्रा की योजना बना रहे फुटबॉल प्रेमियों से इस खेल स्पर्धा का बहिष्कार करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि फीफा विश्व कप एक वैश्विक स्पर्धा है और दुनियाभर से बड़ी संख्या में लोग इस शानदार खेल स्पर्धा का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं, जबकि करोड़ों दर्शक टेलीविजन और इंटरनेट पर मैच देखते हैं।
रोड्रिग्स ने दावा किया कि ऐसे समय में जब दुनिया वैश्विक आतंकवाद से लड़ रही है, तब नाइक को एक मंच देना एक आतंकवादी को कट्टरपंथ और नफरत फैलाने के लिए एक मंच देने के समान है।
उन्होंने कहा, “न सिर्फ भारत के लोगों को, बल्कि आतंकवाद से पीड़ित अन्य देशों के लोगों को भी आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए फीफा विश्वकप का बहिष्कार करना चाहिए।”
अन्य धर्मों के खिलाफ नफरत भरे भाषण देने के लिए ब्रिटेन और कनाडा ने भी नाइक पर प्रतिबंध लगा रखा है। वह मलेशिया के 16 प्रतिबंधित इस्लामी विद्वानों में शामिल है।
fifa world cup: भारतीय जनता पार्टी की गोवा इकाई के प्रवक्ता सैवियो रोड्रिग्स ने केंद्र सरकार और भारतीय फुटबॉल संघ से फीफा विश्व कप का बहिष्कार करने की अपील की है। रोड्रिग्स ने कतर द्वारा भारत की ओर से भगोड़ा घोषित विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को फीफा विश्व कप में आमंत्रित किए जाने की खबरों के बीच यह आग्रह किया है। नाइक कथित तौर पर 2016 में भारत छोड़कर मलेशिया चला गया था, जहां उसे स्थायी निवास प्रदान किया गया। भारत ने मलेशिया सरकार से उसके प्रत्यपर्ण का अनुरोध किया है।
रोड्रिग्स ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “जाकिर नाइक भारतीय कानून के तहत एक वांछित व्यक्ति है। उस पर धन शोधन गतिविधियों में शामिल होने और घृणा भाषण देने जैसे गंभीर आरोप हैं।”
उन्होंने कहा, “जाकिर नाइक आतंकवादियों का हमदर्द है। वास्तव में वह खुद किसी आतंकवादी से कम नहीं है। उसने खुले तौर पर आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का समर्थन किया है और भारत में इस्लामी कट्टरपंथ और नफरत फैलाने में अहम भूमिका निभाई है।”
भाजपा प्रवक्ता ने केंद्र सरकार, भारतीय फुटबॉल संघ, कतर में रह रहे भारतीयों और फीफा विश्व कप के लिए अरब देश की यात्रा की योजना बना रहे फुटबॉल प्रेमियों से इस खेल स्पर्धा का बहिष्कार करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि फीफा विश्व कप एक वैश्विक स्पर्धा है और दुनियाभर से बड़ी संख्या में लोग इस शानदार खेल स्पर्धा का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं, जबकि करोड़ों दर्शक टेलीविजन और इंटरनेट पर मैच देखते हैं।
रोड्रिग्स ने दावा किया कि ऐसे समय में जब दुनिया वैश्विक आतंकवाद से लड़ रही है, तब नाइक को एक मंच देना एक आतंकवादी को कट्टरपंथ और नफरत फैलाने के लिए एक मंच देने के समान है।
उन्होंने कहा, “न सिर्फ भारत के लोगों को, बल्कि आतंकवाद से पीड़ित अन्य देशों के लोगों को भी आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए फीफा विश्वकप का बहिष्कार करना चाहिए।”
अन्य धर्मों के खिलाफ नफरत भरे भाषण देने के लिए ब्रिटेन और कनाडा ने भी नाइक पर प्रतिबंध लगा रखा है। वह मलेशिया के 16 प्रतिबंधित इस्लामी विद्वानों में शामिल है।