Sports News: पैरालंपिक में भारत ने तोड़ दिए पिछले सारे रिकॉर्ड:
टोक्यो में आयोजित हुए ओलंपिक में भारत के शानदार प्रदर्शन के बाद, अब पैरालंपिक में भी भारतीय खिलाड़ियों द्वारा जोरदार…
चेतना मंच | September 2, 2021 4:59 AM
टोक्यो में आयोजित हुए ओलंपिक में भारत के शानदार प्रदर्शन के बाद, अब पैरालंपिक में भी भारतीय खिलाड़ियों द्वारा जोरदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। पैरालंपिक खेलों में अब तक भारतीय खिलाड़ियों ने 10 पदक अपने नाम कर लिए हैं। जो पिछले कई रिकॉर्ड्स की तुलना में काफी ज्यादा है। 10 पदक अपने नाम करने के बाद भारतीय खिलाड़ियों की निगाह अब पैरालंपिक के ऑल टाइम रिकॉर्ड को तोड़ने पर होगी।
1 सितंबर से लेकर 5 सितंबर तक पैरालंपिक में एथलेटिक्स, शूटिंग और बैडमिंटन से लेकर 15 से ज्यादा इवेंट्स आयोजित किए जाने हैं और इनमें 23 खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों का ध्यान अधिक से अधिक मेडल्स जीतने पर होगा। पैरालंपिक में भाग लेने वाले 23 खिलाड़ी पदक के बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। अगर यह खिलाड़ी पदक जीतने में सफल होते हैं तो पैरालंपिक का ऑल टाइम रिकॉर्ड जो 12 पदक जीतने का है, वो टूट जाएगा। और भारतीय खिलाड़ियों का नाम इतिहास के पन्ने पर दर्ज हो जाएगा।
जैसा कि आप सभी जानते हैं साल 1968 में भारतीय खिलाड़ियों ने पहली बार पैरालंपिक गेम्स में हिस्सा लेना शुरू किया था। साल 1968 से लेकर 2016 तक पैरालंपिक्स में भारत की तरफ से 95 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इन 95 खिलाड़ियों ने अब तक 12 मेडल्स ही जीते हैं। ऐसी पर इस बार उम्मीद की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा पदक जीतकर भारतीय खिलाड़ी पिछले सारे रिकॉर्ड को तोड़ने में सफल होंगे।
एक नजर डालते हैं इस बार जीते गए मेडल पर-पैरालंपिक में इस बार भारत ने 2 स्वर्ण, 5 रजत और 3 कांस्य पदक अपने नाम किए हैं। भाटी खिलाड़ियों का इतना शानदार प्रदर्शन इससे पहले देखने को नहीं मिला। इससे पहले साल 2016 रियो ओलंपिक में भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया था जिसमें भारत ने 4 पदक जीते थे जिसमें से 2 स्वर्ण पदक थे।
टोक्यो पैरालंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ी हैं-
भाविना पटेल (टेबल टेनिस में रजत पदक), निषाद कुमार (T-47, हाई जंप में रजत पदक), अवनि लखेरा (R-210 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH-1 में स्वर्ण पदक), योगेश कथुनिया ( डिस्कस थ्रो 56 पुरुष वर्ग में रजत पदक), सुमित अंतिल (जैवलिन थ्रो F-64 वर्ग में स्वर्ण पदक), देवेंद्र झाझरिया (जैवलिन थ्रो F-46 वर्ग में रजत पदक), सुंदर सिंह गुर्जर (जैवलिन थ्रो F-46 वर्ग में कांस्य पदक), सिंहराज ( शूटिंग, 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 पुरुष वर्ग में कांस्य पदक), मरियप्पन थंगावेलु (हाई जंप, T-64 स्पर्धा, पुरुष वर्ग में रजत पदक) और शरद कुमार (हाई जंप, T-64 स्पर्धा, पुरुष वर्ग में कांस्य पदक)