पिशाचमोचन श्राद्ध पर करें पितृ पूजन, नहीं सताएगा पितृ दोष का प्रभाव

मार्गशीर्ष माह में आने वाली चतुर्दशी के दिन पिशाचमोचन श्राद्ध का समय होगा।

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Pishach Mochan Shraddha
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:34 AM
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Pishach Mochan Shraddha : मार्गशीर्ष माह में आने वाली चतुर्दशी के दिन पिशाचमोचन श्राद्ध का समय होगा। यह दिन पितृ पूजन के लिए बहुत प्रभावी होता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन किया जाने वाला तर्पण इत्यादि कार्य जीवन में पितृ दोष की शांति हेतु उत्तम माना गया है। इस वर्ष अगहन माह अर्थात मार्गशीर्ष माह में 25 दिसंबर के दिन पिशाचमोचन श्राद्ध से संबंधित पूजा कर्मों को किया जाएगा।

पिशाचमोचन का शास्त्रों में महत्व

अगहन माह में शनिवार के दिन आने वाला यह पिशाचमोचन श्राद्ध बहुत ही विशेष फल दायी होगा। इस दिन शनि दोष शांति के साथ साथ पितृ दोष शांति पूजन भी होगा। श्राद्ध से जुड़े कार्यों हेतु पिशाच मोचन श्राद्ध विशेष समय माना गया है। इस समय को मार्गशीर्ष माह की चतुर्दशी तिथि के समय पर किया जाता है। इस समय पर धर्म स्थानों पर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। इस समय पर लोग पितरों का श्राद्ध और तर्पण करने के लिए बड़ी संख्या में पवित्र नदियों के स्थानों व धर्म तीर्थ स्थलों पर पहुंचते हैं। पिशाच मोचन के दौरान पितरों के निमित्त श्राद्ध कार्य विशेष रुप से किया जाता है।

Pishach Mochan Shraddha in hindi

पिशाचमोचन श्राद्ध पर किए जाते हैं धार्मिक अनुष्ठान

पिशाचमोचन श्राद्ध पर लोग धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। अपने पूर्वजों की शांति के कार्यों को करते हैं। इस समय पर विधि विधान से पिंड दान, पूजन करते हुए लोग देखे जा सकते हैं। शास्त्रों के अनुसार जो भी परिवार विधि विधान से पूजन अर्चन कर पितरों के मोक्ष की कामना करता है, उसे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह कार्य वंश वृद्धि का सुख देने वाला होता है। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष में श्राद्ध करने से पितरों का कर्ज उतर जाता है। पितृों की आत्मा को मोक्ष मिलता है। इसलिए पिशाचमोचन के समय पर परिवार द्वारा मृत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है।

पिशाचमोचन पूजन से दूर होता है पितृ दोष

अगहन माह की चतुर्दशी के दिन यह कार्य उत्तम माना गया है। पितरों को प्रसन्न करने की प्रक्रिया को तर्पण या पिंडदान भी कहा जाता है। इस दिन कई तरह से पितरों के निमित्त कार्य संपन्न किए जाते हैं। इस दिन तर्पण करना महत्वपूर्ण होता है। इस कार्य में अनुष्ठान द्वारा पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। तर्पण द्वारा उनसे क्षमा मांगने के लिए उन्हें जल अर्पित करना विशेष होता है। इसके अलावा इस दिन पर पितृ शांति पूजन किया जाता है। स्नान दान एवं अनुष्ठान जैसे कार्य धर्म स्थलों पर एवं पवित्र नदियों पर भी संपन्न किए जाते हैं। इसके अलावा लोग अपने घरों में रहते हुए सामर्थ्य अनुसार इस कार्य को करते हैं तथा पितरों का आशीष प्राप्त कर पाते हैं। आचार्या राजरानी ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।

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मार्गशीर्ष माह में आने वाली चतुर्दशी के दिन पिशाचमोचन श्राद्ध का समय होगा।

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Pishach Mochan Shraddha : मार्गशीर्ष माह में आने वाली चतुर्दशी के दिन पिशाचमोचन श्राद्ध का समय होगा। यह दिन पितृ पूजन के लिए बहुत प्रभावी होता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन किया जाने वाला तर्पण इत्यादि कार्य जीवन में पितृ दोष की शांति हेतु उत्तम माना गया है। इस वर्ष अगहन माह अर्थात मार्गशीर्ष माह में 25 दिसंबर के दिन पिशाचमोचन श्राद्ध से संबंधित पूजा कर्मों को किया जाएगा।

पिशाचमोचन का शास्त्रों में महत्व

अगहन माह में शनिवार के दिन आने वाला यह पिशाचमोचन श्राद्ध बहुत ही विशेष फल दायी होगा। इस दिन शनि दोष शांति के साथ साथ पितृ दोष शांति पूजन भी होगा। श्राद्ध से जुड़े कार्यों हेतु पिशाच मोचन श्राद्ध विशेष समय माना गया है। इस समय को मार्गशीर्ष माह की चतुर्दशी तिथि के समय पर किया जाता है। इस समय पर धर्म स्थानों पर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। इस समय पर लोग पितरों का श्राद्ध और तर्पण करने के लिए बड़ी संख्या में पवित्र नदियों के स्थानों व धर्म तीर्थ स्थलों पर पहुंचते हैं। पिशाच मोचन के दौरान पितरों के निमित्त श्राद्ध कार्य विशेष रुप से किया जाता है।

