RIL AGM 2025: अंबानी खोल सकते हैं नए प्लान्स का पिटारा, कहां और कैसे देखें LIVE?




देश में डिजिटल पेमेंट्स का क्रेज दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। आज ज्यादातर स्मार्टफोन यूजर्स PhonePe, Google Pay और Paytm जैसे UPI ऐप्स का भरोसेमंद सहारा लेते हैं। लेकिन अब इस बाज़ार में सरकारी टेलीकॉम दिग्गज BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) भी कदम रखने जा रही है, जिससे मौजूदा कंपनियों के लिए कड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है। BSNL अपनी नई UPI पेमेंट सर्विस, BSNL PAY लॉन्च करने की तैयारी में है। यह सुविधा BHIM ऐप के माध्यम से संचालित होगी और यूज़र्स को मोबाइल रिचार्ज, बिल भुगतान, शॉपिंग, फूड ऑर्डर और मनी ट्रांसफर जैसी सेवाओं का विकल्प उपलब्ध कराएगी। BSNL PAY
अभी तक BSNL ने BSNL PAY की आधिकारिक लॉन्च तारीख का ऐलान नहीं किया है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार इसे दिवाली 2025 तक पेश किया जा सकता है। खास बात यह है कि इसके लिए अलग से कोई नया ऐप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी। यह सुविधा BSNL Self Care ऐप में सीधे इंटीग्रेट होगी, जिससे मौजूदा ग्राहक आसानी से इसका उपयोग कर सकेंगे।
BSNL PAY के आने के बाद यूज़र्स को UPI ट्रांजैक्शन की सभी सुविधाएं मिलेंगी, जिनकी लिमिट मौजूदा बड़े UPI ऐप्स जैसे PhonePe, Google Pay और Paytm पर है।
मोबाइल रिचार्ज और बिल पेमेंट
बिजली, पानी और गैस बिल
शॉपिंग और फूड पेमेंट
UPI मनी ट्रांसफर
इसके अलावा, चूंकि यह सेवा सीधे BSNL की टेलीकॉम सर्विसेज से जुड़ी होगी, इसलिए पेमेंट करना और भी सहज और सुरक्षित होगा।
भारत में UPI मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। आज लगभग हर दूसरा स्मार्टफोन यूज़र किसी न किसी UPI ऐप का इस्तेमाल करता है। ऐसे में BSNL अपने ग्राहकों को एक भरोसेमंद और सुरक्षित डिजिटल पेमेंट विकल्प देने की तैयारी कर रहा है। Self Care ऐप में इंटीग्रेशन के कारण यूजर्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर रिचार्ज, बिल पेमेंट और UPI ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी। इसका उद्देश्य BSNL की डिजिटल सेवाओं का दायरा बढ़ाना और बड़ी प्राइवेट कंपनियों को टक्कर देना है। BSNL PAY
देश में डिजिटल पेमेंट्स का क्रेज दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। आज ज्यादातर स्मार्टफोन यूजर्स PhonePe, Google Pay और Paytm जैसे UPI ऐप्स का भरोसेमंद सहारा लेते हैं। लेकिन अब इस बाज़ार में सरकारी टेलीकॉम दिग्गज BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) भी कदम रखने जा रही है, जिससे मौजूदा कंपनियों के लिए कड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है। BSNL अपनी नई UPI पेमेंट सर्विस, BSNL PAY लॉन्च करने की तैयारी में है। यह सुविधा BHIM ऐप के माध्यम से संचालित होगी और यूज़र्स को मोबाइल रिचार्ज, बिल भुगतान, शॉपिंग, फूड ऑर्डर और मनी ट्रांसफर जैसी सेवाओं का विकल्प उपलब्ध कराएगी। BSNL PAY
अभी तक BSNL ने BSNL PAY की आधिकारिक लॉन्च तारीख का ऐलान नहीं किया है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार इसे दिवाली 2025 तक पेश किया जा सकता है। खास बात यह है कि इसके लिए अलग से कोई नया ऐप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी। यह सुविधा BSNL Self Care ऐप में सीधे इंटीग्रेट होगी, जिससे मौजूदा ग्राहक आसानी से इसका उपयोग कर सकेंगे।
BSNL PAY के आने के बाद यूज़र्स को UPI ट्रांजैक्शन की सभी सुविधाएं मिलेंगी, जिनकी लिमिट मौजूदा बड़े UPI ऐप्स जैसे PhonePe, Google Pay और Paytm पर है।
मोबाइल रिचार्ज और बिल पेमेंट
बिजली, पानी और गैस बिल
शॉपिंग और फूड पेमेंट
UPI मनी ट्रांसफर
इसके अलावा, चूंकि यह सेवा सीधे BSNL की टेलीकॉम सर्विसेज से जुड़ी होगी, इसलिए पेमेंट करना और भी सहज और सुरक्षित होगा।
भारत में UPI मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। आज लगभग हर दूसरा स्मार्टफोन यूज़र किसी न किसी UPI ऐप का इस्तेमाल करता है। ऐसे में BSNL अपने ग्राहकों को एक भरोसेमंद और सुरक्षित डिजिटल पेमेंट विकल्प देने की तैयारी कर रहा है। Self Care ऐप में इंटीग्रेशन के कारण यूजर्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर रिचार्ज, बिल पेमेंट और UPI ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी। इसका उद्देश्य BSNL की डिजिटल सेवाओं का दायरा बढ़ाना और बड़ी प्राइवेट कंपनियों को टक्कर देना है। BSNL PAY

