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बिना किसी दबाव के खुले दिमाग से खेलूंगा: सुहास एलवाई
चेतना मंच
नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये टोक्यो-2020 के पैरालंपिक खेलों के भारतीय पैरा एथलीट दल तथा पैरा-एथलीटों के परिजनों, अभिभावकों और कोचों के साथ बातचीत की। इन खिलाडिय़ों में गौतमबुद्घनगर के जिलाधिकारी व पैराओलंपिक की बैडमिंटन टीम के खिलाड़ी सुहास एलवाई भी शामिल रहे। उन्होंने पैराओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस करने की बात कही। इस अवसर पर केन्द्रीय युवा मामले एवं खेल एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री ने पैरा एथलीटों के आत्मबल और उनकी इच्छाशक्ति की सराहना की। उन्होंने पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लेने जा रहे अब-तक के सबसे बड़े दल के लिए एथलीटों की कड़ी मेहनत को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि पैरा एथलीटों के साथ बातचीत के बाद उन्हें उम्मीद है कि भारत टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में एक नया इतिहास रचेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का नया भारत पदकों के लिए एथलीटों पर दबाव नहीं डालता, बल्कि उनसे उनका सर्वश्रेष्ठ देने की उम्मीद करता है। 24 अगस्त से पांच सितंबर तक चलने वाले पैराओलंपिक खेलों में भारत का 54 सदस्यीय दल भाग लेगा, जो अब तक का सबसे बड़ा दल है। पैरालंपिक खेलों की नौ स्पर्धाओं में भारत हिस्सा लेगा। टीम में देवेंद्र झाझरिया (एफ-46 भाला फेंक), मरियप्पन थांगवेलू (टी-63 ऊंची कूद) और विश्व चैंपियन संदीप चौधरी (एफ-64 भाला फेंक) जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जो पदक के दावेदारों में शुमार हैं। बता दें कि देश को इस बार पैरालंपिक खेलों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री से बातचीत के बाद पैराओलंपिक में भारतीय बैडमिंट टीम के खिलाड़ी व उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्घनगर जिले के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि पैराओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने पर मुझे बहुत गर्व है। प्रधानमंत्री ने जैसा हमें बताया मैं बिना किसी दबाव के खुले दिमाग से खेलूंगा। भाग्य हमेशा मुझ पर मेहरबान रहा है।