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पिशाचमोचन श्राद्ध पर किए जाते हैं धार्मिक अनुष्ठान

पिशाचमोचन श्राद्ध पर लोग धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। अपने पूर्वजों की शांति के कार्यों को करते हैं। इस समय पर विधि विधान से पिंड दान, पूजन करते हुए लोग देखे जा सकते हैं। शास्त्रों के अनुसार जो भी परिवार विधि विधान से पूजन अर्चन कर पितरों के मोक्ष की कामना करता है, उसे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह कार्य वंश वृद्धि का सुख देने वाला होता है। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष में श्राद्ध करने से पितरों का कर्ज उतर जाता है। पितृों की आत्मा को मोक्ष मिलता है। इसलिए पिशाचमोचन के समय पर परिवार द्वारा मृत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है।

पिशाचमोचन पूजन से दूर होता है पितृ दोष

अगहन माह की चतुर्दशी के दिन यह कार्य उत्तम माना गया है। पितरों को प्रसन्न करने की प्रक्रिया को तर्पण या पिंडदान भी कहा जाता है। इस दिन कई तरह से पितरों के निमित्त कार्य संपन्न किए जाते हैं। इस दिन तर्पण करना महत्वपूर्ण होता है। इस कार्य में अनुष्ठान द्वारा पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। तर्पण द्वारा उनसे क्षमा मांगने के लिए उन्हें जल अर्पित करना विशेष होता है। इसके अलावा इस दिन पर पितृ शांति पूजन किया जाता है। स्नान दान एवं अनुष्ठान जैसे कार्य धर्म स्थलों पर एवं पवित्र नदियों पर भी संपन्न किए जाते हैं। इसके अलावा लोग अपने घरों में रहते हुए सामर्थ्य अनुसार इस कार्य को करते हैं तथा पितरों का आशीष प्राप्त कर पाते हैं। आचार्या राजरानी ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।

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साल की अंतिम मोक्षदा एकादशी पर जरूर करें राशि अनुसार ये अचूक उपाय 

मोक्षदा एकादशी के दिन अपनी राशि अनुसार इन उपायों को कर लेने से होगा विशेष लाभ 

Mokshda
Mokshada Ekadashi Rashi Upay
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calendar20 Dec 2023 08:52 PM
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Mokshada Ekadashi Rashi Upay : हर माह आने वाली एकादशी का महत्व जीवन के लिए बेहद शुभ माना गया है. मार्गशीर्ष माह में आनी वाली मोक्षदा एकादशी भी उन्हीं एकादशियों से एक है जिसका प्रभाव मोक्ष को प्रदान करने वाला होता है.

मोक्षदा एकादशी के दिन अपनी राशि अनुसार इन उपायों को कर लेने से होगा विशेष लाभ 

मोक्षदा एकादशी के दिन करें अपनी राशि से ये विशेष उपाय  mokshada rashi remedy in hindi मोक्षदा एकादशी की शुभ तिथि के मौके पर यदि कुछ विशेष उपाय राशि अनुरुप कर लिए जाएं तो इसका खास असर दिखाई देता है. आइए जानते हैं कि इस आगामी एकादशी के दिन किन उपायों को करने से मिलता है शुभ फल : - मेष राशि उपाय मेष राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर घी का चौमुखी दीपक जलाकर तुलसी के सामने रख कर पूजा अवश्य करें. वृष राशि उपाय वृष राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर  भगवान श्री विष्णु को केसर वाला दूध अर्पित करना चाहिए. मिथुन राशि उपाय मिथुन राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर   भगवान श्री विष्णु को तुलसी की माला अर्पित करनी चाहिए. कर्क राशि उपाय  कर्क राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके प्रात:काल समय अर्घ्य देना चाहिए सूर्य देव को. श्री भगवान को केसर अर्पित करना चाहिए सिंह राशि उपाय  सिंह राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर  गीता के सभी अध्याय का पाठ करना चाहिए. कन्या राशि उपाय कन्या राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए. इसके साथ ही 11 माला इस मंत्र का जाप अवश्य करें. Mokshada Ekadashi Rashi Upay तुला राशि उपाय तुला राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर इस दिन भगवान विष्णु के सामने घी में तिल डालकर का दीपक जलाना चाहिए वृश्चिक राशि उपाय वृश्चिक राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर भगवान के समक्ष अखंड ज्योत जलानी चाहिए ऎसा करने से जीवन में आ रही किसी भी तरह की परेशानी दूर हो जाती है. धनु राशि उपाय धनु राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु को श्री फल अर्पित अवश्य करना चाहिए. मकर राशि उपाय राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर श्री विष्णु पूजन के साथ ही पीपल के पेड़ की पूजा जरूर करनी चाहिए. कुंभ राशि उपाय कुंभ राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर  इस दिन भगवान विष्णु के सामने चौमुखी दीपक जलाना चाहिए जो तिल के तेल से बना हो. मीन राशि उपाय मीन राशि के जातकों को चाहिए कि इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना चाहिए. आचार्या राजरानी Mokshada Ekadashi Rashi Upay

रात में भक्तों को दर्शन नहीं देगें प्रेमानंद महाराज, आश्रम ने इस कारण लिया निर्णय