T20 Series : जब आप कोई जज्बा मन में रखते हो और कुछ कर गुजरना चाहते हो तो सारी कायनात आपके साथ होती है, किस्मत भी आप पर मेहरबान होता है और ऐसे रास्ते बनाता है ताकि आप अपने जज्बे को अंजाम दे सकेंगे। ऐसा ही कुछ युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा के साथ भी हुआ। दरअसल भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया टी20 सीरीज का चौथा मैच काफी रोमांचक रहा। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने 15 रनों से बाजी मारी। इस मैच में भारत के युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा काफी सुर्खियों में रहे। दरअसल, भारतीय बल्लेबाजी के दौरान आॅलराउंडर शिवम दुबे चोटिल हो गए थे, उनके हेलमेट में गेंद लग गई थी। जिसके चलते हर्षित राणा को कनकशन सब्सटीट्यूट के तौर पर टीम में शामिल किया गया। इसी के साथ उन्होंने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। और अपने प्रदर्शन से न केवल लोगों का दिल जीता बल्कि अपने पिता द्वारा दिया गया चैलेंज भी पूरा कर दिखाया।
हर्षित राणा ने डेब्यू मैच में लहराया परचम
किस्मत से सब्सटीट्यूट खिलाड़ी के रूप में खेलने का मौका पाने वाले हर्षित राणा के लिए ये मैच काफी यागदार रहा। उन्होंने अपने 4 ओवर के स्पेल में 33 रन खर्च किए और 3 अहम विकेट चटकाए। हर्षित राणा ने लियाम लिविंगस्टन, जेकब बेथेल और जेमी ओवर्टन को अपना शिकार बनाया। उनके इस दमदार प्रदर्शन के चलते ही टीम इंडिया इस मुकाबले को अपने नाम करने में कामयाब रही। हर्षित ने काफी घातक गेंदबाजी की और अपनी रफ्तार से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को काफी तंग किया। उन्होंने इस मुकाबले के दौरान एक गेंद 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी फेंकी और अपने पिता का दिया चैलेंज पूरा किया। उनका इतनी रफ्तार से गेंद फेंकना अपने पिता की इच्छा का ही सम्मान था जिसे हम उनके द्वारा दिया गया चैलेंज भी कह सकते हैं।
पिता ने दिया था 150 की स्पीड से गेंदबाजी का चैलेंज
पिता का चैलेंज स्वीकार कर उसे पूरा करने वाले हर्षित राणा को एक मैच ने ही पिता की नजरों में हीरो बना दिया। दरअसल, हर्षित राणा के पिता प्रदीप राणा का एक बयान काफी वायरल हो रहा है। पिछले साल दिसंबर में हर्षित के पिता ने गेंदबाज को 150 की स्पीड से गेंदबाजी करने का चैलेंज दिया था और कहा था कि वह उन्हें एक प्लेयर तभी मानेंगे जब वो 150 की स्पीड से गेंदबाजी करेंगे। प्रदीप राणा ने कहा था, मैंने उसे 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने की चुनौती दी है। मैंने उससे कहा है कि जिस दिन तुम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को छू लोगे, मैं तुम्हें प्लेयर मान लूंगा। अगर तुम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करोगे, तो तुम्हें भारत के लिए खेलने से कोई नहीं रोकेगा, लेकिन अगर तुम 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करोगे, तो कोई भी लोकल क्लब टीम तुम्हें नहीं चुनेगी।
पिता का चैलेंज पूरा कर दिखाया
अपने पिता द्वारा दिए गए एक अनूठे चैलेंज को 23 साल के हर्षित राणा ने अब पिता का चैलेंज पूरा कर दिया है। बता दें, हर्षित राणा के लिए पिछले कुछ महीने काफी अच्छे रहे हैं। इससे पहले उन्हें आॅस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट में डेब्यू का मौका भी मिला था। उस दौरे पर उन्होंने 2 मुकाबले खेले थे और 4 विकेट अपने नाम किए थे। लेकिन वे अपने इस खेल में बेहतर प्रदर्शन के बाद भी अपने पिता के चैलेंज को पूरा न कर पाने के कारण संतुष्ट नहीं थे। और अब संयोग से मिले मौके का फायदा उठाते हुए इंग्लैंड के साथ हुए इस चौथे मैच में पिता द्वारा दिए गए चैलेंज को पूरा कर दिखाया। इसके अलावा उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भी भारतीय टीम के स्क्वॉड में रखा गया है।
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