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लागू कर दिया है और इसका असर आज शेयर बाजार पर साफ दिखाई देगा। मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी ट्रंप के इस टैरिफ अटैक की आशंका में बुरी तरह फिसल गए थे, जबकि बुधवार को गणेश चतुर्थी के कारण बाजार बंद रहा। अब, टैरिफ-डे के बाद बाजार खुलते ही ट्रंप के फैसले का असली असर निवेशकों के सामने होगा। ग्लोबल संकेत भी निवेशकों के लिए अनुकूल नहीं हैं, जो भारतीय शेयर बाजार में और गिरावट का इशारा कर रहे हैं। Stock Market
टैरिफ के ऐलान से एक दिन पहले यानी मंगलवार को बाजार में भय साफ देखा गया। सेंसेक्स अपने पिछले बंद स्तर 81,635.91 से 81,377.39 पर ओपन हुआ और अंत में 80,786.54 तक फिसल गया, यानी कुल 849.37 अंकों या 1.04% की गिरावट। निफ्टी भी इसी तरह दबाव में रहा और 24,899.50 से 24,713.05 पर बंद हुआ, कुल 255.70 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
ग्लोबल मार्केट की स्थिति भी अनुकूल नहीं दिख रही। गिफ्ट निफ्टी की शुरुआती ट्रेडिंग में ही 86 अंकों की गिरावट दर्ज हुई और यह 24,660 पर ट्रेड कर रहा था। हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 173 अंक टूटकर 25,045 पर आया, जबकि जर्मनी का डीएएक्स 106 अंक नीचे और लंदन का FTSE100 भी लाल निशान में है। जापान का निक्केई इंडेक्स हालांकि 200 अंकों की तेजी के साथ अलग रुख दिखा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर पहले 25% टैरिफ लगाया था, जो 1 अगस्त से लागू हो गया। अब 27 अगस्त से अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाया गया है, खासकर भारत की रूसी तेल और हथियारों की खरीद को लेकर। इसके साथ ही भारत उन देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिन पर अमेरिका ने सबसे अधिक टैरिफ लगाया है। विशेष ध्यान टेक्सटाइल, ज्वेलरी और लेदर सेक्टर पर रहेगा, क्योंकि ये क्षेत्र अमेरिकी निर्यात से सीधे प्रभावित होंगे। गुरुवार को इन सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में सबसे अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। Stock Market
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लागू कर दिया है और इसका असर आज शेयर बाजार पर साफ दिखाई देगा। मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी ट्रंप के इस टैरिफ अटैक की आशंका में बुरी तरह फिसल गए थे, जबकि बुधवार को गणेश चतुर्थी के कारण बाजार बंद रहा। अब, टैरिफ-डे के बाद बाजार खुलते ही ट्रंप के फैसले का असली असर निवेशकों के सामने होगा। ग्लोबल संकेत भी निवेशकों के लिए अनुकूल नहीं हैं, जो भारतीय शेयर बाजार में और गिरावट का इशारा कर रहे हैं। Stock Market
टैरिफ के ऐलान से एक दिन पहले यानी मंगलवार को बाजार में भय साफ देखा गया। सेंसेक्स अपने पिछले बंद स्तर 81,635.91 से 81,377.39 पर ओपन हुआ और अंत में 80,786.54 तक फिसल गया, यानी कुल 849.37 अंकों या 1.04% की गिरावट। निफ्टी भी इसी तरह दबाव में रहा और 24,899.50 से 24,713.05 पर बंद हुआ, कुल 255.70 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
ग्लोबल मार्केट की स्थिति भी अनुकूल नहीं दिख रही। गिफ्ट निफ्टी की शुरुआती ट्रेडिंग में ही 86 अंकों की गिरावट दर्ज हुई और यह 24,660 पर ट्रेड कर रहा था। हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 173 अंक टूटकर 25,045 पर आया, जबकि जर्मनी का डीएएक्स 106 अंक नीचे और लंदन का FTSE100 भी लाल निशान में है। जापान का निक्केई इंडेक्स हालांकि 200 अंकों की तेजी के साथ अलग रुख दिखा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर पहले 25% टैरिफ लगाया था, जो 1 अगस्त से लागू हो गया। अब 27 अगस्त से अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाया गया है, खासकर भारत की रूसी तेल और हथियारों की खरीद को लेकर। इसके साथ ही भारत उन देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिन पर अमेरिका ने सबसे अधिक टैरिफ लगाया है। विशेष ध्यान टेक्सटाइल, ज्वेलरी और लेदर सेक्टर पर रहेगा, क्योंकि ये क्षेत्र अमेरिकी निर्यात से सीधे प्रभावित होंगे। गुरुवार को इन सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में सबसे अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। Stock Market